बाल श्रम के खिलाफ अभियान चलाकर कराया गया दो बच्चे को मुक्त, स्कूल जाने का सपना हुआ साकार
बाल श्रम के खिलाफ अभियान चलाकर कराया गया दो बच्चे को मुक्त, स्कूल जाने का सपना हुआ साकार
गोरखपुर पीपीगंज के रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित एक दुकान से दो नाबालिग बच्चों को बाल श्रम से मुक्त कराया गया है। स्थानीय अधिकारियों और मानव सेवा संस्थान के संयुक्त अभियान में यह कार्रवाई की गई। 12 साल के राम और 10 साल की सीता को दिन भर दुकान पर काम करना पड़ता था। अब वे स्कूल जाकर अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। राम ने बताया “मुझे पढ़ाई बहुत पसंद है लेकिन घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण मुझे काम करना पड़ता था।” सीता कहती है, “अब मैं दोस्तों के साथ खेल सकूंगी और पढ़ाई कर सकूंगी।” यह घटना बाल श्रम की गंभीर समस्या की ओर इशारा करती है। पीपीगंज के कई इलाकों में बच्चे घरों और दुकानों पर काम करते हुए पाए जाते हैं। इससे न केवल बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास रुकता है बल्कि उनका बचपन भी छिन जाता है।स्थानीय अधिकारी इस समस्या से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। लेबर अफसर सी.डी. ओझा ने कहा, “हम बाल श्रम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, हम बच्चों को शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भी काम कर रहे हैं।” बाल श्रम को खत्म करने के लिए समाज का सहयोग बहुत जरूरी है। हमें सभी को मिलकर इस समस्या से लड़ना होगा और बच्चों को एक बेहतर भविष्य देना होगा।