नीमच की औषधीय फसलों को पतंजली योगपीठ से जोड़ा जा रहा है- मुख्यमंत्री
प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए अभियान चलाया जा रहा है – डा.मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव नीमच में श्री वीरेंद्र कुमार सखलेचा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए
नीमच में मेडिकल छात्रों से मुख्यमंत्री ने किया संवाद
नीमच से रामपुरा, झालावाड फोरलेन सडक निर्माण की मुख्यमंत्री ने की घोषणा
नीमच :- मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा औद्योगिक निवेश के लिए अभियान चलाया जा रहा है। नीमच एशिया में औषधीय फसलों की सबसे बडी मण्डी है। नीमच की औषधीय फसलों को योग गुरू बाबा रामदेव के पतंजली योग पीठ से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव मंगलवार 29 अक्टूबर को नीमच के वीरेन्द्र कुमार सखलेचा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय नीमच के लोकार्पण कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवडा, उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल एवं महिला एवं बाल विकास तथा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती निर्मला भूरिया, क्षेत्रिय सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक जावद श्री ओमप्रकाश सखलेचा, विधायक नीमच श्री दिलीप सिह परिहार, मनासा विधायक श्री अनिरूद्ध मारू,जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सज्जन सिह चौहान, श्री पवन पाटीदार, न.पा.अध्यक्ष श्रीमती स्वाति चौपडा एवं जनपदों के अध्यक्ष एवं नगरीय निकायों के अध्यक्ष भी मंचासीन थे।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने अपने उदबोधन में कहा, कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा धनवंतरी जयंती धनतेरस पर नीमच सहित तीन नये मेडिकल कॉलेज की सौगात दी जा रही है। सनातन संस्कृति में चिकित्सक को भगवान के रूप में देखा जाता है। चिकित्सा के छात्र मानवता की सेवा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होने कहा, कि नीमच में महामाया मॉ भादवामाता का आर्शिवाद रहा है, यहां भादवामाता के पानी से ही रोग ठीक हो जाते है। मुख्यमंत्री डा.यादव ने कहा, कि श्री वीरेन्द्र कुमार सखलेचा ने प्रशासनिक कुशलता की मिसाल कायम की है। उप मुख्यमंत्री एवं मुख्यमंत्री के रूप में स्व.श्री सखलेचा ने प्रशासनिक कुशलता के साथ जो काम किए है, वे आदर्श है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीमच में असंभव को संभव कर दिखाने का जज्बा रहा है। नीमचवासी काफी प्रेम लुटाते है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने झालावाड-रामपुरा-नीमच सडक को फोरलेन करने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री डा.यादव ने कहा कि अगले 4, 6 महीनों में गांधी सागर अभ्यारण में एशिया से लाकर चीते छोडे जाएंगे। इससे गांधीसागर में पर्यटन के नये द्वार खुलेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने उपस्थितजनों को धनतेरस, दीपोत्सव, धनवंतरी जयंती की बधाई देते हुए कहा, कि सरकार ने सभी त्यौहार शासकीय स्तर पर मनाने की शुरूआत की है। दशहरे पर्व शस्त्र पूजन किया गया। देश में गौर्वधन पूजा भी सरकार द्वारा की जावेगी।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रभारी मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक श्री परिहार, श्री सखलेचा, श्री मारू, जि.प.अध्यक्ष श्री चौहान, न.प.अध्यक्ष श्रीमती चौपडाएवं जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री जी का स्वागत किया।
विधायक श्री ओमप्रकाश सखलेचा एवं श्री परिहार की ओर से भगवान श्रीनाथ जी की तस्वीर भी मुख्यमंत्री जी को स्मृति स्वरूप भेंट की गई। इस मौके पर सम्भागायुक्त श्री संजय गुप्ता, आईजी श्री उमेश जोगा, कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा, एसपी श्री अंकित जायसवाल, एडीएम श्रीमती लक्ष्मी गामडएवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नवल सिह सिसोदिया सहित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, पार्षदगण, पत्रकारगण, गणमान्य नागरिक, हितग्राही, चिकित्सा छात्र-छात्राए मेडिकल कालेज का स्टाप एवं बडी संख्या में आम नागरिक एवं जिलेवासी उपस्थित थे