नीमचमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश नीमच 24 अक्टूबर 2024 गुरुवार

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नीमच में वृद्धजन स्‍वास्‍थ्‍य शिविर सम्‍पन्‍न- 97 वृद्धजन लाभांवित

नीमच 23 अक्‍टूबर 2024, जिला चिकित्सालय नीमच द्वारा बुधवार को रेडक्रॉस सभागार में सिविल सर्जन डॉ.महेंद्र पाटिल के मार्गदर्शन में वृद्धजनों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 97 वृद्धजनों ने उपचार का लाभ लिया। वृद्धजन स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.मनीष यादव, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.संगीता भारती, मेडीकल विशेषज्ञ डॉ.भानप्रताप अहिरवार, डॉ.विनय वर्मा, दंत चिकित्सक डॉ.प्रियंका देवपुरिया ने शिविर में मरीजों का परीक्षण कर, उपचार किया एंव निःशुल्क दवाई वितरित की। एनसीडी क्लिनिक स्टाफ श्री मनीष व्यास, नीलम वैध एव नर्सिंग विद्यार्थी फिजा खान ने मरीजों के बी.पी. शुगर की जाँच कर, पीला कार्ड बनाया और वृद्धावस्था से जुड़ी देखभाल के बारे में जानकारी दी।

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अवैधानिक गर्भसमापन पर कार्यवाही की जावेगी-डॉ.खाद्योत

जिला स्‍तरीय डी.एल.सी. की बैठक सम्‍पन्‍न

नीमच 23 अक्‍टूबर 2024, जिला स्‍तरीय डी.एल.सी.की बैठक मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डॉ.दिनेश प्रसाद की अध्‍यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में समस्‍त नर्सिंग होम एवं शासकीय संस्‍थाओं के नोडल चिकित्‍सक उपस्थित रहे। बैठक में जिला स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डॉ.आर.के.खाद्योत ने एम.टी.पी.एक्‍ट के बारे में विस्‍तृत जानकारी दी और निर्देश दिए गए, कि इस एक्‍ट के तहत प्रदाय की जाने वाली मासिक जानकारी समय पर सीएमओ कार्यालय में उपलब्‍ध कराये। बैठक में उपस्थित सदस्‍यों से एक्‍ट के बेहतर क्रियान्‍वयन के संबंध में चर्चा की गई।

बैठक में डॉ.खाद्योत ने बताया, कि अपंजीकृत और गैर चिकित्‍सक द्वारा दवाईयां एवं अन्‍य माध्‍यम से गर्भसमापन करना वैधानिक नहीं है, जो भी व्‍यक्ति इस कृत्‍य में शामिल पाया जावेगा, उस पर एम.टी.पी.एक्‍ट के तहत कार्यवाही की जावेगी। इसी प्रकार गर्भसमापन की दवाईयां भी बिना किसी चिकित्‍सक की सलाह के सीधे मेडीकल स्‍टोर से प्रदान करना पूर्णत:अवैधानिक होकर गलत है, ऐसी स्थिति में यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उस पर दण्‍डात्‍मक कार्यवाही की जावेगी।

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मेसर्स सनलाईट अल्‍कोलाईड प्रायवेट लि.मी.जनकपुर को पर्यावरणीय स्‍वीकृति के लिए लोक सुनवाई 8 नवम्‍बर को

नीमच 23 अक्‍टूबर 2024, भारत सरकार पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की पर्यावरण प्रभाव आंकलन अधिसूचना क्रमांक एस.ओ. 1533, दिनांक 14 सितम्‍बर 2006 के तहत आने वाले खदान, परियोजनाओं को राज्‍य से पर्यावरणीय स्‍वीकृति प्राप्‍त किया जाना अनिवार्य है। उसी तारतम्‍य में लोक सुनवाई कर जन आपत्तियों को आमंत्रित किये जाने का प्रावधान रखा गया है। ग्राम जनकपुर तहसील जावद जिला नीमच म.प्र.मैसर्स सनलाईट अल्‍कोलाईड प्रा.लि. द्वारा उद्योग स्‍थापित करने के लिए पर्यावरण स्‍वीकृति के तारतम्‍य में लोक सुनवाई का आयोजन 8 नवम्‍बर 2024 को दोपहर 12.30 बजे से आवेदित स्‍थल परिसर के समीप ग्राम जनकपुर तहसील जावद जिला नीमच(म.प्र.) में किया जावेगा।

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दो आरोपियों को छह माह तक थाना हाजरी का आदेश

नीमच 23 अक्‍टूबर 2024, कलेक्‍टर एवं जिला दण्‍डाधिकारी श्री हिमांशु चंद्रा द्वारा म.प्र.राज्‍य सुरक्षा अधिनियम 1090 की धारा-5(क,ख) के तहत आरोपी जाकीर पिता फकीर मोहम्‍मद निवासी मनासा, पुलिस थाना मनासा एवं आरोपी मनीष पिता नंदकिशोर यादव निवासी धानका मोहल्‍ला नीमच, पुलिस थाना नीमच केंट को छह-छह माह के लिए समाचार बनाये रखने के लिए पुलिस थाना मनासा एवं नीमच केंट में सप्‍ताह में एक दिन थाना हाजरी का आदेश जारी किया गया है।

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रद्दी नीलामी के लिए 28 अक्‍टूबर तक कोटेशन आमंत्रित

नीमच 23 अक्‍टूबर 2024, जिला निर्वाचन कार्यालय (भारत निर्वाचन) नीमच द्वारा पुराने एवं अनुपयोगी अभिलेखों की थ्रेडिंग (कतरन) कर विक्रय की जाना है। उक्‍त सभी प्रकार की रद्दी का अनुमानित वजन 10 से 15 क्विंटल के लगभग है। रद्दी कागज के व्‍यापारी, हाथ से कागज और कागज से बनी वस्‍तुएं बनाने वाले कागज मीलों के प्रतिनिधि जो रद्दी क्रय करने के इच्‍छुक हो, वे प्रति किलों के मान से बंद लिफाफे में अपनी दरें 28 अक्‍टूबर 2024 को दोपहर 2 बजे तक जिला निर्वाचन (भारत निर्वाचन) कार्यालय नीमच को प्रस्‍तुत कर सकते है। इस संबंध में विस्‍तृत जानकारी कार्यालयीन समय में 25 अक्‍टूबर तक प्राप्‍त की जा सकेगी। जिले की वेबसाईड www.neemuch.nic.in से भी नियम, शर्ते एवं प्रपत्र अपलोड किए जा सकते है।

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कलेक्‍टर ने किया विभिन्‍न शासकीय प्रोजेक्‍ट के लिए प्रस्‍तावित भूमि का अवलोकन

हवाई पट्टी विस्‍तार के लिए प्रस्‍तावित भूमि का किया निरीक्षण

नीमच 23 अक्टूबर 2024, कलेक्‍टर श्री हिमांशु चन्‍द्रा ने बुधवार को नीमच के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 नीमच के समीप स्थित उपलब्‍ध शासकीय जमीन नवीन सर्किट हाउस नीमच के समीप स्थित शासकीय जमीन एवं हवाई पट्टी से लगी हुई शासकीय जमीन का मौके पर अवलोकन कर प्रस्‍तावित विभिन्‍न शासकीय प्रोजेक्‍ट के लिए उपलब्‍ध भूमि की उपयुक्‍तता का जायजा लिया और मौका मुआयना किया। इस मौके पर एस.डी.एम. ममता खेड़े तहसीलदार श्री संजय मालवीय, राजस्‍व टीम एवं जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी.के.शर्मा एवं पी.आई.यू के सहायक यंत्री श्री रिंकु चौहान भी उपस्थित थे।

कलेक्‍टर श्री चन्‍द्रा ने हवाई पट्टी के समीप निर्मित केंद्रीय विद्यालय नीमच क्रमांक 2 से लगी हुई सी.एम.राईज स्‍कूल नीमच के लिए आवंटित शासकीय जमीन, पहुंच मार्ग उपलब्‍ध शासकीय जमीन, सी.एम.राईज स्‍कूल भवन निर्माण के लिए आवंटित भूमि का मौके पर अवलोकन किया। उन्‍होंने सर्किट हाउस से लगी हुई पिपलियाबाग रोड़ पर म.प्र. हाउसिंग बोर्ड को आवासीय कॉलोनी के लिए प्रस्‍तावित जमीन का मौके पर निरीक्षण कर अवलोकन किया। कलेक्‍टर ने नीमच की हवाई पट्टी के लिए भविष्‍य में किए जाने वाली विस्‍तार कार्यों के लिए उपलब्‍ध जमीन एवं उपयुक्‍तता का भी जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्‍यक निर्देश भी दिए।

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श्रीमती ठाकुर को न.प. सिंगोली के सी.एम.ओ. का अतिरिक्‍त प्रभार

नीमच 23 अक्टूबर 2024, कलेक्‍टर श्री हिमांशु चन्‍द्रा द्वारा म.प्र. नगरपालिका अधिनियम 1961 की धारा 90 के तहत प्रशासकीय कार्य व्‍यवस्‍था की दृष्टि से नगर परिषद डीकेन में पदस्‍थ मुख्‍य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती परमिला ठाकुर को अपने वर्तमान कार्य के साथ मुख्‍य नगरपालिका अधिकारी, सिंगोली के मुख्‍य नगरपालिका अधिकारी का अतिरिक्‍त प्रभार तत्‍काल प्रभाव से सौंपा गया है। शासन से मुख्‍य नगरपालिका अधिकारी की व्‍यवस्‍था होने पर यह आदेश स्‍वत: निरस्‍त माना जावेगा। यह आदेश तत्‍काल प्रभावशील होगा।

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कलेक्‍टर ने समितियों के प्रबंधकों को माह के द्वितीय एवं चतुर्थ शुक्रवार को किसान संगोष्‍ठी आयोजित करने के निर्देश दिए

नीमच 23 अक्टूबर 2024, कलेक्‍टर श्री हिमांशु चन्‍द्रा द्वारा किसानों को जागरूक करने के लिए जिले की बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्‍थाओं में किसान संगोष्‍ठी आयोजित करने के निर्देश सोसायटियों के प्रबंधकों को दिए है। इस किसान संगोष्‍ठी में किसानों को डी.ए.पी. खाद के विकल्‍प के तौर पर एन.पी.के, एस.एस.पी. के उपयोग हेतु किसानों को जागरूक एवं प्रेरित किया जावेगा। नैनो डी.ए.पी. एवं नैनो यूरिया के उपयोग हेतु किसानों को जागरूक एवं प्रेरित किया जावेगा। किसानों को खाद के अग्रिम उठाव, किसान क्रेडिड कार्ड के संबंध में जागरूक एवं प्रेरित कर शासन द्वारा दी जानी वाली शून्‍य प्रतिशत ब्‍याज दर, ऋण योजनाओं के संबंध अवगत कराया जावेगा। किसानों को शून्‍य प्रतिशत ब्‍याज दर पर लिए गए ऋण को समय पर जमा करवाने हेतु जागरूक व प्रेरित किया जावेगा। एग्रिकल्‍चर टर्म लोन के संबंध में किसानों को जानकारी दी जावेगी। शासन की योजनाओं जैसे उपार्जन आदि में किसानों को भाग लेने, नए किसानों को संस्‍थाओं के सदस्‍य बनाने हेतु प्रेरित किया जावेगा। कॉमन सर्विस सेंटर, प्रधानमंत्री जन औषधी केंद्र आदि के संबंध जागरूक करने करने के साथ ही नरवाई प्रबंधन के बारे में कृषकों को जानकारी दी जावेगी।

कलेक्‍टर ने सभी समितियों के प्रबंधकों को निर्देशित किया, कि उपरोक्‍तानुसार विषयों के साथ समय-समय पर शासन द्वारा लागू की जाने वाली योजनाओं, दिशा निर्देशों, किसान कल्‍याण एवं कृषि विकास विभाग, आत्‍मा द्वारा संचालित विभिन्‍न शासकीय योजनओं के संबंध में किसानों को अवगत कराने हेतु माह के द्वितीय एवं चतुर्थ शुक्रवार को सभी बहुउद्देश्‍यीय प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्‍थाओं में किसान संगोष्‍ठी आयोजित करना सुनिश्चित करे।

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गुणवत्ता में डी.ए.पी. से बेहतर है एन.पी.के. खाद किसानों से उपयोग की अपील

नीमच 23 अक्टूबर 2024, वर्तमान में जिले में किसानों से डी.ए.पी. के स्थान पर एन.पी.के. तथा सिंगल सुपर फास्फेस उर्वरक उपयोग किये जाने की अपील की गई है। डी.ए.पी. से नाईट्रोजन और फास्फोरस की पूर्ति होती है, जबकि एन.पी.के. में नाईट्रोजन, पोटाश एवं फास्फोरस होता है। किसान एनपीके का उपयोग कर बेहतर फसल उत्पादन प्राप्त कर सकते है। एनपीके 12:32:16 और 16:16:16 उर्वरकों से फसलों में मुख्य पोषक तत्व नत्रजन, फास्फोरस एवं पोटाश तत्व की पूर्ति होती है। इसी प्रकार 20:20:0:13 से नाईट्रोजन, फास्फोरस एवं सल्फर की पूर्ति होती है। डीएपी से केवल दो तत्व नत्रजन एवं फास्फोरस ही मिलते है। डीएपी से पोटाश तत्व की पूर्ति नहीं होती है। पोटाश फसलों की रोग प्रतिरोधकता क्षमता बढ़ाने हेतु आवश्यक होता है। इसके अलावा सिंगल सुपर फास्फेट जिसमें 16 प्रतिशत फास्फोरस, 12 प्रतिशत सल्फर एवं 21 प्रतिशत कैल्शियम पाया जाता है। इसके उपयोग से फसलों के उत्पादन में वृ‌द्धि होती है। जिले में रबी 2024-25 में मुख्य फसल गेंहूं, सरसों, चना, अलसी आदि है। इसके लिए एनपीके उर्वरक का उपयोग किया जा सकता है। उपसंचालक कृषि श्री भगवान सिंह अर्गल ने किसान भाईयों से अपील है कि एन.पी.के., सिंगल सुपर फास्फेट तथा नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी का भी अधिक से अधिक उपयोग कर, बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते है। नैनो डीएपी (500ML बॉटल) से क्विंटल बीज उपचार करने से लगभग डीएपी की आधी मांग को कम किया जा सकताहै ।

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भ्रम में न रहें, महालक्ष्मी पूजा केवल 1 नवम्बर को शास्त्र सम्मत

नीमच। कर्मकाण्डीय विप्र परिषद नीमच के संरक्षक पं.मालचन्द षर्मा एवं अध्यक्ष पं.राधेश्याम उपाध्याय ने आगामी दीपावली पर्व को लेकर समाचार पत्रों, सोषल मीडिया सहित टीवी चैनलों पर फैलाई जा रही कई भ्रान्तियॉं से भ्रमित न होकर आमजन से प्रामाणिक, शास्त्रोक्त मतानुसार 1 नवम्बर को ही श्री महालक्ष्मी पूजन (दीपावली पर्व) उत्सव मनाने का आग्रह किया है। यथा –

श्री रामजन्मभूमि अयोध्या में भी 1 नवम्बर को होगी दीपमालिका

14 वर्ष के वनवास के उपरान्त जब श्री राजा राम अयोध्या लौटै, तब दीपमालिका पर्व मनाया गया था। अयोध्या में भी 1 नवम्बर को दीपावली पर्व मनाया जा रहा है।

सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरू शंकराचार्यजी का मत

1 नवम्बर को ही दीपावली पर्व मनाया जाना शास्त्र सम्मत

सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरू कांची पीठाधीष्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी शंकर विजयेन्द्र सरस्वती के सानिध्य में 10 एवं 11 अगस्त 2023 को राष्ट्रीय स्तर की पंचांग गोष्ठी सम्पन्न हुई, जिसमें सर्वानुमति से आगामी 1 नवम्बर 2024 को दीपावली पर्व पर महालक्ष्मी पूजन करना उचित व शास्त्रोक्त माना गया था। ज्ञातव्य है कि सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरू शंकराचार्यजी की आज्ञा/निर्णय मानना प्रत्येक सनातन धर्मावलम्बी के लिए अनुकरणीय व हितकारी है। सनातन धर्म में शंकराचार्य का पद ईश्वर के समान माना गया है। इनसे बडा कोई धर्म गुरू नहीं है। शास्त्रों के निष्णात मर्मज्ञ होने होने के कारण इनके द्वारा दिया गया निर्णय/आज्ञा जनहितकारी होता है।

उदयात तिथि अनुसार

प्रत्येक पंचांग में चतुर्दशी (14) गुरूवार 31 अक्टूबर एवं अमावस्या (30) शुक्रवार 1 नवम्बर का उल्लेख है। उदयात के मान से सूर्योदय से लेकर पुनः अगले सूर्योदय तक वह तिथि मानी जाती है। अतः 31 अक्टूबर को चतुर्दशी (14) एवं 1 नवम्बर को अमावस्या (30) लोक में मान्य है। 1 नवम्बर 2024 को ही सूर्योदय से दूसरे दिन सूर्योदय के मध्य आने वाले सभी मुहूर्त्त वृषभ लग्न, सिंह लग्न आदि महालक्ष्मी पूजन के लिए शास्त्रसम्मत व उपयुक्त हैं।

अमावस्या दोनों दिन प्रदोषव्यापिनी हो या दोनो ही दिन प्रदोषव्यापिनी न हो या एक दिन प्रदोषव्यापिनी और एक दिन प्रदोषव्यापिनी ना हो तो भी धर्मसिन्धु निर्णयसिन्धु के अनुसार दूसरे दिन ही लक्ष्मीपूजा का उल्लेख है।

दीपावली प्रकरण धर्मसिन्धु के अनुसार सूर्योदय से सूर्यास्त उपरान्त अमावस्या हो तो इसमें किसी प्रकार का सन्देह नहीं करना चाहिए। इसलिये 1 नवम्बर को ही लक्ष्मीपूजा शास्त्र सम्मत है।

1 नवम्बर को उत्तम धनवृद्धि का दुर्लभ योग

संस्कृत महाविद्यालय इन्दौर के विद्वानों का भी मत है कि पुरूषार्थ चिन्तामणि के अनुसार 1 नवम्बर को ही दीपावली मनाना उत्तम है। क्योंकि इस दिन सूर्य 15 डिग्री और चन्द्रमा भी 15 डिग्री पर होकर उत्तम धनवृद्धि का दुर्लभ योग बना रहे हैं।

31 अक्टूबर (चतुर्दषी$अमावस्या) को महालक्ष्मी पूजन उपयुक्त नहीं

चतुर्दषी+अमावस्या की रात्रि को कालरात्रि भी माना जाता है। इसमें महाकाली पूजा, तांत्रिक प्रयोग साधना, भैरव साधना एवं देवी देवताओं के उग्र स्वरूप की साधना करना ठीक है, लेकिन महालक्ष्मी की पूजा तो अमावस्या$प्रतिपदा के योग (1 नवम्बर) में ही किया जाना शास्त्र सम्मत और फलदायी है। चतुर्दशी पर महालक्ष्मीपूजन तभी उपयुक्त है, जब कभी अमावस्या के दिन सूर्यग्रहण हो, अन्यथा नहीं। इसलिए 31 के बजाए 1 नवम्बर को ही महालक्ष्मी पूजन उपयुक्त व सर्वश्रेष्ठ रहेगा।

कुतर्कों से बचें, शास्त्रसम्मत प्रामाणिक धर्मग्रंथों की मानें

केवल सर्वमान्य एवं प्रमाणिक धर्मसिन्धु, निर्णयसिन्धु एवं पुरूषार्थ चिन्तामणि जैसे प्राचीनतम ग्रंन्थों के अनुसार ही दीपावली का निर्णय लिया जाना चाहिए, अन्य अविश्वसनीय ग्रंथों का नहीं।

पूर्व में भी निर्मित हुई थी ऐसी ही स्थितियां

वर्ष 2003, 2013 एवं 2018 में भी ऐसी ही समानान्तर स्थितियां (जैसी 1 नवम्बर को लेकर है) निर्मित हुई थीं, लेकिन उस समय इस बारे में कोई विवाद नहीं हुआ और सर्वसम्मति से दूसरे दिन ही महालक्ष्मी पूजा पर्व मनाया गया।

राष्ट्रीय अवकाश 31 को, लेकिन दीपावली 1 नवम्बर को मनाना ही उचित

यद्यपि कुछ लोग दीपावली के राष्ट्रीय अवकाश 31 अक्टूबर को होने से भी भ्रम में हैं, तदापि अभिमत यह कि राजकर्म व धर्म अलग अलग व्यवस्थाएं हैं। राज्य अपनी व्यवस्था अनुसार चलता है, जिसकी व्यवस्थाएं कभी कभी अलग/भिन्न भी हो सकती हैं। धार्मिक गतिविधियां तो शास्त्रसम्मत तरीके से करना ही फलदायी होता है। इस अनुसार 1 नवम्बर को ही दीपावली पर्व मनाया जाना शास्त्र व धर्मसम्मत है।

नीमच के सभी मंदिरों में 1 नवम्बर को ही मनेगी दीपावली, 2 को होगा अन्नकूट

नीमच शहर के सभी मंदिरों में 1 नवम्बर को ही दीपावली मनाई जाएगी। जबकि अगले दिन 2 नवम्बर को अन्नकूट होगा। नीमच सर्व समाज द्वारा भी 1 नवम्बर को दीपावली पर्व मनाया जाएगा।

स्थानीय पंचांगों की दृग्गणित अनुसार एवं कर्मकाण्डीय विप्र परिषद नीमच के अनुसार 1 नवम्बर को ही दीपावली पर्व मनाना शास्त्रसम्मत एवं षुभफलकारक है।

यः शास्त्रविधिमुत्सृज्य वर्तते कामकारतः।

न स सिद्धिमवाप्नोति न सुखं न परां गतिम्।। (श्रीमद् भगवत गीता 16.23)

जो पुरुष शास्त्रविधि को त्यागकर अपनी कामना से प्रेरित होकर मनमर्जी का ही कार्य करता है, वह न पूर्णत्व की सिद्धि प्राप्त करता है, न सुख और न परा गति।।

पं.राधेश्याम उपाध्याय, अध्यक्ष मो. 9406607575

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