समाचार मध्यप्रदेश नीमच 22 अक्टुबर 2024 मंगलवार
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जैव विविधता जीवन के लिए बहुत जरूरी है-श्री चंद्रा
कलेक्टर द्वारा जैव विविधता क्वीज के विद्यार्थियों को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र वितरित
नीमच 21 अक्टूबर 2024, जैव विविधता, जीवन के लिए बहुत जरूरी है, जीवन का हिस्सा है। प्राकृतिक संतुलन के लिए जैव विविधता बेहद अहम है। विद्यार्थी जैव विविधता के महत्व को समझे और इसके संरक्षण में सहयोगी बने। यह बात कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने सोमवार को शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि.नीमच में म.प्र.राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा आयोजित जिला स्तरीय जैव विविधता क्वीज 2024 के विजेता विद्यार्थियों को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र वितरित करते हुए कही। इस मौके पर डीएफओ श्री एस.के.अटोदे, प्राचार्य श्री अनिल व्यास, एसडीओ फारेस्ट श्री दशरथ अखण्ड एवं बडी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जिला स्तरीय जैव विविधता क्वीज में प्रथम, द्वितीय, एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और प्रथम स्थान पर रहे विद्यार्थियों से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद जताते हुए, सफलता के लिए बधाई दी।
प्रतियोगिता के नोडल एसडीओ फारेस्ट श्री दशरथ अखण्ड ने जैव विविधता क्वीज की विस्तृत रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा, कि इस प्रतियोगिता के लिए जिले के 85 स्कूलों ने पंजीयन करवाया और 71 स्कूल के 255 विद्यार्थियों ने क्वीज में भागीदारी की। जिला स्तरीय क्वीज में चयनित प्रतिभागी राज्य स्तरीय क्वीज में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अवसर पर कलेक्टर श्री चंद्रा एवं डीएफओ श्री एसके अटोदे ने जिला स्तरीय जैव विविधता क्वीज में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले शा.उ.मा.वि.डीकेन की छात्रा लक्ष्मी पाटीदार, हर्षिता पाटीदार एवं छात्र प्रद्युमन नागर को स्वर्ण पदक पहनाकर एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही द्वितीय स्थान पर रहे शा.उ.मा.वि.बोरदिया कला की कीर्ती राठौर, अक्षरा शर्मा एवं आकांशा कुंवर को रजत पदक पहना कर एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इसी तरह तीसरे स्थान पर रहे शा.उ.मा.वि.सी.आर.पी.एफ. नीमच के छात्र सुरेन्द्र राठोर, छात्रा कृतिका सगर एवं मयंक योगी को भी कांस्य पदक पहनाकर एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
प्रारंभ में कलेक्टर एवं डीएफओ ने मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। एसडीओपी फारेस्ट श्री दशरथ अखण्ड, डिप्टी रेंजर श्री आर.के.प्रजापति ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। अंत में श्री अखण्ड ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट विद्यालय के शिक्षकगण एवं जिले के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, वन विभाग के डिप्टी रेंजर श्री आर.के.प्रजापति, श्रीमती ललीता शक्तावत एवं श्री आशीष पलास सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
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शराब की अवैध बिक्री को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा – उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा
संगठित अपराध पर हो कडा़ई से कार्रवाई
आबकारी विभाग को 16 हजार करोड़ रूपये का राजस्व लक्ष्य व्यावसायियों के लिये हुई कार्यशाला
नीमच 21 अक्टूबर 2024 उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि मध्यप्रदेश में शराब की अवैध बिक्री पर सख्ती से रोक लगाई जाए। साथ ही संगठित अपराध पर कड़ी कारवाई की जानी चाहिए। श्री देवड़ा ने सोमवार को भोपाल स्थित पर्यावरण अध्ययन संस्थान (इप्को) में आयोजित नवीन आबकारी नीति/आबकारी व्यवस्था वर्ष 2025-26 के निर्धारण के संबंध में मदिरा की फुटकर बिक्री की दुकानों के लायसेंसियों की कार्यशाला में कही। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने आसवक एवं देशी/विदेशी मदिरा विनिर्माताओं एवं बार-लायसेंसियों के साथ भी बैठक की। श्री देवड़ा ने वाणिज्यक कर विभाग की उपलब्धियों को लेकर भी चर्चा की।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि उनका कर्तव्य है कि अधिकारी अपने मुख्यालय पर रहकर अवैध कार्यो के प्रति सजग रहें। उन्होने कहा कि किसी भी परिस्थिति में मदिरा का अवैध परिवहन ना हो तथा संगठित अपराधियों के विरूद्व कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। प्रदेश में शराब के अवैध कारोबार पर पैनी नजर रखी जाएगी और जहां भी अवैध कारोबार या कालाबाजारी की सूचना मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार को राजस्व देने में वाणिज्यकर विभाग का महत्वपूर्ण योगदान है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में आबकारी विभाग का राजस्व लक्ष्य 16 हजार करोड़ रूपये है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी के समन्वित प्रयास से यह लक्ष्य भी हम प्राप्त कर लेगें।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा निरंन्तर नए-नए नवाचार किये जा रहें हैं। विभिन्न राज्यों की आबकारी नीति का अध्ययन किया जा रहा है। उनकी अच्छाईयों को प्रदेश की आबकारी नीति में संम्मिलित किया जाएगा। उन्होने कहा कि नीति
तभी ठीक होगी जब अनुभवी लोगो से बात की जायेगी। कार्यशाला में प्रदेश के मदिरा व्यावसायियों एंव ठेकेदारों द्वारा उप मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से भी अवगत कराया गया। उप मुख्यमंत्री श्री देवडा ने कहा कि अगर समस्या है तो उसका समाधान भी सरकार करेगी। कठिनाईयों को दूर किया जायेगा। सरकार बहुत सजग है। उन्होनें विभागीय अधिकारियों का निर्देश दिये कि प्रदेश के शराब व्यावसायियों की समस्या को हल करने का प्रयास करे। श्री देवड़ा ने कहा कि प्रदेश के राजस्व प्राप्ति में आबकारी विभाग की अहम भागीदारी रहती है।कार्यशाला में उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा ई-आबकारी पोर्टल के माध्यम से लायसेंसियों को अनेक सुविधाऐं प्रदान की गई हैं, जिससे अधिक पारदर्शिता के साथ कार्य संम्पादित किये जा रहें हैं तथा राजस्व में निरंन्तर वृद्धि हो रही है। लायसेंसी भी नियमानुसार अपनी दुकान एवं बार का संचालन करें, विभाग द्वारा किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर लायसेंसियों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जावेगी।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि विभागीय अधिकारियों से अपेक्षा है कि आप सभी जनप्रतिनिधियों/मंत्रियों/विधायकों के माध्यम से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण करें एवं निराकरण के बाद संबंधित को अवगत भी कराया जाए। आबकारी अधिनियम का प्रभावी क्रियान्वयन कर आबकारी अपराधों पर रोक लगाना हम सभी का दायित्व है। सभी के समन्वित प्रयास से वर्ष 2025-26 के लिए संतुलित आबकारी नीति बनाना ही विभाग का लक्ष्य है। आशा करता हूं कि हम इसमें पूरी तरह सफल होगें।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्री अमित राठौर ने कहा कि प्रदेश के राजस्व में मदिरा व्यावसायियों का बड़ा योगदान रहता है। उन्होने अपेक्षा कि जनता के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा का ध्यान रखा जाना चाहिए। आबकारी आयुक्त श्री अभिजीत अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विभागीय अधिकारी एवं मदिरा व्यावसायियों/लाइसेंसियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
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जल संचयन के लिए सभी ग्राम पंचायतों में बोरी बंधान के कार्य प्रारम्भ
नीमच 21 अक्टूबर 2024, जल संकट का समाधान जल के संरक्षण से ही सम्भव है। जल संचय छोटे-छोटे कार्यो से हो सकता है। कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा के मार्गदर्शन में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी-छोटी जल संरचनाओं पर वर्षा ऋतु के बाद जल के बहाव को रोककर जल संचयन के लिए बोरी बंधान का कार्य प्रारंभ किया गया है।
इसमें मिट्टी का कटाव रोकने के लिए बोरियों में मिट्टी भर कर जल संरचनाओं पर बांध बनाने का काम किया जा रहा है । जिले की सभी 243 ग्राम पंचायतों में बोरी बंधन का कार्य पर प्रारंभ कर दिया गया है। कलेक्टर ने इस कार्य में ग्रामीणों से भी सहभागिता की अपील की है, ताकि ग्रामीण जन भी अपने-अपने क्षेत्र में जल को संरक्षित कर जल स्तर को बढ़ाने में सहभागी बन सकें। जिले में बोरी बंधान से बहुत कम लागत में खेतों में पर्याप्त नमी से आगामी गेहूं व चने की फसल हो सकेगी और मवेशियों को भी पानी मिलेगा।मिट्टी का कटाव भी रुकेगा। जगह-जगह जल भंडारण होने से भूगर्भीय जल स्तर भी बढ़ेगा।
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आई.टी.आई.प्रवेश 30 अक्टूबर तक ले
नीमच 21 अक्टूबर 2024 शासकीय आई.टी.आई नीमच में रिक्त सीटों पर पहले आओ- पहले पाओं के तहत रजिस्ट्रेशन एवं प्रवेश 30 अक्टूबर 2024 तक लिया जा सकेगा। कोपा में 29 सीट, स्टोनो: हिन्दी 27 सीट, इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक में 13 सीट, मैकेनिक डीजल में पांच एवं फीटर(आई.एम.सी.) एक सीट रिक्त है। इच्छुक अभ्यर्थी आईटीआई में उपस्थित होकर प्रवेश ले सकते है।
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लिपिकवर्गीय कर्मचारियों के लिए नियमित विभागीय लेखा प्रशिक्षण सत्र एक दिसम्बर से
लेखा प्रशिक्षण के लिए बीस नवम्बर तक आवेदन आमंत्रित
नीमच 21 अक्टूबर 2024, मध्यप्रदेश शासन के नियमित लिपिकवर्गीय एवं नगर निगम, नगर परिषदों के लिपिकवर्गीय कर्मचारियों के लिए विभागीय लेखा प्रशिक्षण सत्र एक दिसम्बर 2024 से 15 फरवरी 2025(दस सप्ताह) तक लेखा प्रशिक्षण शाला उज्जैन में आयोजित किया जा रहा है। जिला कोषालय अधिकारी श्री बी.एम.सुरावत ने सभी जिला अधिकारियों को उनके अधीनस्थ कार्यालयों में पदस्थ अप्रशिक्षित लिपिकवर्गीय कर्मचारियों के आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप में संबंधित कार्यालय प्रमुख के कवरिंग लेटर के साथ सीधे प्राचार्य, लेखा प्रशिक्षण शाला, उज्जैन, रघुवंशम भवन इस्कॉन मंदिर के पास भरतपुरी, उज्जैन(म.प्र.) को प्रेषित करने के निर्देश दिए है।
प्रशिक्षण के लिए पात्रता-लिपिकवर्गीय कर्मचारी की नियमित सेवा अवधि एक वर्ष पूर्ण होना अनिवार्य है। सेवा शर्त के अनुक्रम में म.प्र.शासन शीघ्रलेखन तथा मुद्रलेखन परीक्षा परिषद से हिंदी मुद्रलेखन, परीक्षा, एम.पी.एस.ई.डी.सी.से सी.पी.सी.टी.परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। यदि विभागीय भर्ती नियमों में हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने से छूट प्रदान की गई हो, तो तत्संबंधी कार्यालय प्रमुख का प्रमाण पत्र संलग्न किया जाना अनिवार्य होगा। मध्यप्रदेश शासन के नियमित लिपिकवर्गीय कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण शुल्क देय नहीं है, जबकि अर्द्धशासकीय, निगम एवं मण्डल कार्यालयों में पदस्थ नियमित पात्र कर्मचारियों को प्रशिक्षण हेतु नामांकित होने पर राशि रूपये 2000/- प्रशिक्षण शुल्क लेखाशीर्ष 0070-60-800-0000 अन्य प्राप्तियॉं में जमा करना अनिवार्य होगा।
आवेदन पत्र 20 नवम्बर 2024 को शाम 5 बजे तक प्राप्त हो जाना चाहिए। प्रस्तावित प्रशिक्षण सत्र में क्षमता से अधिक आवेदन प्राप्त होने पर शासकीय विभाग के लिपीकीय सेवकों को प्राथमिकता दी जाएगी। तत्पश्चात निगम, मण्डल के कर्मचारियों को आवेदन पत्र प्राप्ति की वरियता अनुसार( प्रथम आओं प्रथम पाओं के सिद्धांत पर) आवेदन स्वीकार किये जावेंगे एवं शेष आवेदकों को आमागी सत्र में प्राथिमकता दी जावेगी। लेखा प्रशिक्षण शाला में प्रवेश एवं परीक्षा तथा अग्रिम वेतनवृद्धि के संबंध में शासन द्वारा समय-समय पर जारी नियम, निर्देश मान्य होंगे।
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नीमच की पुलिस लाईन में मनाया गया पुलिस स्मृति दिवस समारोह
विधायक, जि.पं.अध्यक्ष, कलेक्टर एवं एस.पी.द्वारा श्रृद्धा सुमन अर्पित
नीमच 21 अक्टूबर 2024,प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नीमच में 21 अक्टूबर 2024,को जिला पुलिस लाईन कनावटी नीमच में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में अपने कर्तव्यों का निवर्हन करते हुए, आमजनों की खुशहाली एवं सुरक्षा के लिए गत एक वर्ष में अपने जीवन की परवाह ना करते हुए, अपने प्राणों की आहूति देने वाले देश के 216 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पुलिस परिवार नीमच द्वारा श्रृद्धांजलि अर्पित की गई।
इस मौके पर पुलिस स्मृति दिवस परेड भी आयोजित की गई, जिसमें जिला पुलिस बल एवं एस.ए. एफ.की प्लाटून ने शहीदों को सशस्त्र सलामी दी और अपने श्रृद्धासुमन अर्पित किए। विधायक श्री दिलीपसिंह परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सज्जनसिंह चौहान, कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा, जिला पुलिस अधीक्षक श्री अकित जायसवाल, सी.एस.पी.श्री अभिषेक रंजन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री एन.एस. सिसौदिया, एसडीएम डॉ.ममता खेडे सहित थाना प्रभारियों व जवानों ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रृद्धांजली दी।
पुलिस अधीक्षक श्री अंकित जायसवाल ने विगत एक वर्ष की अवधि में देश में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए, अंतरिक सुरक्षा के लिए अपना बलिदान देने वाले सभी राज्यों के 216 शहीद पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों और जवानों के नामों की सूची का वाचन भी किया।
उल्लेखनीय है, कि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हाट स्प्रिंग नामक स्थान पर चीनी हमले का मुकाबला करते हुए, शहीद हुए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के दस वीर जवानों की शहादत को याद करने के लिए प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाकर, सम्पूर्ण देश में कर्तव्य की बलि वेदी पर प्राण न्यौछावर करने वाले, सभी पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को श्रृद्धांजली अर्पित की जाती है। समारोह में डी.पी.ओ. श्री जगदीश चौहान, ए.डी.पी.ओं.श्री चन्द्रप्रकाश नाफड़े सभी एसडीओपी श्री विमलेश उईके, कमांन्डेट होमगार्ड श्री युवराज सिंह चौहान, आर.आई श्री विक्रम सिंह, सूबेदार श्री धर्मेद्र गौड़ तथा थाना प्रभारी, पुलिस अधिकारी, कर्मचारी जिला अधिकारी,पत्रकार, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संजय जोशी ने किया ।
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