भोपाल में छापेमारी के बाद चर्चा में मंदसौर, ड्रग्स तस्करों से भरी मंदसौर जेल, 642 कैदी, इनमें 62% तस्करी के
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भोपाल में छापेमारी के बाद चर्चा में मंदसौर, ड्रग्स तस्करों से भरी मंदसौर जेल, 642 कैदी, इनमें 62% तस्करी के
भोपाल में 1814 करोड़ की एमडी (मेफोड्रोन) ड्रग्स कांड से मंदसौर फिर चर्चा में है। दोनों मुख्य सप्लायर हरीश आंजना और प्रेमसुख पाटीदार यहीं से हैं। इस बीच, भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि यहां की जेलें ड्रग्स तस्करों से भर गई हैं। जिला जेल में तो 62 फीसदी कैदी मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े हैं।
जिला जेल की क्षमता 372 कैदियों की है, लेकिन फिलहाल यहां 642 कैदी बंद हैं। इनमें से 398 कैदी एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) के तहत गिरफ्तार किए गए हैं। शेष 244 अन्य अपराधों जैसे हत्या, लूटपाट, धोखाधड़ी और घरेलू हिंसा में शामिल हैं। सहायक जेल अधीक्षक राजेश विश्वकर्मा ने बताया कि इनमें 630 पुरुष और 12 महिलाएं शामिल हैं।
जेल की क्षमता 372 कैदियों की, अब नई जेल की जरूरत
मंदसौर जेल में गरोठ उप-जेल से भी मादक पदार्थों के आरोपी कैदियों को शिफ्ट किया जा रहा है। इस वजह से कैदियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। मौजूदा जेल 1.06 हेक्टेयर में बनी है, लेकिन अब भूखी गांव में 39 एकड़ में नई जेल बनाई जाएगी। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है।