तमोली समाज के द्वारा केशुबाउजी का पांच दिवसीय जन्मोत्सव मनाया जा रहा है दीपावली के रूप में
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तमोली समाज के द्वारा केशु बाउजी का पांच दिवसीय जन्मोत्सव मनाया जा रहा है दीपावली के रूप में
राजू पटेल
कुकड़ेश्वर- नगर में सूर्यवंशी कुमरावत तंबोली समाज द्वारा केशु बावजी का पांच दिवसीय जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है इस महोत्सव की शुरुआत दशहरे के साथ हुई, जिसमें केशु बावजी की मार तुलसी, बांस, सुतली और जंगल की लकड़ी से बनी प्रतिमा का निर्माण किया गया। पांच दिनों तक यह प्रतिमा समाज के हर घर में ले जाई जाएगी, जहां पूजा-अर्चना की जाएगी।
महोत्सव का समापन शरद पूर्णिमा के दिन होगा, जब बैंड-बाजों के साथ केशु बावजी की बारात निकाली जाएगी। इसके बाद मटकी रूपी दुल्हन के साथ केशु बावजी का विवाह मार तुलसी से निर्मित प्रतिमा से संपन्न कराया जाएगा। विवाह के पश्चात प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। इस अवसर पर समाज के लोग लड्डू और बाटी का भोग लगाकर पूजा करेंगे। महोत्सव के हर दिन समाज के लोग बड़ी संख्या में आकर धार्मिक अनुष्ठानों में भाग ले रहे हैं, जिससे पूरे नगर में उत्साह और आस्था का माहौल बना हुआ है। समाज के वरिष्ठ शिव टोडावाल ने बताया केशु बावजी को भूत बावजी भी कहते
अमृत भानपिया ने बताया हैं यह हमारे आराध्य देव है यह हमारी पनवाडीयों में जो काम पुरुष करते हैं वह सारे काम पान की वेले बांधना पान को तोड़ना बलियों को गाडना तार बांधना सारे काम केशु बावजी करते थे पत्रकार भंवरलाल मांडीवाल ने बताया जब हम लोग उनसे मिलने जाते तो मनुष्य के रूप में बापजी हमसे बातचीत करते थे आशीर्वाद के साथ सिर्फ हम रोटियां बना कर ले जाते और वह रोटी खाकर हमारे सारे काम कर देते थे और हम घर आते टाटी टाटी बांधकर घर की ओर प्रस्थान करते हुए बोलकर आ जाते हैं कि आज यह काम बाकी रहा है कल तक काम को पूरा कर देना
विनोद मोदी ने बताया रोटी लेकर पानवाड़ी जाते तब तक सारा काम केशु बाबूजी करके रखते थे बाबूजी की एक शर्त थी की बस मेरे जहां मेरा निवास है वहां महिला नहीं आना चाहिए एक दिन क्या हुआ पनवाड़ी मलिक के साथ उनकी घरवाली पीछे पीछे पनवाड़ी आ गई जैसे ही केशू बाबूजी की नजर महिला पर पड़ी और केशु बावजी वहीं से अदृश्य हो गए फिर भी उन्होंने जाते-जाते आशीर्वाद देकर गए उन्होंने कहा था जाहां मेरे निवास है वहां पर महिला नहीं आना चाहिए लेकिन फिर महिला क्यों आई समायाचना के साथ माफी मांगने पर केशू भावजी ने खुश होकर आशीर्वाद दिया उन्होंने कहा जो 1 साल में 5 दिन मेरे नाम का उत्सव मनाना मैं तुम्हें शक्ति दूंगा जिससे आप आपके खेती बाड़ी पनवाड़ी में काम कर सकोगे उस दिन से आज दिन तक सत्तू तमोली ने बताया तमोली समाज के सभी समाज जन सामूहिक रूप से मिलकर दीपावली के रूप में पांच दिवसीय केशू बावजी का उत्सव मनाते आ रहे हैं।