चार राज्यों में फैला था भोपाल के कारखाने में बनने वाली ड्रग्स की सप्लाय का नेटवर्क, पुलिस जुटी तलाशी में

एनसीबी अधिकारी और मंदसौर पुलिस टीम हतुनिया प्रेमसुख पाटीदार का घर तलाशने पहुंची
भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र में पकड़े गए कारखाना में बनाई जाने वाली एमडी ड्रग्स का राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश के बीच बड़ा कारोबार होता था। एमडी ड्रग बनाने के लिए कच्चे सामान की खरीदी भी इन्हीं के बीच होती थी। दरअसल, कारखाना में बनाई जाने वाली एमडी ड्रग्स राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में सप्लाय की जाती थी। प्रतापगढ़ सप्लाय का सेंटर प्वाइंट था। वहां से वहां से राजस्थान के जिलों के अलावा दूसरे राज्यों में भी सप्लाय भेजी जाती थी।
एमडी ड्रग्स का कारखाना संचालित करने के आरोपितों से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है। इसके बाद एनसीबी ने इसकी जानकारी राजस्थान पुलिस को दे दी है। राजस्थान पुलिस ने एनसीबी के इनपुट के आधार पर अपने प्रदेश में नशे के नेटवर्क को खंगालना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि अब आरोपितों से राजस्थान पुलिस भी पूछताछ करके जानकारी जुटा सकती है।
इधर मप्र मंदसौर जिले के एनसीबी अधिकारी और पुलिस टीम हतुनिया पहुंची ।जानकारी के अनुसार एमडी ड्रग मामले में एनसीबी अधिकारी राजावत एवं मन्दसौर पुलिस की टीम एसडीओपी कीर्ति बघेल एवं पुलिस बल के साथ ड्रग मामले में खुद को गोली मारकर सरेंडर करने वाले आरोपी प्रेम सुख पाटीदार के घर ग्राम हतुनिया पहुंचीं है जहां घर की तलाशी ली जा रही है।