भारत विकास परिषद गरोठ द्वारा नि:शुल्क नेत्र शिविर रक्त दान शिविर सम्पन्न

निक्षय मित्र योजना मे 51 फ़ूड बास्केट का वितरण

टीवी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत आज 51 टीवी मरीजों को निक्षय मित्र योजना मे मित्र बनकर फुट बास्केट वितरण भी किए गया।
शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉक्टर हिमांशु यजुर्वेदी संस्थापक ब्लड ऑन कॉल मनोचिकित्सक अपराध विश्लेषक व् मोटिवेशनल कोच जिला चिकित्सालय मंदसौर डॉक्टर किशोर सिंह परिहार ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर गरोठ व संरक्षक डॉ संजय पजाबी भारत विकास परिषद के प्रांतिय प्रमुख नरेंद्र चौधरी भारत विकास अध्यक्ष राधेश्याम सेठिया सचिव हेमंत पाटीदार, कोषाध्यक्ष सुरेश शर्मा ,प्रांतीय सदस्य राजेश चौधरी महेन्द्र शर्मा शिविर समन्वयक़, रक्तदाता समूह के मिथुन धनोतिया इंदिरा गांधी जिला हॉस्पिटल मंदसौर परामर्श दाता राम गोपाल पाटीदार लाभ मुनि हॉस्पिटल से शिवानी शर्मा कि उपस्थिति मेंभारत माता वह विवेकानंद जी के चित्र पर माल्याअर्पण व दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ हुआ।
अतिथियों का स्वागत भारत विकास परिषद के सदस्यो व रक्तदाता समूह के सदस्यों व शर्मा परिवार से विजय शर्मा हेमन्त शर्मा श्रीमती तृप्ती शर्मा वात्सल्य शर्मा रमेश शर्मा के द्वारा किया गया
इस अवसर पर मुख्य अतिथि हिमांशु यजुर्वेदी जी ने थेलासिमिया के बारे मे विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की थैलेसीमिया क्या है, कैसे होते हैं
थैलेसीमिया बच्चों को माता-पिता से अनुवांशिक तौर पर मिलने वाला ब्लड डिसऑर्डर है। इस रोग के होने पर शरीर की हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया में बाधित होती है, जिसके कारण एनीमिया के लक्षण दिखाई देते हैं। इसकी पहचान तीन माह की आयु के बाद ही होती है। इसमें रोगी बच्चे के शरीर में खून की भारी कमी होने लगती है, जिसके कारण उसे बार-बार बाहर से खून की आवश्यकता पड़ती है। थैलेसीमिया दो प्रकार का होता है। यदि पैदा होने वाले बच्चे के माता-पिता दोनों के जींस में माइनर थैलेसीमिया होता है, तो बच्चे में मेजर थैलेसीमिया हो सकता है, जो काफी घातक हो सकता है। किन्तु माता-पिता में से एक ही में माइनर थैलेसीमिया होने पर किसी बच्चे को खतरा नहीं होता। यदि माता-पिता दोनों को माइनर रोग है तब भी बच्चे को यह रोग होने के 25 प्रतिशत संभावना है। अतः यह जरूरी है कि विवाह से पहले महिला-पुरुष दोनों इस संबंध में अपना टेस्ट कराएं।
रक्तदान के बताया की लोगों द्वारा रक्त दान करने से दिल की सेहत में सुधार, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम माना जाता है। खून में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकती है।
नियमित रूप से रक्तदान करने से आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित हो जाती है। जो दिल की सेहत के लिए अच्छी है। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए। इससे जरुरत मंद की मदद हो सकेगी।
इस अवसर पर राजेश चौधरी द्वारा देश हमे देता सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखे के माध्यम से सेवा का संदेश दिया।साथ हि रक्दान,नेत्रदान के लिये समाज को आगेआने हेतु प्रेरित किया l
सचिव हेमंत पाटीदार द्वारा बताया गया की आज राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत माननीय प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए निक्षय मित्र योजना मे भारत विकास के सद्स्य मित्र बनकर
टीबी ग्रसित मरीजों को टीबी यूनिट से सतीष शर्मा जिला समन्वयक अधिकारी (DPC), अनिल टेलर सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (STS) के साथ 51 फ़ूड बास्केट का वितरण भी किया गया।
साथ हि बताया कि रक्तदान शिविर मे महेश मान्दलिया ने 58 वी बार रक्तदान किया हेमंत पाटीदार ने 6वी बार रक्तदान किया अग्रिम फरक्या,पवन मोदी, विकेश पाटीदार , राकेश शर्मा,बंटी पाटीदार दशरथ पाटीदार जगदीश विश्वकर्मा आदि द्वारा रक्त दान किया गया। शिविर मे 25 यूनिट रक्तदान हुवा।
नेत्र शिविर मे 116 मरीजों का परीक्षण हुवा जिसमें 35 मरीजों को मोतियाबिन्द ऑपरेशन हेतु श्री लाभमुनी नेत्र चिकित्सालय मंदसौर भेजा गया। कार्यक्रम का संचालन हेमंत पाटीदार द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन राधेश्याम सेठिया द्वारा माना गया।