मंदसौरमंदसौर जिला

विधान पूजन में छःसौ अर्घ्य समर्पित किए


आज महाआरती की शोभायात्रा निकलेगी

मन्दसौर। श्री दिगंबर जैन महावीर जिनालय में मुनि संघ के सानिध्य में चल रहे दस दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान महामहोत्सव के आठवें दिवस श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में पूजन विधान में भाग लिया।
अजमेरा परिवार द्वारा आयोजित किए जा रहे महोत्सव के दौरान धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री प्रशमसागरजी महाराज ने कहा भौतिकता की चकाचौंध में लोग भागे जा रहे है, ऐसे में धन्य है ये श्रावक जो भगवान की पूजन भक्ति करते हुए कर्मों की निर्जरा कर रहे हैं। मुनिश्री ने कहा इस अष्टान्हिका पर्व में मध्यलोक में देव लोग भी अकृत्रिम जिनालयों में जाकर जिनेन्द्र प्रभु की पूजन करते है। आपने कहा कि तुम्हारा वैभवशाली होना तुम्हारा पुण्य नहीं है ये तो पुण्य का फल है। यदि पुण्य के फल में फूल गए तो नये कर्मों का आश्रव हो जाएगा। आपने कहा कि अशुभ कर्म उदय में आए तो दुखी मत होना अन्यथा फिर से कर्म बंधन हो जाएगा। हम सही मार्ग जानकर भी जीवन में भ्रमित हो जाते है। धर्म के नाम पर हम तर्क करते है यह उचित नहीं हैं। मुनिश्री ने कहा आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज जैसी आत्माएं अमर होती है। हमें भी समाधि पूर्वक मरण की भावना करना चाहिए। समताभाव पूर्वक देह का त्याग करना ही समाधि है। मुनिश्री ने कहा कि कोई भी काम का दिखावा ना करें बल्कि काम इतना खामोशी से करें कि आपका काम ही आपका नाम कर दे।
मुनिश्री साध्यसागरजी महाराज, संयतसागरजी महाराज, व शीलसागरजी महाराज भी मंच पर विराजित थे।
प्रातःकाल शांतिधारा का लाभ श्री भंवरलाल, प्रकाशचन्द्र कासलीवाल भीलवाड़ा, नितेश छाबड़ा देवास व राजेन्द्र कियावत मंदसौर ने लिया।
डॉ. चंदा भरत कोठारी ने बताया कि मुनिश्री का पाद प्रक्षालन बड़नगर से आये श्रावकों ने किया। मुनिसंघ को जिनवाणी भेंट का सौभाग्य महावीर जिनालय महिला मण्डल को प्राप्त हुआ। गुरू वंदना श्रीमती अनिता बाकलीवाल किशनगढ़ ने की। मंगलाचरण श्री अभय अजमेरा ने किया। विधानाचार्य पंडित प्रवर श्री अरविन्द जैन ने पूजन विधान की मंगल क्रियाएं सम्पन्न कराई। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित समाजजनों ने पूजन के 600 अर्ध समर्पित किए। प्रातः 7 बजे से प्रारंभ हुई विधान महोत्सव की पूजन दोप. 1.30 बजे सम्पन्न हुई।
डॉ. कोठारी ने बताया कि आज सोमवार को प्रातः 6.45 बजे से अभिषेक शांतिधारा के साथ नित्य पूजन व विधान पूजन होगी। शाम 6 बजे जनकूपुरा महाजन मोहल्ला से बैंड बाजों के साथ महाआरती की शोभायात्रा निकाली जाएगी जो महावीर जिनालय पर सम्पन्न होगी, यहां 7 बजे महाआरती, 8 बजे प्रवचन व 9 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
26 मार्च को महोत्सव का समापन होगा जिसमें प्रातः 6.30 बजे से नित्य कार्यक्रम के पश्चात् विश्व शांति महायज्ञ, जिनेन्द्र देव की रथयात्रा व सकल दिगम्बर जैन समाज का स्वामी वात्सल्य होगा।
पूजन के दौरान सर्वश्री विजयेन्द्र कुमार सेठी, राजकुमार गोधा, ऋषभकुमार कोठारी, अजीत बण्डी, ए.के. हरसोला, महावीर पाटनी, प्रो. अशोक अग्रवाल, महेश जैन, अजय गांधी, सुरेश जैन, निलेश जैन दलौदा, दिलीप जैन, नीरज जैन आदि उपस्थित थे।

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