मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 03 मार्च 2024 रविवार

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योग हमारी अमूर्त सांस्कृतिक विरासत है – प्रो. उपाध्याय

मंदसौर l पीजी कॉलेज मंदसौर में आयोजित हो रहे 10 दिवसीय ऐड ऑन कोर्स में आज सातवें दिवस विषय विशेषज्ञ प्रो.उपाध्याय,(मेम्बर सेक्रेटरी ICHR भारतीय इतिहास अनुसन्धान परिषद्, नई दिल्ली)द्वारा उपस्थित हो कर अपने विचार ऑनलाइन व्यक्त किये गये lकार्यक्रम की शुरूआत में प्राचार्य डॉ. एल.एन. शर्मा ने अतिथियों का स्वागत कियाl कोर्स निर्देशक डॉ. उषा अग्रवाल ने विषय प्रवर्तन करते हुए बताया कि विरासत बीते हुए काल का प्रतिक एवं वर्तमान का आइना है l विरासत हमारी पहचान है l इसको संरक्षित कर आने वाली पीढ़ी को परिचित कराना हमारा दायित्व है l प्रो. ओम उपाध्याय ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी चित्त कृति है संस्कृतिlहमें अपनी मातृभाषा का सम्मान करना चाहिएlअमूर्त सांस्कृतिक विरासत को जनमानस में मूर्त रूप देने की आवश्यकता है lहमारी संस्कृति में वसुधैव कुटुम्बकम की भावना मिलती है जो अन्यत्र किसी भी देश में नहीं मिलती हैl आपने वेद, पुराण, मनुस्मृति का उदहारण देकर बताया कि यह भूमि हमारी माँ और हम इसके पुत्र है lयदि पर्यावरण को हानि पहुँचाया जायेगा तब विनाश अवश्य होगाlकार्यक्रम का संचालन डॉ अमन सिंह द्वारा किया गया एवं आभार डॉ. शिव कुमार पाण्डेय द्वारा व्यक्त किया गया l

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एमपी पीसीआई अध्यक्ष के पास प्रदेश भर के फार्मासिस्टों की समस्याओं को लेकर पहुंचे एमपीपीए संगठन के प्रदेश महासचिव श्री त्रिपाठी
मन्दसौर। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया म.प्र. में विगत दिनों फर्जी मार्कशीट एवं रजिस्ट्रेशन के गंभीर मामले में एक गिरोह के पकड़ाए जाने के बाद फार्मेसी काउंसिल के भी कर्मचारियों को पकड़ा गया था जिसके बाद सभी दस्तावेजों की बारीकी से जांच हेतु कुछ समय के लिए फार्मेसी काउंसिल की कार्यप्रणाली रोक दी गई थी जिसके चलते प्रदेश के फार्मासिस्ट रजिस्ट्रेशन संबंधित समस्याओं से जूझ रहे थे और जल्द से जल्द निराकरण हेतु एम पी फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों को अवगत कराते रहें जिसके संबंध में एमपीपीए संगठन के प्रदेश महासचिव अखिलेश त्रिपाठी पीसीआई अध्यक्ष संजय जैन से मुलाकात करने भोपाल पहुंचे जिसमे पीसीआई रजिस्ट्रेशन में जल्द से जल्द तेजी लाने और पीसीआई की कार्यप्रणाली में सुधार, प्रदेश के संचालित हो रहे समस्त फार्मेसी कॉलेजों छात्र छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए नियमानुसार सभी पदों पर शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और पारदर्शिता लाने हेतु उचित कदम उठाए जाने के लिए आग्रह किया।
इस दौरान फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया म.प्र. के अध्यक्ष संजय जैन ने आश्वस्त करते हुए कहा कि फार्मेसी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है अब प्रदेश के फार्मासिस्टो को रजिस्ट्रेशन करवाने में किसी भी तरह की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा प्रदेश में लगभग 83000 रजिस्ट्रेशन अभी तक जारी हो चुके है साथ ही पीसीआई काउंसिल की कार्यप्रणाली को गति प्रदान करने की दिशा में हर संभव प्रयास किए जा रहे है। फार्मेसी कॉलेजों में नियमानुसार सभी पदों पर शिक्षकों की उपलब्धता हो इसके लिए नियमानुसार मजबूत कदम उठाए जाएंगे ताकि छात्र छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिल सके।
इस दौरान संगठन के प्रदेश आई टी मीडिया प्रभारी राजवीर त्यागी प्रदेश पदाधिकारी जितेन्द्र त्रिपाठी भोपाल जिला अध्यक्ष गगन शर्मा उपस्थिति रहे। उपरोक्त जानकारी प्रदेश मीडिया उपाध्यक्ष हिमांशु चतुर्वेदी ने दी।

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चारा/भूसा का जिले की सीमा से बाहर निर्यात पर प्रतिबंध

मंदसौर 2 मार्च 24/ मंदसौर जिले में वर्तमान में रबी फसल तैयार होने से कटाई का कार्य प्रारंभ हो
गया है फसल कटाई उपरांत प्राप्त चारे- भूसे को पशुधन हेतु उपलब्ध बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर
पर मध्य प्रदेश राज्य के जिलों को छोड़कर अन्य राज्यों के जिलों में निर्यात तथा उद्योगों के बायलरों एवं ईट
भट्टों में पशु चारे- भूसे का ईंधन के रूप में उपयोग तथा मंदसौर जिला राजस्थान राज्य का सीमावर्ती जिला
होने के कारण जिले की सीमा से बाहर अन्य राज्यों में निर्यात पर प्रतिबंध लगाया गया है ।
कलेक्‍टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री दिलीप कुमार यादव ने जिले में चारा, भूसा की पूर्ति बनाए
रखने/कानून एवं व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के अंतर्गत
प्रतिबंधात्‍मक आदेश जारी किए है। उन्होंने आदेशित किया हैं कि कोई भी व्यक्ति या संस्‍थान
पशुचारा(आहार) घांस, भूसा, चारा, कड़बी (ज्वार, मक्‍का के डंठल) आदि मंदसौर जिले से बाहर निर्यात
नहीं करेगा। साथ ही उद्योगों एवं फेक्‍ट्रीयों के बायलरों/ईंट भट्टों आदि में पशुचारे/भूसे का ईंधन के रूप में
उपयोग नहीं करेगा। भूसा तथा चारे का युक्ति संगत मूल्‍य से अधिक मूल्‍य पर किसी भी व्‍यक्ति द्वारा क्रय-
विक्रय करना एवं चारा, भूसा का कृत्रिम अभाव उत्‍पन्‍न करने के लिए अनावश्‍यक रूप से संग्रहण करना
प्रतिबंधित रहेगा। ईंधन उपयोगी भूसे का स्‍टाक केवल लायसेन्सधारी उद्योग ही स्टाक कर सकेगा और
इसकी सुरक्षा की जवाबदारी उस लायसेन्स धारी की रहेगी एवं प्रतिबंधित अ‍वधि में जिले के बाहर लेकर
जाना प्रतिबंधित रहेगा। यह आदेश सर्व-साधारण आम जनता को संबोधित है, और इसकी तामिली प्रत्‍येक
व्‍यक्ति पर सम्‍यकरूपेण करना और उसकी सुनवाई संभव नहीं है अत: दंड संहिता 1973 की धारा 144(2)
के त‍हत यह आदेश एक पक्षीय रूप से पारित किया जाता है। इस आदेश का उल्‍लंघन करने वाले व्‍यक्ति के
विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा-188 के अंतर्गत कार्यवाही की जावेगी।

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अंतराष्‍ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवेदन 5 मार्च तक करें
मंदसौर 2 मार्च 24/ श्री जगदीश प्रसाद अधीक्षक डाकघर मंदसौर द्वारा बतया गया कि भारतीय डाक
विभाग द्वारा अंतराष्‍ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता में भाग लेने के
लिए आवेदन 5 मार्च 2024 तक कर सकते है। प्रतियोगिता में छात्र- छात्राऍं अंग्रेजी एवं हिन्‍दी भाषा का
उपयोग कर सकते है। अंतराष्‍ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता 10 मार्च 2024 को प्रात: 10 बजे से 11 बजे तक
आयोजित की जाएगी। परिमंडल स्तर पर प्रथम तीन विजेताओं को प्रथम 25 हजार, द्वितीय 10 हजार एवं
तृतीय 5 हजार रूपये व राष्‍ट्रीय स्‍तर पर प्रथम 50 हजार, द्वितीय 25 हजार एवं तृतीय 10 हजार रूपये
पुरस्‍कार व प्रमाण पत्र प्रदान किये जाएगें। वैश्विक डाक संघ द्वारा चयनित प्रतिभागियों को अन्य पुरस्कार
भी प्रदाय किए जाएँगे । स्वर्ण पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को वैश्विक डाक संघ के मुख्यालय बर्न,
स्विट्ज़रलैंड की यात्रा करने का प्रस्ताव या एक वैकल्पिक पुरस्कार यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन के
विवेकाधिकार पर निश्चित किया जावेगा । प्रतियोगिता में 9 से 15 वर्ष तक की छात्र- छात्राएं प्रतियोगिता में
भाग ले सकते है। अधिक जानकारी के लिये नोडल अधिकारी श्री दिलीप कुमार गुप्‍ता सहायक अधीक्षक के
मोबाइल नं. 7587598470 पर, डाक विभाग की वेबसाइट http://www.indiapost.gov.in या कार्यालय
में संपर्क कर सकते है।

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जिले के किसान चना, मसूर व सरसों के पंजीयन 10 मार्च तक कराये

मंदसौर 2 मार्च 24/ म.प्र. शासन, किसान कल्‍याण तथा कृषि विकास विभाग भोपाल के
निर्देशानुसार कलेक्‍टर श्री दिलीप कुमार यादव द्वारा रबी विपणन वर्ष 2024-25 में ई-उपार्जन पोर्टल पर
जिले के किसान 10 मार्च तक चना, मसूर एवं सरसों के पंजीयन करा सकते है। किसानों की सुविधा हेतु
शासन द्वारा जिले में निर्धारित गेहॅु पंजीयन केंद्रों पर 10 मार्च 2024 तक चना, मसूर एवं सरसों की फसलों
के पंजीयन की कार्यवाही की जाएगी।

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पेयजल समस्‍या निवारण प्रकोष्‍ठ 24 घंटे काम करेगा

मंदसौर 2 मार्च 24/ कार्यपालन यंत्री लोक स्‍वास्‍थ यांत्रिकी ने आदेश जारी किया कि मंदसौर जिले
की पेयजल व्‍यवस्‍था सूचारू रूप से संपादित करने एवं संभावित सूखे एवं अतिवृष्टि से निपटने हेतु आगामी
आदेश तक खंड कार्यालय में पेयजल समस्‍या निवारण प्रकोष्‍ठ का गठन किया गया है। जो 24 घंटे कार्यरत
रहेगा। शिकायत के लिए कंट्रोल रूम का दूरभाष नम्‍बर 07422-256284 है।

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सफल रही उज्जैन की रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव-2024
63 इकाइयों की वर्चुअल शुरूआत, 10 हजार करोड़ से अधिक निवेश आया
उज्जैन में पहली बार एकत्र हुए करीब 900 औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 283 बड़ी और एमएसएमई इकाइयों को 12 हजार 170 करोड़ से अधिक निवेश के लिए भूमि आवंटन आदेश दिये

सबसे बड़ा निवेश प्रस्ताव अडानी समूह की तरफ से 75 हजार करोड़ रूपये का
कॉन्क्लेव में 12 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने की सक्रिय भागीदारी

मन्दसौर 2 मार्च 24/ उज्जैन के इंजीनियरिंग महाविद्यालय परिसर में दो दिवसीय रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन बहुतसफल रहा। इस कॉन्क्लेव में यूएसए, यूके, कनाडा, सीजी, जर्मनी, इजराईल, जापान, गेबोन, साउथ कोरिया, सिंगापुर, जाम्बिया औरमलेशिया के प्रतिनिधि शामिल हुए। कांक्लेव में करीब 4 हजार प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवेशकों से पृथक-पृथक संवाद किया। उन्होंने 20 से अधिक प्रमुख औद्योगिक समूहों केपदाधिकारियों से वन-टू-वन चर्चा की। कॉन्क्लेव में 63 इकाइयों का वर्चुअल शुभारंभ भी किया गया, जिसके लिए प्रदेश के विभिन्न21 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गये। इन इकाइयों से प्रदेश में 10 हजार 64 करोड़ रूपये का निवेश होगा, जो 17 हजार सेअधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कॉन्क्लेव में 283 बड़ी और एमएसएमई इकाइयों को 12 हजार 170 करोड़ से अधिक निवेश के लिएभूमि आवंटन आदेश भी प्रदान किये। यह कॉन्क्लेव की विशेषता थी, जिसे निवेशकों सहित आमजन और जनप्रतिनिधियों द्वारा भीसराहा गया। प्रदेश में पहली बार मंच से ही इतनी बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाइयों को जमीन आवंटन के आदेश प्राप्त हुए हैं।कॉन्क्लेव के माध्यम से सबसे बड़ा निवेश अडानी समूह की तरफ से आया है, जो प्रदेश में 75 हजार करोड़ रूपये के निवेश के लिएआगे आये है। उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में भी पेप्सिको समूह 1250 करोड़ रूपये का निवेश कर रहा है। इससे करीब 500 लोगोंको रोजगार मिलेगा।

राज्य में 10 हजार तकनीकी रोजगार के अवसर सृजित होंगे

एलटीआई माइंडट्री ने राज्य शासन के साथ एक एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत सुपर कॉरिडोर इंदौर में संस्थान केप्रस्तावित परिसर में 500 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके लिए सरकार की आईटी नीति के तहत संस्थान को 10 एकड़ जमीनआवंटित की है। इस निवेश से राज्य में लगभग 10 हजार तकनीकी रोजगार के अवसर सृजित होंगे। प्रदेश में 20 से अधिकऔद्योगिक समूहों द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ वन-टू-वन बैठक की गई, जिसमें लगभग 17 हजार करोड़ के निवेश संबंधीप्रस्तावों पर ठोस चर्चा हुई। लगभग 880 इकाइयों के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में एक लाख करोड़ रूपये से अधिक निवेश के लिएइन्टेन्शन-टू-इन्वेस्ट प्रदर्शित किया गया।एयर एंबुलेंस की विशेष उपलब्धि

कॉन्क्लेव के दौरान ही मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई। निर्धन वर्ग के लिए यह सेवा वरदान सिद्ध होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कॉन्क्लेव के समापन दिवस पर इसका शुभारंभ किया। इस सेवा के अंतर्गत एक हेली-एम्बुलेंस औरएक फिक्स्ड विंग कन्वर्टेड फ्लाइंग आईसीयू विमान प्रदेश के सभी जिलों और प्रशासनिक प्रभागों के नागरिकों की सेवा में तैनातरहेंगे। इस हेलीकॉप्टर और विमान में उच्च प्रशिक्षित डॉक्टर और पैरामेडिक्स की टीम भी रहेगी। फ्लाइंग डॉक्टरों और पैरामेडिक्स केविशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम एयरो मेडिकल साइंसेज फैलोशिप में होंगे। इस सेवा का लाभ प्रदेश के सभी नागरिकों को मिलेगा।

पांच क्षेत्रीय सत्रों में निवेश की संभावनाओं के नए द्वार खोलने पर हुई गंभीर चर्चाकॉन्क्लेव में सेक्टर-वार निवेश अवसरों पर विस्तृत जानकारी देने के लिए दो दिन में पांच क्षेत्रीय सत्र आयोजित किए गए। इन सत्रोंमें एमएसएमई और स्टार्टअप, मप्र में निवेश के अवसर डेयरी, एग्रो, खाद्य प्रसंस्करण, म.प्र. में अधोसंरचना विकास में निवेश केअवसर और धार्मिक पर्यटन पर गंभीर चर्चा हुई। इसी तरह फार्मा मेडिकल डिवाइस के अवसर और चुनौतियों के संबंध में भी विचार-विमर्श हुआ। ये सत्र प्रदेश में निवेश की संभावनाओं के नए द्वार खोलेंगे।

बॉयर-सेलर मीट भी हुई, प्रदर्शनियां बनी आकर्षण का केन्द्र

रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, खनिज, इंजीनियरिंग, कपड़ा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स, शहरी अधोसंरचनाजैसे क्षेत्रों में विविध निवेश के अवसरों का प्रदर्शन किया गया। राज्य सरकार, ओडीओपी और राज्य के अन्य उत्पादों के निर्यात औरघरेलू व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समानांतर रूप से काम कर रहा है, इसके लिए एक अलग बॉयर-सेलर बैठक क्षेत्र बनाया गयाहै। कॉन्क्लेव में दो दिन में 2500 से अधिक बॉयर-सेलर बैठकें हुई, जिसमें भागीदारों का उत्साह सामने आया। मध्यप्रदेश केऔद्योगिक परिवेश को प्रदर्शित करने के लिए तीन प्रदर्शनियां स्थापित की गईं, जिनमें 16 विभिन्न तरह के उद्योगों के जरिएप्रदेश के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र संबंधी जानकारी दी गई। मध्यप्रदेश मंडप में प्रदेश की नीतियों के साथ ही ओडीओपी उत्पादके बारे में भी जानकारी दी गई। ओडीओपी से संबंधित विशेष प्रकाशन भी किया गया, जिसका कॉन्क्लेव में विमोचन भी हुआ।कॉन्क्लेव में भागीदार प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश के उद्योग क्षेत्र से जुड़ी उपयोगी जानकारियों और सूचनाओं केप्रकाशन का स्वागतकिया।
भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में पहली बार उद्योग क्षेत्र का दो दिवसीय सार्थक आयोजन संपन्न हुआ। विश्वपटल पर उज्जैनके पौराणिक महत्व के साथ औद्योगिक क्रांति की इस नई पहल का सभी पक्षों द्वारा स्वागत हुआ है।

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बल-बुद्धि और पराक्रम से भारतीयों ने आक्रान्ताओं को पराजित किया- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
विक्रमोत्सव के संध्याकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने संबोधित किया

मन्दसौर 2 मार्च 24/ हमारे देश में संस्कृति की ध्वजा अनंतकाल से लहराती आयी है। हमारे देश ने बल-बुद्धि, शौर्य, पराक्रम सेआक्रांताओं को पराजित किया है। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज शाम उज्जैन में आयोजित विक्रमोत्सवसांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मनुष्य का संसार मेंआना-जाना लगा रहता है, किन्तु संस्कृति सदैव विद्यमान रहती है। भगवान ने अनेक लीलाएं कर कष्ट उठाएं और लड़ना सिखाया।
दुनिया राम कृष्ण के नाम से भारत को जानती है। संस्कृति पर बाढ़ के पानी के समान आक्रांता आए और आक्रमण किया, किन्तुपानी के थपेड़ों की तरह आंक्रांता भी वापस पराजित हुए। हमारे मंदिर मुगलों की सत्ता के दौरान निर्मित हुए हैं। माता अहिल्या नेमंदिरों का पुर्नउद्धार कराया, वही नदियों पर अहिल्या घाट भी बनवाए हैं।
प्रसिद्ध भजन गायक श्री कन्हैया मित्तल द्वारा मधुर भजन प्रस्तुत किये। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भजन गायक कन्हैया मित्तल कोबधाई देते हुए कहा कि उनके भजनों ने शरीर में जोश और ऊर्जा का संचार होता है। आपने शिप्रा के किनारे आकर भजन सुनाएं,इसके लिए आपको बधाई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भजन गायक श्री मित्तल का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।

दिल्ली के श्री संतोष नायक के दल ने ओम नम: शिवाय, शास्त्री नृत्य, मुंबई के केजी हुपर ग्रुप ने हनुमान चालीसा एवं शिव महादेवस्तुति सहित स्थानीय कलाकारों ने डमरू वादन प्रस्तुत किया।

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उज्जैन के बाद प्रदेश के अन्य स्थानों में भी होंगी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
10 हजार 64 करोड़ रुपए लागत की 61 इकाइयों का सिंगल क्लिक से भूमि पूजन और लोकार्पण

नई औद्योगिक इकाइयों से 20 हजार से अधिक को मिलेगा रोजगार

मन्दसौर 2 मार्च 24/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उज्जैन के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के बाद प्रदेश में जबलपुर,रीवा और ग्वालियर में भी रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित की जाएंगी। कॉन्क्लेव के दौरान ही औद्योगिक इकाईयों के लोकार्पण औरभूमि पूजन भी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की जीडीपी ग्रोथअनेक देशों को आश्चर्यचकित कर रही है। दुनिया हमारी तरफ उम्मीद की नजरों से देख रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कॉन्क्लेव मेंपधारे निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि उद्योग जगत से सभी को अनेक आशाएं है। भारत के करीब 140 करोड़ नागरिक भीराष्ट्र के विकास में अहम योगदान दे रहे हैं।

नई तकनीक के लिये प्रेरित करते है प्रधानमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का नेतृत्व अभिनंदन के योग्य है। वे नई तकनीक का उपयोग करने केलिए प्रेरित करते हैं। एक समय भारत अर्थव्यवस्था के मामले में 11वें क्रम पर था जो अब 5वें क्रम पर है। इस क्रम में निरंतरसुधार हो रहा है। राष्ट्र के विकास के लिए "बातें कम काम ज्यादा" के मंत्र का उपयोग करते हुए भारत की प्रगति की यात्रा जारी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में अनेक औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि पधारे हैं। उज्जैनकॉन्क्लेव से करीब 1 लाख करोड़ के व्यवसाय और उद्योग का इतिहास बन रहा है। करीब 250 औद्योगिक परियोजनाओं में भूमिका आवंटन किया गया है। करीब 20 हजार से अधिक लोगों को नई इकाइयों से प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।

शासन संचालन और लोक कल्याण के लिए बड़ा मन आवश्यक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज भारत की विश्व में गरिमा बढ़ी है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने जो कार्य किए हैं उनसे भारत कामान बढ़ा है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि अतीत का स्मरण करें तो अनेक सुखद घटनाक्रम देखने को मिलते हैं। सम्राटविक्रमादित्य ने जब संवत व्यवस्था प्रारंभ की तो उन्होंने अपने शासन के संपूर्ण भूभाग में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का न सिर्फकर्ज माफ करवाया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए अतिरिक्त सहायता भी दिलवाई। केवल शक्ति के बल पर शासन व्यवस्थाखड़ी नहीं की जा सकती। इसके लिए बड़े मन का बड़ा होना भी आवश्यक है। आज लोक कल्याण के लिए मजबूत संकल्प और जनसहयोग से कार्य करने का समय आ गया है।
कॉन्क्लेव के प्रारंभ में अनेक निवेशकों ने मध्यप्रदेश में निवेश संभावनाओं के संबंध में विचार व्यक्त किए। निवेशकों ने किए जानेवाले कार्य की जानकारी भी दी।
सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य कुमार कश्यप ने कहा प्रदेश में करीब 35 क्लस्टर स्थापित हैं। मध्य प्रदेश में क्षेत्र-विशेष में विशेष औद्योगिक उत्पादन की परंपरा रही है। मध्य प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने वाली नीतियां हैं। एमएसएमई
विभाग द्वारा 40% कैपिटल सब्सिडी का मॉडल लोकप्रिय बनेगा। मध्य प्रदेश में निवेश के लिए उद्योगपतियों को पूर्ण सहयोगकिया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के संतुलित विकास के लक्ष्य और मुख्यमंत्री डॉ यादव के प्रयासों से औद्योगिक क्षेत्र समृद्धहोगा।
मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा ने कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए प्रचुर संसाधन हैं। व्यापक वन क्षेत्र है। अनेककृषि उत्पादनों ने मध्यप्रदेश अग्रणी है। कॉन्क्लेव के माध्यम से निवेश संभावनाओं को साकार करने में सहयोग मिलेगा।इन्वेस्ट मध्य प्रदेश के अंतर्गत दो दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कांक्लेव के शुभारंभ अवसर पर प्रारंभ में मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंटकॉरपोरेशन के एमडी श्री चंद्रमौली शुक्ला ने शॉल और अंग वस्त्र द्वारा आमंत्रित निवेशकों का स्वागत किया।

मध्यप्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य पर लघु फिल्म का प्रदर्शन मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन प्रमुख सचिव श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश मेंनिवेश की अपार संभावनाएँ हैं। मध्यप्रदेश के औद्यगिक परिदृश्य पर आधारित लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। कॉन्क्लेव मेंसंस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री श्री धर्मेंद्र लोधी सहित जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। अनेक जनप्रतिनिधि प्रदेशके विभिन्न स्थानों से वर्चुअली जुड़े।

283 इकाइयों को भूमि आवंटन-पत्र सौंपे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरान 283 इकाइयों को 508 हेक्टेयर भूमि के लिए आवंटन-पत्र प्रदान किये। इनइकाइयों द्वारा कुल 12 हजार 170 करोड रुपए से अधिक का निवेश कर 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा सकेगा।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने औद्योगिक इकाइयों के पदाधिकारियों को प्रतीक स्वरूप भूमि आवंटन-पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादवद्वारा पीएम कुसुम योजना में भी उद्योगपतियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। यह योजना नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की एकमहत्वपूर्ण योजना है।

लोकार्पण और भूमि-पूजनमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कुल 10 हजार 64 करोड़ रुपए लागत की 61 इकाइयों का सिंगल क्लिक से भूमिपूजन और लोकार्पण किया।ये इकाइयां प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थापित की गई हैं। साथ ही नई इकाइयां भी प्रारंभ हो रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव नेविक्रम उद्योगपुरी जिला उज्जैन में भी नई इकाइयों का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का अवलोकन
मुख्यमंत्री ने निवेशकों के साथ भोजन पर की चर्चा

मन्दसौर 2 मार्च 24/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को उज्जैन में जीवाजी वैधशाला पर नवस्थापित विक्रमादित्य वैदिकघड़ी का अवलोकन किया और इस अवसर पर उन्होंने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लैव में शामिल हुए निवेशकों को वैदिक घड़ी के महत्वऔर विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर आयोजित विशेष सहभोज में निवेशकोंके साथ आत्मीयता के साथ भोजन ग्रहण किया और चर्चा की। इस मौके पर बांसूरी वादन के कलाकारों ने बांसूरी पर स्वर लहरियाँबिखेरी और ‘राम आयेंगे मेरी झोपड़ी के भाग खुल जायेंगे’ सहित अनेक भजनों की सुमधुर प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव नेबांसूरी वादक कलाकारों का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया और उन्हें स्मृति स्वरूप अपना पेन भी भेंट किया।
उल्लेखनीय है कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का निर्माण लखनऊ की संस्था 'आरोहण' के आरोह श्रीवास्तव ने बनाई है। इसमें GMT के
24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में बांटा गया है। हर घटी का धार्मिक नाम और खास मतलब होगा। घड़ी में घंटे, मिनट और सेकंडवाली सुई भी रहेगी। सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर यह टाइम की कैलकुलेशन करेगी। मुहूर्त गणना, पंचांग, मौसम से जुड़ीजानकारी भी हमें इस घड़ी के जरिए मिलेगी।वैदिक घड़ी में वैदिक समय, IST, GMT के साथ भारतीय काल गणना विक्रम संवत् की जानकारी मिलेगी। विक्रम संवत् पंचांग(भारतीय प्राचीन कैलेंडर) शामिल रहेगा। सूर्योदय से सूर्यास्त के साथ ग्रह, योग, भद्रा, चंद्र स्थिति, नक्षत्र, चौघड़िया, सूर्यग्रहण,चंद्रग्रहण की जानकारी देगा। अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त, अमृत काल और मौसम से जुड़ी सभी जानकारी मिल सकेगी। घड़ी में हरघंटे बाद बैकग्राउंड में नई तस्वीर दिखेगी। द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, नवग्रह, राशि चक्र के साथ दूसरे धार्मिक स्थलभी दिखाई देंगे।
देश-दुनिया के खूबसूरत सूर्यास्त, सूर्य ग्रहण के नजारे भी दिखेंगे। वैदिक घड़ी इंटरनेट और ग्लोबल पॉजिशिनिंग सिस्टम (GPS) सेजुड़ी होगी।

वैदिक घड़ी से जुड़ा मोबाइल ऐप भी लॉन्च होगा। वैदिक घड़ी के सभी फीचर इस एप में रहेंगे। उज्जैन में लगने वाली घड़ी में जोबदलाव होंगे, वो एप में भी शो होंगे। आप इसे मैन्युअल भी ऑपरेट कर सकेंगे। इसे आप प्ले स्टोर से डाउनलोड करसकेंगे। उज्जैनको काल गणना (टाइम कैलकुलेशन) का केंद्र माना जाता रहा है। उज्जैन से कर्क रेखा (ट्रॉपिक ऑफ कैंसर) गुजरी है। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के अथक प्रयास से उज्जैन को टाइम कैलकुलेशन का सेंटर बनाने की भूमिका रही है।

प्रदेश में सभी विभागों के सहयोग से चलाया जायेगा “जल-हठ’’ अभियान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव को जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने भेंट की कार्य-योजना

मंदसौर 2 मार्च 24/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के प्रत्येक ग्राम में हर घर जल पहुंचाने के लिए वर्ष 2019 में जल जीवन मिशन शुरू किया गया। इस मिशन की पूर्ण सफलता के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में  जल-हठ अभियान जन आंदोलन के रूप में चलाया जाएगा। इसमें सरकार और समाज की भागीदारी से हर गांव, हर नगर में पुराने तालाबोंएवं अन्य जल स्रोतों का उन्नयन, विकास, सौंदरीकरण, गहरीकरण कराया जाएगा तथा जल स्रोतों के आस पास किए गए अतिक्रमणको हटाकर वृक्षारोपण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से गत दिवस मंत्रालय में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने भेंट कर उन्हें इस अभियान कीअवधारणा बताई तथा कार्य-योजना प्रस्तुत की। साथ ही अनुरोध किया कि सभी विभागों के सक्रिय सहयोग से प्रदेश के प्रत्येक ग्राममें जल-हठ अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्वस्त किया कि पूरे प्रदेश में जल स्रोतोंके संरक्षण एवं जल संवर्धन को जन आंदोलन का रूप दिया जाएगा।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि अभियान के अंतर्गत जल स्रोतों के अतिक्रमणों को प्राथमिकता से हटाया जाएगा। प्रदेश के तालाबों एवंअन्य जल स्रोतों में अतिक्रमण से उनका कैचमेंट एरिया समाप्त होता जा रहा है, जिससे जल स्रोतों में प्रदूषण की समस्या बढ़ रहीहै तथा सिंचाई एवं पीने का पानी कम हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के छोटे-छोटे नदी नालों में पहले वर्ष भर जल संरक्षित रहता था,किंतु ये नदी-नाले अब समाप्तप्राय हो गए हैं। वर्षा के जल को संरक्षित करने एवं भूजल उन्नयन के लिए इन्हें पुनर्जीवित करनाअत्यंत आवश्यक है।मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि "जल-हठ" अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सभी जिलों में प्राकृतिक जल स्रोतों, तालाबों के पुनर्जीवनकार्य के लिए उन्हें चिन्हित कर योजना बनाई जाएगी और समाज के विभिन्न वर्गों एवं स्वेच्छिक संगठनों के सहयोग से इसे जनआंदोलन के रूप में चलाया जाएगा। अभियान में सभी जनप्रतिनिधियों, सामाजिक/सांस्कृतिक संगठनों, खेल संस्थाओं, शैक्षणिकसंस्थानों, संत महंतों तथा बुद्धिजीवी वर्ग का भी पूरा सहयोग लिया जाएगा।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि मध्यप्रदेश में जल संरक्षण एवं संवर्धन की समृद्धशाली परंपरा रही है। प्रदेश की चंदेल एवं गोंडकालीनजल संरक्षण प्रणाली न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध रही। हमने प्रदेश में सिंचाई संसाधनों की बढ़ोतरी में आशातीतसफलता पाई है। वहीं तालाबों के पुनर्जीवन और जीर्णोद्धार के लिए कई व्यापक कार्य किए गए हैं। सरकार की प्राथमिकता प्राकृतिकजल स्रोतों एवं तालाब को बचाने की है और उसके लिए हम योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं।

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MP में साइबर तहसील की शुरुआत से अब 15 दिन में मिलेगा नामांतरण

ई-मेल से मिलेगी आदेश की कॉपी

प्रशासन सुधार में साइबर तहसील व्यवस्था के माध्यम से नागरिकों के हित में अभूतपूर्व परिवर्तन होने जा रहा है। प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ साइबर तहसील का शुभारंभ हुआ है। अब प्रदेश में राजस्व प्रकरणों का निराकरण अत्यंत कम समय में हो जाएगा। भू अभिलेखों में अमल के बाद भू अभिलेखों एवं आदेश की सत्यापित प्रतिलिपि संबंधित पक्षकार को मिल सकेगी।

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10 मार्च तक आएगी कांग्रेस की पहली सूची

सूची में 8 से 10 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की होगी घोषणा

इन सभी सीटों पर सिंगल नाम तय-छिंदवाड़ा, सीधी, जबलपुर, विदिशा, गुना, मुरैना, मंदसौर, लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के नामों की होगी घोषणा-छिंदवाड़ा से नकुलनाथ, सीधी से कमलेश्वर पटेल का नाम आगे 18 सीटों पर पैनल जिन पर नाम तय होना बाकी

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स्वच्छ सर्वेक्षण में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए न पा मंदसौर अध्यक्ष श्रीमती गुर्जर को सम्मानित करेंगे मुख्यामंत्री
स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन की दिशा में श्रेष्ठ  प्रदर्शन करने एवं संवहनीय प्रयासों और उपलब्धियां के आलोक में माननीय मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव नगर पालिका मंदसौर को 5 मार्च को सम्मानित करेंगे।
स्वच्छनसर्वेक्षण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले नगरीय निकायों को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा ‘स्वच्छ्ता प्रेरणा समारोह’ दिनांक 05 मार्च 2024 को लाल परेड ग्राउंड भोपाल में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में नपा अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंसीलाल  गुर्जर, सीएमओ को सम्मानित किया जावेगा। न पा मंदसौर अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंसीलाल जी गुर्जर के द्वारा निकाय मंदसौर में स्वच्छता का उच्च स्तर बनाये रखने के लिए स्वच्छ्ता अभियानों का सफल नेतृत्वं और सक्रिय भागीदारी की गई, जिसके परिणामस्व रूप न पा मंदसौर स्वच्‍छ सर्वेक्षण 2023 में  नेशनल रेंकिंग में 51 वा, राज्य स्तर पर 15 वा स्थान एवं 03 स्टार रैकिंग प्राप्त  कर उज्जैन संभाग में नगर पालिकाओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया है | इसी कारण निकाय मंदसौर काे सम्मान हेतु म. प्र. शासन द्वारा चयन किया गया है।

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