महाकाल मंदिर के पास दीवार गिरने के मामले में TI, SI सहित पांच सस्पेंड, घटना की वजह आई सामने
उज्जैन। महाकाल मंदिर के समीप शुक्रवार शाम दीवार गिरने से हुई दो लोगों की मौत के मामले में रविवार को पांच अधिकारी-कर्मचारी निलंबित कर दिए गए। एसपी प्रदीप शर्मा ने महाकाल थाने के टीआइ, एक एसआइ और महाकाल मंदिर क्षेत्र के सुरक्षा अधिकारी प्लाटून कमांडर को निलंबित कर दिया है। निगम आयुक्त आशीष पाठक ने निगम के उपयंत्री और विशेष गैंग प्रभारी को निलंबित कर दिया। निलंबन की कार्रवाई अतिक्रमण हटाने में लापरवाही पर की है। महाराजवाड़ा स्कूल परिसर से लगी दीवार (रिटेनिंग वाल) का हिस्सा ढह जाने से जयसिंहपुरा निवारी 22 वर्षीय फरीन और शिवशक्ति नगर निवासी 27 वर्षीय अजय योगी की मौत हो गई थी। शारदा बाई और फरीन की तीन वर्षीय बालिका रूही घायल हो गई थी। हादसे के बाद प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही सामने आई थीं।
कलेक्टर नीरज सिंह ने दुर्घटना की जांच बैठाई है। प्राथमिक तौर पर यह स्पष्ट हुआ कि अगर दुर्घटनास्थल पर अतिक्रमण नहीं होता तो दो लोगों की मौत नहीं होती।
जिम्मेदारी थी, नहीं निभाई, इसलिए निलंबन
एसपी प्रदीप शर्मा ने अतिक्रमण मामले में लापरवाही बरतने पर टीआइ महाकाल थाना अजय वर्मा व एसआइ बीएल निगलवाल को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा कलेक्टर के आदेश पर महाकाल मंदिर क्षेत्र के सुरक्षा अधिकारी प्लाटून कमांडर दिलीप बामनिया को भी निलंबित किया गया। निगम आयुक्त आशीष पाठक ने उपयंत्री नगर निगम गोपाल बोयत एवं विशेष गैंग प्रभारी मनीष बाली को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि प्राथमिक स्तर पर अतिक्रमण रोकने और हटाने की जिम्मेदारी इन्हीं की थी।
हादसे का ये भी बड़ा कारण
स्कूल परिसर में श्री महाकाल महालोक के दूसरे चरण के तहत विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। उद्यान बनाया गया है। फैसिलिटी सेंटर और हेरिटेज होटल का कार्य प्रचलित है। उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेज की देखरेख में इस कार्य की शुरुआत हुई थी। स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 8 करोड़ 14 लाख रुपये से कराए गए लैंड स्केपिंग का काम ठीक से नहीं हुआ। स्कूल परिसर की पुरानी रिटेनिंग वाल के पीछे एक और दीवार बनाई गई। इनके बीच मिट्टी थी। यहां बारिश जल निकासी की व्यवस्था ही नहीं थी। प्रोजेक्ट में इस बात का ध्यान ही नहीं रखा कि तेज बारिश होने पर महाराजवाड़ा भवन परिसर का पानी कैसे और कहां से बहकर निकलेगा। ये हादसे का बड़ा कारण है।