ब्रम्हलीन स्वामी सत्यामित्रानंदजी गिरी का प्रकाशोत्सव मनाया गया

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भानपुरा। ब्रम्हलीन स्वामी सत्यमित्रानंदजी गिरी महाराज संत समाज के प्रेरणा स्त्रोत महान तपस्वी और विद्वान संत थे। वे त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। उनके विचार और शिक्षाएं सदैव समाज का मार्गदर्शन करती रहेंगी। उनकी शिक्षाओं पर चलते हुए धर्म, राश्ट्र और मानव की सेवा में योगदान का संकल्प ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।
उक्त आशय के उद्गार शंकराचार्य मठ भानपुरा में ज्योतिर्मठ अवांतर भानपुरा पीठ के वरिष्ठ शंकराचार्य, भारत माता मंदिर के संस्थापक और पद्म भूषण से सम्मानित ब्रम्हलीन स्वामी सत्यमित्रानंदजी गिरी महाराज के प्राकट्योत्सव पर आयोजित समारोह में जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ ने व्यक्त किए।
समारोह में दण्डी स्वामी संतों एवं आमजन ने धर्मसंस्कृति को लेकर ब्रम्हलीन स्वामी सत्यामित्रानंदजी गिरी महाराज के योगदान को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बडी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे।