भक्ति/ आस्थादलौदामंदसौर जिला
कुचड़ौद में ढोल धमाका-बेंडबाजों के साथ निकले सात मंदिरों के झूले
मन्दसौर। समीपवर्ती गांव कुचडौद में डोल ग्यारस पर ढोल धमाका-बैंड बाजों के साथ विभिन्न आकर्षक झूलों में भगवान को विराजित कर गांव के सात मंदिरों के झूले निकाले गए। सबसे आगे गांव का प्रमुख मंदिर श्री चारभुजानाथ का रजत झूला रहा, शेष झूले उसके पीछे थे। सैकड़ो महिला पुरुष बच्चे बुजुर्ग बड़े उत्साह उमंग उल्लास के साथ वैवाण शोभायात्रा में सभी महिला पुरुष झूमते-गाते भक्ति भाव नृत्य करते हुए सम्मिलित हुए।
समस्त झूलो को गांव के धोबी कुआं पर ले जाकर भगवान को स्नान कराया गया तत्पश्चात झूलों को झूला स्थल पर बने सात चबूतरो पर विराजित किया गया। पुजारीयो द्वारा पूजन आरती की गई और फिर बालम ककड़ी केला पंजीरी आदि का प्रसाद बांटा गया।
इस बार बारिश अच्छी होने से खेतों में ककड़ी की फसल अच्छी होने से श्रद्धालुओं ने खूब भरपेट ढेर सारी कड़ी प्रसाद को ग्रहण किया। वापसी में सभी वैवाणो की गांव में शोभायात्रा निकाली गई जहां रास्ते में आए सभी मंदिरों में उनकी पूजा आरती की गई और अपने-अपने मंदिरों में उनको स्थापित किया गया।
समस्त झूलो को गांव के धोबी कुआं पर ले जाकर भगवान को स्नान कराया गया तत्पश्चात झूलों को झूला स्थल पर बने सात चबूतरो पर विराजित किया गया। पुजारीयो द्वारा पूजन आरती की गई और फिर बालम ककड़ी केला पंजीरी आदि का प्रसाद बांटा गया।
इस बार बारिश अच्छी होने से खेतों में ककड़ी की फसल अच्छी होने से श्रद्धालुओं ने खूब भरपेट ढेर सारी कड़ी प्रसाद को ग्रहण किया। वापसी में सभी वैवाणो की गांव में शोभायात्रा निकाली गई जहां रास्ते में आए सभी मंदिरों में उनकी पूजा आरती की गई और अपने-अपने मंदिरों में उनको स्थापित किया गया।