आध्यात्मजावरारतलाम

बछोड़िया मे सात दिवसीय गौ कथा मे कहा हर घर गौ माता की सेवा करे

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जितेंद्र सिंह चंद्रावत जड़वासा

5 जी चलने से आकाश के पक्षी हों गए गायब, ऐसे चलता रहा तो एक दिन मनुष्य भी गायब हों जायेंगे,

ढोढर -रतलाम जिले के पिपलोदा तहसील के ग्राम बछोड़िया मे चल रही सात दिवसीय कथा के दौरान धेनु धर्म रक्षा गोपाल परिवार संघ मे गौ कृपा कथा महोत्सव की कथा के दौरान परम् पूज्य गौ क्रांतिकारी संत श्री गोपाल गऊ शरणानंद सरस्वती महाराज ने कथा के दौरान बताया की कचोरी ओर पानी पूरी या जामुन खाने से न  भगवान की कृपा नहीं होती है इससे सिर्फ अपना पेट भरता है, इस लिए भगवान की कृपा नहीं हो पाती , वही कोई अपार मति वाला होता वही गुरू को मानता है, जिसकी बुद्धि भ्रस्ट हों जाती वो गुरूजी को नहीं मानता , बुजुर्गो की बात को मानकर चलते थे तो कोई भटकता नहीं था, आज की स्थति अलग हों गयी है, अगर बात की जाये देश की तो देश मे क्या हों रहा कोई देखने वाला नहीं है, ये मनुष्य जीवन जो है ना उसकी ओर कोई ध्यान देने के लिए तैयार नहीं, वही अगर बात की जाए वाहनों की तो जैसे कार ओर बाइक कितने प्रकार की हों गयी सब अलग अलग फ्लेवर ओर कम्पनी की है ओर सब अपना अपना फ्लेवर देखते है।

कथावाचक ने बताया की आज के युग मे कोई भी अमर नहीं हुआ है, भक्ति या शक्ति ही अमर है, बाकि भगवान ही अमर हुए है, ओर कहा की जो सच्ची बात को सुनने वाला ही सच्ची बात को सुनेगा ओर नहीं सुनने वाला इस कथा की सच्ची बात को नहीं सुनेगा, जो सच्चे होते है जो वास्तविक धर्मात्मा हों वही सच्ची बात को भी सुनेगा, कोरोना को लेकर बताया की आज हम तो छुट्टी पर चले जा सकते पर सूर्य ओर पवन कभी छुट्टी पर चले जाये तो एक या दो मिनट मे कितने लोगो की छुट्टी हों जाये, आप गौ माता को कौन कौन मानते हों हाथ खडे करो तो सभी ने हाथ खडे किए ओर कथावचन ने बताया की इसमें 2 प्रतिशत ही सही हाथ खडे किए है क्यों की माँ की पूजा कम करते है ओर शादी मे सब परिवार के कपड़े आते है पर गौ माता के कोई कपड़े नहीं लाये, पर गौ माता को चमड़ो की आँखों से देखते इस लिए 28 करोड़ देवता नहीं दीखते है। वही बताया की कई शादी बयान मे इतने व्यस्त हों जाते है की 12 घंटे तक अपनी गौ माता प्यासी रह जाती है गौ माता पर कोई भी ध्यान नहीं देता , वही बताया की परिवार मे किसी की मौत हों जाती है तो सब उसको लेकर राम नाम सत्य है करके अग्नि देकर आते है पर गौ माता अगर मर जाती है तो ट्रेक्टर को बुलाकर बोलते है की इस गाय को फेक कर आना है तो उसके दोनों पैर बांध कर घसीटते हुए फेंककर आ जाते है , जिस घर मे अपन रहते है तो उस घर मे ही गऊ रहना चाहिए, ओर आँख खोलते ही गऊ माता को देखना चाहिए ओर गौ माता के पास जाकर उसके ऊपर हाथ घुमाओ, गौ प्रार्थना करती है की है भगवान ओर गौ माता की परिक्रमा करना चाहिए सात या नो परिक्रमा करना चाहिए, क्यों की चार धाम की यात्रा नहीं कर सकते इस लिए एक बार की परिक्रमा लगाने से 1 करोड़ से ज्यादा पुण्य शाली बना जाता है, इस लिए गौ माता उपयोगी है, वही गौ माता को इष्ट ओर 33 करोड़ देवताओं के भी भगवान है। ये कभी ऐसी बीमारीया आती थी क्या आज ये बीमारिया हों रही इसी पहले पूर्व जनम मे हुए पाप ओर इस जनम के भी पाप गौ माता की सेवा करने से सभी पाप नस्ट हों जाता है, वही गांव गांव यज्ञ हवन नहीं होता है क्यों की गौ मूत्र नहीं मिलता ना गौ घी मिलता ना गौ का गोबर मिलता है जिससे आपका काम भगवान नहीं मानता क्यों की सामग्री शुद्ध नहीं हों पाती इस लिए हमारी प्रार्थना लगती नहीं, वही अंत मे बताया की आकाश मे कितने ही प्रजातियों के पक्षी थे वो आज कहा गए, ये देश मे 2 जी ओर 4 जी ओर 5 जी आने से आकाश ओर क्षेत्र से पक्षी गायब हों गए ऐसे ही अगर चलता रहा तो अभी पक्षी गायब हुए है ऐसे ही ये मनुष्य भी गायब हों जायेंगे, अंत मे गौ माता की महाआरती गांव की महिलाओ ओर पुरुषो द्वारा करके महाप्रसादी वितरण की गयी।

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