भव्य रूप से निकलेगी बाबा रामदेव की शाही सवारी 5 को पिपलिया मंडी में
पिपलिया मंडी-प्रतिवर्षानुसार ईस वर्ष भी बाबा श्री रामदेव जन्मोत्सव बड़े हर्षोल्लाह एवं धूमधाम से मनाया जाएगा।शाही सवारी में बाहुबली हनुमान , कालका माता एवं भोले की बारात कच्ची घोड़ी एवं बालिकाओं द्वारा राजस्थानी नृत्य शाही सवारी में आकर्षण का केंद्र होगा ,14 ताशे ,डमरु टीम भी अपनी शानदार प्रस्तुतियां देगी एवं घोड़े पर बाबा श्री रामदेव जी का स्वांग रूप से बाबा रामदेव जन्मोत्सव मनाया जाएगा ,बग्गी में बाबा श्री रामदेव जी की ज्योत एवं प्रतिमा विराजित रहेगी।
जो 21 ढोल एवं तीन बैंड बाजे के साथ नगर के प्रमुख मार्ग में अखाड़े के करतब भी होंगे , कल 100 लोगों की टीम इस बार बाबा रामदेव जन्मोत्सव पर अपनी प्रस्तुतियां पेश करेगी।
कल 5 सितंबर को प्रातः 7:15 बजे श्री राम देव मंदिर अंबेडकर कॉलोनी पर हवन पूजन अर्चना होगी,और यही से प्रातः 11:15 बजे शाही सवारी प्रारंभ होगी जो अंबेडकर कॉलोनी से नगर परिषद के सामने होते हुए गांधी चौराहा वहां से लवली चौराहा प्राचीन शिव मंदिर चौराहै होकर पुराना सरकारी अस्पताल रोड से प्राचीन शिव मंदिर सब्जी मंडी पहुंचेगी वहां से वापस मुख्य मार्ग की ओर होकर देवनारायण मंदिर पर पहुंचेगी जहां पूजा अर्चना के बाद समापन होगा।
इस भव्य शाही सवारी में बाहर के करीब 100 से अधिक बेहतरीन कलाकारों द्वारा अपनी अपनी कला की प्रस्तुतियां दी जाएगी। जिसमें मुख्य रूप से मां कालका का सॉन्ग रच कर जो प्रस्तुति होगी वह अचंभित कर देने वाली शानदार प्रस्तुति आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहेगी, वहीं श्री बाहुबली हनुमान जी का किरदार निभाने वाले कलाकार द्वारा भी बेहतरीन प्रस्तुति दी जाएगी। यह आयोजन बाबा रामदेव जन्मोत्सव ऐतिहासिक रूप से मनाया जा रहा है
उक्त आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्म का लाभ लेने की अपील बाबा रामदेव मंदिर के मुख्य पुजारी ललित जी राठौर श्री देवनारायण मंदिर के भोपाजी अनोखी लाल जी कराड़ा, भोपाजी मुकेश जी कराड़ा युवा समाजसेवी नरेश गोई ,गोपाल राठौर, अजय राठौर, बबलू राठौर, विजय, अनिल, रवि, कुलदीप, विशाल, संदीप, पीयूष, अमन, दीपांशु, निखिल, गंपू, गोलू, कृष्णा, सचिन, सुमित सहित बाबा रामदेव जन्मोत्सव समिति के सभी सदस्यों ने नगर एवं अंचल की धर्म प्रेमी जनता से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्म का लाभ लेने के साथ ही इस भव्य जन्मोत्सव समारोह शाही सवारी को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने की अपील की है।