खजुरिया सारंग की प्रभारी प्राचार्य डॉ सुनीता गोधा का राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान,दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों होगा सम्मान
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मंदसौर जिले की दलौदा तहसील के ग्राम खजुरिया सारंग की प्रभारी प्राचार्य डॉ सुनीता गोधा को राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। 5 सितंबर 24 शिक्षक दिवस पर आपको नईदिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
डॉ गोधा को राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मान के लिए चयन की शाम के समय हुई घोषणा के समय वह घर पर ही थी। उन्होंने यह सूचना पाकर अपने को गौरान्वित महसूस किया साथ ही कहा कि इस पुरस्कार से मन्दसौर जिले ,विद्यालय व राज्य का नाम देशभर में रोशन हुआ है।
2000 से 2011 तक यह सम्मान मन्दसौर जिले के 5 शिक्षकों को मिल चुका है और डॉ सुनीता गोधा 6 टी शिक्षिका है जिन्हें यह राष्ट्रीय पुरस्कार देने की।घोषणा हुई है। अभी तक 5 पुरूष शिक्षकों को यह सम्मान मिला है वे पहली बार पहली महिला शिक्षिका है जिन्हें यह राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाने की घोषणा हुई है।
डॉ सुनीता गोधा 1998 से अक्टूम्बर 2023 तक शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पिपलियामंडी शिक्षा कर्मी वर्ग-1 के रूप में कार्य करते हुए कक्षा 9 वी से 12 वी तक के विद्यार्थियों को पढ़ाती थी। वर्तमान में आप एकीकृत शासकीय हाई स्कूल खजुरिया सारंग में प्रभारी प्रचार्य के पद पर कार्यरत है।
डॉ गोधा ने बताया कि वे पिपलियामंडी में उनके स्कूल में प्रतिदिन करीब 26 से 30 गावो की बालिकाएं पढ़ने आती थी। वे 25 वर्षों से बालिका शिक्षा प्रोत्साहन हेतु निरन्तर कार्य कर रही है। शाला त्यागी एव दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने में सफल रही है।विद्यालय के नामांकन में वृद्धि श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम आपकी उपलब्धि है।
उन्होंने बताया की कोई 22 गावो के ग्रामीण परिवेश ,निर्धन , खेतिहर मजदूर और किसान परिवारों की बेटियों को निरंतर अध्ययन हेतु प्रेरित किया। इस प्रकार करीब 1100 शाला त्यागी बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ा है। उन्होंने बताया कि बिना किसी मानदेय के आनन्द सभा के आयोजन किये। शासकीय , अशासकीय संस्थाओं के विद्यार्थियों के लिए आनन्द सभा का आयोजन कर जिले में एक लहर सी बना दी थी।
डॉ गोधा यह भी गर्व से बताती है कि उनके बेटियों के लिए किए गए सकारात्मक प्रयासों के परिणाम है कि उनके द्वारा पढ़ाई गई कई बालिकाएं आज बैंक,पुलिस, नरसिंग ,फिजियोथेरेपिस्ट और शासकीय विद्यालयों में शिक्षिका बन कर आत्मनिर्भर बन गई है। कुछ खेलो में बेहतरी प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा कि एक बालिका तो उनके ही पिपलियामंडी विद्यालय में टीचर है। इस उपलब्धि पर उन्हें खुशी है। उन्होंने बताया कि कोविड के दौरान प्रभावितों की ऑन लाइन काउंसलिंग भी उन्होंने की थी।
डॉ गोधा को राष्ट्रीय सम्मान मिलने की घोषणा पर आयुक्त शिक्षा भोपाल,उप सचिव शिक्षा भोपाल, सहित अनेक शुभचिंतकों ने बधाई दी है।
डॉ गोधा ने रानी दुर्गावती विश्विद्यालय जबलपुर से इतिहास विषय से पीएचडी , एम ए इतिहास और विक्रम विश्विद्यालय उज्जैन से एल एल बी की परीक्षा उत्तीर्ण कर रखी है। आपने आकाशवाणी जबलपुर में युववाणी कार्यक्रम में भी अपनी सेवाएं दी है।
मध्यप्रदेश के दमोह से माधव पटेल का भी चयन इस पुरस्कार के लिये हुआ है जिन्हें भी इस दिन राष्ट्रपति जी सम्मानित करेगी।