भक्ति/ आस्थामंदसौरमंदसौर जिला

महापुरुषों की संगति हमें जन्म मृत्यु के चक्र से उबारती है- आत्मस्वरूपानंदजी महाराज

श्री ऋषियानंद आश्रम पर ब्रह्मलीन स्वामी श्री ऋषियानंद सरस्वती महाराज का 60 वां महानिर्वाण महोत्सव मना

मंदसौर। तेलिया तालाब स्थित श्री ऋषियानंद आश्रम पर ब्रह्मलीन स्वामी ऋषियानंद जी सरस्वती महाराज का 60 वां महानिर्वाण महोत्सव संतो के सानिध्य में मनाया गया। 29 अगस्त को प्रातः काल अखंड रामायण का पाठ प्रारंभ हुआ जिसका समापन 30 अगस्त को होकर सदगुरुदेव ऋषियानंद के श्री विग्रह का पूजन अभिषेक किया गया ।
तत्पश्चात हवन हुआ अभिषेक हवन पूजन विधि आचार्य नरेंद्र पंड्या, कन्हैयालाल पंड्या ने संपन्न कराया। हवन के पश्चात श्रीकेशव सत्संग भवन खानपुरा में चातुर्मास कर रहे ऋषिकेश के परम पूज्य महान विद्वान संत श्री आत्मस्वरूपानंद जी महाराज के प्रवचन हुए। आपने प्रवचन में कहा कि महापुरुषों की संगति हमें जन्म मृत्यु के चक्र से उबारती है। आपने कहा की सत्संग ही हमारे कल्याण का एकमात्र मार्ग है आपने शरीर इंद्रियां, मन, बुद्धि और  इन सबसे ऊपर जो  इन सब का संचालक है वह हम ही है अर्थात हमारा आत्म स्वरूप इन सभी तत्वों को नियंत्रित करता है आपने कहा हमें हमें ब्यूटी पार्लर में जाकर शरीर को सजाने का नहीं बल्कि सत्संग के माध्यम से इस शरीर में आत्मा है उसका चिंतन करते रहना चाहिए इसके लिए आपने साधना के लिए प्रथम तो एकांतवास और लघु भोजन अर्थात परिमित भोजन के साथ ही एकांतवास इंद्रियों को सीमित करने पर विशेष बल दिया।  आपने कहा कि स्वामी ऋषि आनंद जी की कठोर महान तपस्या का प्रतिफल है यह आश्रम में आने पर अपार आत्मिक सुख शांति, आनंद की अनुभूति होती है।
आपने सत्संग की महिमा बताते हुए कहा कि जिस घर में सत्संग होता है वह वृंदावन बन जाता है अपना कर्तव्य कर्म करते हुए सब कुछ भगवान को समर्पित करने पर मन पवित्र हो जाता है और तब मन आत्म चिंतन में लग जाता है मन को शुद्ध करने के लिए हमें इंद्रीय,  संयम तथा प्राणायाम अवश्य करना चाहिए। इस अवसर पर पूज्य संत श्री ब्रह्मानंद गिरी जी महाराज का भी सानिध्य प्राप्त हुआ।
संतो का शाल व श्रीफल भेंट कर व्यवस्थापक कन्हैयालाल पंडया, सचिव ओम सोनी, डॉ. दिनेश तिवारी, बंसीलाल टॉक, कन्हैयालाल गोठवाल, कमलेश गोधरा, घनश्याम सोनी, प्रहलाद सोनी, अशोक पाठक, कन्हैयालाल सोनी, श्यामलाल जोशी आदि ने स्वामी जी का आशीर्वाद लिया अंत में प्रसादी भंडारा हुआ। संचालन डॉ. दिनेश तिवारी ने किया व आभार सचिव ओम सोनी ने माना।

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