मंकीपाक्स वाईरस से सचेत रहे, लक्षण दिखाई देने पर अस्पताल में जाचॅ करवाए – डॉ. प्रसाद
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नीचम- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश प्रसाद ने बताया कि मंकीपॉक्स वर्तमान मे अमेरीकी तथा अफ्रिकी देशो मे तेजी से फैल रहा है साथ ही हमारे पडोसी देशो मे भी इसके मरीज मिलना शुरू हो गए है। जिसको देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसको हेल्थ इमेरजेसी घोषित किया गया है। डॉ. प्रसाद ने बताया कि मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो की एक संक्रमित व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति, रोगी द्वारा उपयोग की गई संक्रमित चीजो तथा जानवरो से फैलती है।
इस बीमारी के मुख्य लक्षणो में- बुखार का आना, शरीर पर लाल चकते तथा फफोले होना,तंत्रीका तंत्र मे सुजन में तथा शरीर पर सुजन आना, हाथ पैर तथा शरीर मे तीव्र र्दद होना, मांस पेशियो मे जकडन होना,सिर दर्द होना, सर्दी जुकाम होना तथा गले मे खराब होना। उक्त लक्षण संक्रमण के बाद 5 से 7 दिन तथा ज्यादा से ज्यादा 21 दिनो मे संक्रमित व्यक्ति मे लक्षण दिखाई देते है। बीमारी की जांच के लिए संक्रमित व्यक्ति के घाव के नमुने तथा रक्त के नमुने एकत्र किए जाते है तथा उसका आरटीपीसीआर मशीन द्वारा परीक्षण किया जाता है जिससे व्यक्ति मे वायरस की पुष्टि की जा सकती है।
डॉ. प्रसाद ने बताया कि वर्तमान मे रोगी के टीके सिर्फ विकसीत देशो मे ही उपलब्ध है हमारे देश मे अभी वैक्सीन नही इसलिये इसका उपचार भी लक्षणो के आधार पर ही किया जाता है इसलिये सुरक्षित व्यवहार ही व्यक्ति का बचाव कर सकता हैैै।
बीमारी से बचने के लिये- किसी भी संक्रमित व्यक्ति से उचित दुरी बना कर रहे तथा संक्रमित व्यक्ति की उपयोग की गई सामग्री को दोबारा उपयोग नही करे तथा बुखार से पिडित व्यक्ति से सम्पर्क के बाद तत्काल साबुन तथा पानी से हाथ घोए, यदि आसपास किसी भी व्यक्ति को उक्त लक्षण दिखाई दे तो इसकी सूचना तत्काल सुचना जिला चिकित्सालय तथा रोग निगरानी कार्यकम को तत्काल प्रदान करे। जिससे समय रहते रोग के प्रसार पर रोक लगाई जा सके। रोग से संबन्धित लक्षण पाए जाने पर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र जाकर चिकित्सक की सलाह पर ही दवाई एवं उपचार ले अपंजीकृत चिकित्सक से उपचार नही ले।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स?
- एक संक्रामक रोग है जो संपर्क में आने से फैलता है। स्किन से संपर्क होने पर, जो व्यक्ति संक्रमित है उसके करीब आने से और यौन संबंध बनाने से आदि फैलता है।
- आंख, मुंह, नाक और कान के जरिए ये हमारे शरीर में प्रवेश करता है
- वहीं, संक्रमित चूहे, बंदर और गिलहरी के संपर्क में अगर आप आते हैं तो ये वायरस फैलता है।
बचाव कैसे कर सकते हैं?
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- बचाव करने के लिए सबसे पहले तो आपको लक्षणों की पहचान करनी होती है और फिर ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाना जरूरी है। आप संक्रमित व्यक्ति को अलग रख सकते हैं
- पूरी तरह सफाई का ध्यान रखें और हाथों को बार-बार धोएं
- शारीरिक संबंध न बनाएं
- अपने डॉक्टर से संपर्क करें और वैक्सीन जरूर लगवाएं