तालरतलाम

धर्मो रक्षति रक्षितः मूल मंत्र के साथ “विश्व हिंदू परिषद” भारत माता के सपूतों का एक बड़ा संगठन है- तूफान सिंह यादव

 

 

ताल ब्यूरो चीफ –शिवशक्ति शर्मा

श्री कृष्ण जन्माष्टमी एवं विश्व हिंदू परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर तुफान सिंह यादव ने कहा कि श्री कृष्ण ने गीता में कहां है- जब-जब धर्म की हानि होती हैं। और अधर्म फैलत है तब मैं स्वयं जन्म लेता हूं। भगवान श्री कृष्ण के प्राकट्य के दिन। धर्मो रक्षति रक्षितः मूल मंत्र के पवित्र उद्देश्य के साथ विश्व हिंदू परिषद की स्थापना की गई। और अक्षय वट वृक्ष इसका ज्ञान का प्रतीक बन गया। आज विश्व हिंदू परिषद की स्थापना को 60 वर्ष पूर्ण हो रहा है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की द्वितीय सरसंघचालक परम पूज्य गुरु जी की प्रेरणा से 29 अगस्त 1964 को भारत की संत शक्ति के आशीर्वाद से विश्व हिंदू परिषद की स्थापना हुई। इस पवित्र भारत भूमि पर जो धर्म, संप्रदाय, पूजा पद्धतियां, प्रकट हुई। उनके आराधों ने प्राणियों के कल्याण हेतु इस भारत भूमि पर तपस्या प्रवचन विचरण किया वे सभी हिंदू हैं विश्व हिंदू परिषद भारत माता के सपूतों का एक बड़ा संगठन है। जो हिंदू धर्म को इस भूमि की दिव्य जीवन पद्धति के रूप में स्वीकार करता है और हिंदू धर्म को किसी एक पूजा पद्धति तक सीमित न रखते हुए राष्ट्रीय हित को केंद्र में रखकर काम करता है इस प्रकार हिंदू जैन बौद्ध सिख आदि लोग सहर्ष विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता बनते हैं। और हिंदू समाज एवं धर्म की रक्षा के लिए अपना अमूल योगदान देते हैं। विश्व हिंदू परिषद जो अपने को हिंदू माने उसे हिंदू समझे की उदार विचार के साथ इस देश की देशभक्ति जनता को एकजुट कर रहा है।

विश्व हिंदू परिषद का उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना भाषा संप्रदाय, मत संप्रदाय और वर्ग भेद को दूर करना, नैतिक और आध्यात्मिक जीवन मूल्यों की रक्षा और पोषण करना है। विश्व हिंदू परिषद समाज में व्याप्त अस्पृश्यता की बुराई को दूर कर धर्म परिवर्तन कर चुके हिंदुओं को वापस हिंदू धर्म में लाकर तथा विदेशों में रहने वाले हिंदुओं को हिंदू धर्म से जोड़कर विश्व मंच पर एक सशक्त हिंदू समाज का स्तंभ बनने के लिए संकल्पित है। हिंदू धर्म के सिद्धांतों के अनुसार जीवित लोगों का कल्याण विश्व हिंदू परिषद की गतिविधियों का केंद्र है। आज भारत के लाखों गांवों और शहरों में विश्व हिंदू परिषद की मजबूत प्रभावी और बढ़ती उपस्थिति देखी जा सकती हैं। विश्व हिंदू परिषद भारत के अलावा 80 देश में कार्य कर रहा है। और 32 देश में इसकी समितियां हैं। बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, मातृशक्ति, गौ रक्षा, सेवा, सामाजिक समरसता, धर्म प्रसार जैसे आयामों के माध्यम से विश्व हिंदू परिषद पिछले 60 वर्षों में एक मजबूत और आत्मविश्वास हिंदू संगठन के रूप में आकर ले रहा है।

 

विश्व हिंदू परिषद की उपलब्धियां- 1966 में प्रयागराज में आयोजित प्रथम सम्मेलन में पूज्य शंकराचार्य एवं सभी धार्मिक संप्रदायों के संतों की उपस्थिति में ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित किया गया कि जो लोग अपने पूर्वजों की मूल धर्म में लौटना चाहते हैं। उन्हें आत्मसात किया जाना चाहिए इस प्रकार स्वधर्म की ओर लौटने की बात को पहली बार संतों की मान्यता मिली इसी के चलते आज विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से कई लोग धर्म में वापस लौटे हैं।

:- 1969 में उडुपी सम्मेलन में उपस्थित सभी जगत्गुरुओं और धर्माचार्य ने समाज से अस्पृश्यता को मिटाने का आह्वान किया हैंड वह सोदरा सर्वे इन हिंदू पति तो भविष्य हिंदू परिषद का मंत् पूरे भारत में गूंजा विश्व हिंदू परिषद द्वारा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति भाई बहनों को समान अधिकार दिलाने के लिए व्यापक प्रयास किए गए हैं और इसके परिणाम स्वरुप कई गांवों और काशन में सद्भाव का निर्माण हुआ।

:- 19190 में राम जन्मभूमि के निर्माण के लिए पहले ईंट जो देशभर के हिंदुओं का हृदय है। बिहार के अनुसूचित जाति के सदस्य श्री कामेश्वर चौपाल द्वारा रखी गई थी हिंदू एकता की एक ऐतिहासिक मिसल हैं।

:- 1986 में जो पंजाब में आतंकवाद अपने चरम पर था तब अनेक भिक्षुओं को लेकर हिंदुओं और सिखों के बीच सद्भावना बनाए रखने के लिए एक सफल सद्भावना यात्रा का आयोजन विश्व हिंदू परिषद द्वारा किया गया।

:- 1996 में जब आतंकवादियों ने कश्मीर घाटी को भारत से अलग करने के नापाक इरादे से अमरनाथ यात्रा की योजना को चुनौती दी, तो भय का माहौल बन गया। प्रशासन हटधर्मिता की बात करने लगा। तब बजरंग दल के हजारों युवाओं ने अमरनाथ यात्रा पर जाकर पानी फेर दिया आतंकवादियों की एजेंट पेपर। इस प्रकार जब देश की एकता की बात आई तो विश्व हिंदू परिषद पहली पंक्ति में खड़ा रहा।

:- 1984 में दिल्ली के विज्ञान भवन में 558 धर्माचार्य की उपस्थिति में हुए सम्मेलन में सांस्कृतिक गुलामी के प्रतीक को मिटाकर श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया। 1990 की कर सेवा और वर्षों की कानूनी लड़ाई के बाद विश्व हिंदू परिषद आज अयोध्या में हिंदू शासन स्थापित करने में सफल हो गया है।

:- 2005 से 2007 तक पवित्र और ऐतिहासिक रामसेतु की सुरक्षा के लिए एक व्यापक कार्यक्रम चलाया गया। विश्व हिंदू परिषद ने हलफनामे में भगवान के अस्तित्व पर सवाल उठाने के लिए सरकार की आलोचना की, आज रामसेतु के अस्तित्व पर अमेरिका की प्रतिष्ठित संस्था नासा ने भी अपनी मोहर लगा दी है।

:- गौ रक्षा की पवित्र उद्देश्य को लेकर 1966 में गौ माता और संतों के साथ संसद की ओर मार्च करने वाले पूज्य कृपात्रि जी महाराज को गोलियों का सामना करना पड़ा। विश्व हिंदू परिषद के जन जागरण के परिणाम स्वरूप आज देश के कई राज्यों में गौ हत्या के विरुद्ध सख्त कानून लागू है। विश्व हिंदू परिषद देश में 700 से अधिक गौशालाओं का संचालन में मदद करता है। और गाय आधारित कृषि को बढ़ावा देता है।

:- देश के अनेक राज्यों में मौजूद लव जिहाद और भूमि जिहाद कानून विश्व हिंदू परिषद द्वारा व्यापक जन जागरूकता का ही परिणाम है।

आज पूरे देश में 72 लाख से अधिक सदस्यों के साथ विश्व हिंदू परिषद स्वास्थ्य शिक्षा व्यक्तिगत शक्तिकरण और ग्रामीण विकास से संबंधित परियोजनाओं के माध्यम से देश की बुनियादी विकास में अदिति योगदान दे रहा है। पिछले कोरोना कल में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने अनेक सेवाओं के साथ-साथ पार्थिव शरीरो का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से कर के लोगों के दिलों में हिंदू धर्म रक्षक के रूप में जगह बनाई है।

भेदभाव मुक्त हिंदू समाज, स्वाभिमान संपन्न हिंदू समाज, आक्रामक हिंदू समाज, जीवन मूल्यों का आग्रह हिंदू समाज और अजय हिंदू समाज खड़ा करने का कार्य आज विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से हो रहा है इस कार्य को अपना कार्य मन कर आज से ही इस कार्य में जुड़कर हम सब विश्व को दिशा देने वाला भारत बनाने में सक्षम एवं समर्थ बने।

 

श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभ दिन पर आप सभी को याद दिलाते हैं कि हम केवल बांसुरी धारी श्री कृष्ण की पूजा नहीं करते बल्कि हम चक्रधारी भगवान श्री कृष्ण की भी पूजा करते हैं। महाभारत के युद्ध में भीष्म की धर्म रक्षा की प्रतिज्ञा तोड़ने के इरादे से उनके खिलाफ रथ का पहिया लेकर खड़े हुए की सेवा में आज के युग में जीने के बारे में बहुत कुछ संदेश देते हैं लिए इस पवित्र दिन पर हम सब संकल्प करें कि हम तन मन और धन से हिंदू समाज की संगठन के लिए प्रयास करेंगे और जीवन पर्यंत हिंदू मूल्य जीवन मूल्य का पालन करेंगे।

सृष्टि पूर्ति समारोह वर्ष 2024 में जावरा जिले द्वारा प्रत्येक प्रखंड केंद्र पर स्थापना दिवस कार्यक्रम एवं खंड और ग्राम समिति स्तर पर कार्यक्रम करने का विश्व हिंदू परिषद का लक्ष्य है। इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद स्थापना दिवस और जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं।यह जानकारी विहिप जिला मंत्री तुफान सिंह यादव ने दी।

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