शिक्षा विभाग की निष्क्रियता या लापरवाही जहां एक दिन बाद स्वतंत्रता दिवस का बडा अयोजन होना,उस ग्राउंड की दुर्दशा देखने से ही बन रहीं

सीतामऊ/ शिक्षा विभाग की निष्क्रियता या लापरवाही जहां एक दिन बाद स्वतंत्रता दिवस का बडा अयोजन होना है, उस ग्राउंड की दुर्दशा देखने से ही बन रहीं हैं। एक और जहां जिला प्रशासन स्वतंत्रता दिवस के पर्व को भव्य बनाने के लिए हर एक प्रयास कर रहा है वही सीतामऊ के सबसे बड़े ग्राउंड में जहां कल स्वाधीनता दिवस पर्व मनाया जाना है वहा मवेशी विचरण कर रहे हैं, गोबर गंदगी कर रहे हैं।
दुर्भाग्य की बात यह भी है की यह वही स्कूल है जो किसी ज़माने में श्री राम विद्यालय के नाम से पूरे उज्जैन संभाग में अव्वल दर्जे का स्कूल था, यहां से पढ़कर आगे गए बच्चे विभिन्न विभागों में बड़े पदों पर आज भी आसीन हैं, तो कई बड़े राजनेता बनकर आगे बढ़े हैं, लेकिन शिक्षा विभाग में दीमक की तरह जमे लोगो ने इस स्कूल को आज इस हाल में लाकर खड़ा कर दिया है की आज इस स्कूल में बच्चो को भर्ती कराने से पहले पालकों को बच्चे के भविष्य की चिंता होने लगती है। आज यह स्कूल पूरी तरह से राजनितिक की भेंट चढ़ चूका है, यहां के शिक्षक, शिक्षक कम नेता बन गए, यह स्कूल अब बच्चों से ज्यादा शिक्षको के भविष्य को संवारने और उन्हे विभिन्न प्रकार से फायदा पहुंचाने में लगा हुआ है। इस स्कूल की दुर्दशा का कारण सिर्फ शिक्षक ही नही सीतामऊ नगर के जनप्रतिनिधि भी है जिन्होंने कभी इस विद्यालय के लिए आवाज नही उठाई, स्कूल की हालत देखकर बहुत से ऐसे भी लोग हैं जिन्हें दुख होता होगा।
लेकिन स्कूल के जिम्मेदारों को शायद इन सब चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता है, यही कारण है की अब इस स्कूल की शिक्षा व्यव्स्था, इसके भवन, ओर यहां के विशाल मैदान की साफ़ सफाई, सुरक्षा व अब शायद भगवान राम भरोसे ही है !



