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आलोट के ग्रामीण क्षेत्रो में बढ़ता कंजरो का आंतक,ग्रामीण और किसान पुलिस को दिया ज्ञापन

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कंजर समस्या आलोट पुलिस को विरासत में मिली

पडोसी राज्य राजस्थान के कंजर जाती द्वारा मध्य प्रदेश के समीपस्थ गांव में चुरा लेते है।

✍️ राजेन्द्र देवड़ा

आलोट। रतलाम जिले के अंतिम छोर पर स्थित आलोट तहसील सहित पूरे क्षेत्र में कंजर जाती के लोगो का आंतक, आलोट पुलिस को कंजर समस्या विरासत में मिली !

आलोट तहसील में कंजर समस्या वर्षो पुरानी होकर कंजर जाति के इन लोगो व्दारा किसानों के खेत की और व्यापरियों के माल की रखवाली की एवज में सालाना अवैध बंधी वसूलते है नही देने पर इस जाति के कंजर किसानों के खेतो से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मवेशी टेक्टर आदि सामान चुरा लेते इनको वापस लेने के लिए किसी दलाल की मध्यस्थता से यह उपकरण आदि बड़ी रकम वसूलकर दि जाती है। दलालो के बारे में संभवता सभी जानते है। इन पर कार्रवाई क्यो नही होती है,? सुत्र बताते है कि हर क्षेत्र में कंजर के दलाले है जो कंजरो को पनाह देते है और चोरी गए सामान को दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए मध्यस्थता कराते है। आलोट थाने में प्रयाप्त बल नही होने और कंजर जाती के लोगो व्दारा राजस्थान से लगे रतलाम मंदसौर जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में वारदात को अंजाम देकर यह कंजर वापस अपने डेरो में चले जाते है। जिसे स्थानीय पुलिस को कार्रवाई करने में परेशानी झेलना पढ़ती है। कई बार मध्य प्रदेश और राजस्थान पुलिस के आलाअधिकारियो की कंजर समस्याओ को लेकर बैठक हुई परन्तु कोई हल नही निकला,

90 के दशक में आलोट थाने पर रतलाम के तत्कालीन एसपी व तत्कालीन एसडीओपी सौहाले मोहम्मद खान और उनकी टीम व्दारा राजस्थान के अरन्या टोकटा बामन देवरीया आदि पडोस राज्य राजस्थान के कंजरो जाति व्दारा मध्य प्रदेश के समीपस्थ गांव में चुरा लेते है। कंजर जाति ने आत्मसमर्पण कराया था कुछ समय तक इस कंजर जाति के लोगो ने चोरी लूटपाट करना बन्द कर दि थी। लेकिन फिर कंजर जाति के लोगो व्दारा अवैध वसूली के कारण कंजर समस्या मुसीबत बनती जा रही है। राजस्थान के अरन्या टोकटा आदि क्षेत्र के कंजर जाति के लोगो व्दारा कई वर्षो से आलोट क्षेत्र के किसानो व्यापरियों को निशाना बनाया जा रहा है। कंजर आलोट क्षेत्र के किसानो और व्यापारियो से सालाना बंधी वसूली करते है। नही देने पर उनके खेतो से उपकरण मवेशी आदि चोरी करते है। वर्ष 2013 में परेशान ग्रामीणो और कंजरो के आमने सामने हो जाने से गांव मिटठगढ में उस समय फायरिंग में कुछ लोग मारे गए थे। कंजर जाति के लोगो व्दारा अवैध वसूली का मामला प्रकाश में आया है एक कंजर 10 वर्षो से जेल में बंद था उसने जेल से छूटते ही गांव धतुरिया के किसान को सालाना 5 हजार रुपए बंधी के लिए बदूक दिखाकर धमकाया घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने आलोट थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की।

राजस्थान के अरन्या गांव के कंजर विक्रम पिता चेना पिछले 10 वर्षो से अवैध वसूली चोरी समेत कई मामलो में जेल में बंद था वह कुछ दिनो पहले ही जेल से रिहा हुआ है। आते ही उसने अपना खौफ जमाने के लिए वापस वसूली करने का काम शुरू कर दिया विक्रम कंजर रविवार शाम को ग्राम धतुरिया में किसान नितिन शर्मा के खेत पहुंचा और 5 हजार रुपए सालाना अवैध बंधी वापस शुरू कर दो नही तो मवेशी पाइप मोटर आदि चोरी कर ले जाएंगे विक्रम कंचन ने बदूक दिखाकर किसान नितिन शर्मा को जान से मारने की धमकी दी इसको लेकर सोमवार को धतुरिया के ग्रामीण और किसान आलोट थाने पहुंचकर पुलिस को ज्ञापन दिया और कंजरो पर सख्त कार्रवाई की मांग की

इसे लेकर थाना प्रभारी दिनेश भोजक ने बताया कि आवेदन के आधार पर मामले की जांच करके वैधानिक कार्रवाई करेगे।

कंजर किसान को ही नही व्यापारियो तथा कालोनाइजरों को भी परेशान कर उनसे भी वसूली कर रहे है।आलोट के भांभी मोहल्ले में स्थित स्वास्तिक विहार कॉलोनी में गतदिनो विनोद कंजर ने चौकीदार को बंधी के लिए धमकाया और नही माना तो जेसीबी का हाइड्रोलिक पंप ही चुरा लिया कॉलोनी चौकीदार प्रतापसिंह ने बताया कि 4 माह पूर्व ही हमने कमल कंजर को बंधी दी थी अब दो दिन पहले विनोद कंजर आया और फिर बंधी मांगी वह बोला ये कमल का नही मेरा एरिया है मुझे बंधी दो।

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