खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली मुख्य फसलों के लिए किसान भाईयों को समसामयिक सलाह

कृषि विज्ञान केंद्र, मंदसौर के वैज्ञानिकों द्वार गांव हैदरवास, सेमलिया हीरा, कातना, राणायरा, तितरोद, सोकड़ी आदि गांवों का भ्रमण किया गया। भ्रमन के दौरन फसलों मे ं कुछ समस्या पाई गई थी, जिसका निदान निम्लिखित हैः-
1. मुंगफली में जड़ एवं तना सड़न रोगः- इस रोग के कारण पौधा पीला पढ़ कर सुख रहे हैंः- इसके उपचार हेतु पूर्व मिश्रित फ्लूसिलाजोल 12.5 प्रतिशत $ कार्बन्डाजिम 25 प्रतिशत एस. ई. की 2 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी कीे दर से घा ेल बना कर के छिड़काव करने की सलाह दी जाती है।
2. मुंगफली की पत्तिया पीली पड़ रही हैंः- मुंगफली की फसल सल्फर की कमी के कारण पीली पड ़रही है, इसके उपचार के लिए घुलनशील सल्फर 80 प्रतिशत डब्लूडीजी की 3 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी में गोल बनाकर 8 से 10 दिनों की अन्तराल पर दो बार छिड़काव करें।
3. सोयाबीन फसल में पिलापनः- ढलान वाली एवं कम उपजाउ वाले खेतो ं में पोषक तत्वों की कमी के कारण सोयाबीन की फसल पीली पड़ रही है। इसके उपचार के लिए जल मे ं घुलनशील उर्वरक 18:18:18 या 19:19:19 या 0:52:34 कि 5 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी की दर से गोल बनाकर के छिड़काव करें।
4. सोयाबीन मे गर्डल बीटल एवं पत्ती खाने वाले कीटांे के नियन्त्रण हेतु क्ला ेरएंट्रानिलिप्रोल 18.5 प्रतिशत एससी की 150 मिली मात्रा या पूर्व मिश्रित कीटनाशक थाईमेथा ेक्साम 12.6 प्रतिशत $ लेम्ब्डा साईहेलोथ्रिन 9.5 प्रतिशत एससी की 125 मिली मात्रा 500 लीटर पानी मे ं घा ेल बनाकर के प्रति ह ेक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
5. सोयाबीन फसल की कहीं कही ज्यादा बढवार देखी गई अगर किसान भाई बढवार को रा ेकना चाहते हैं तो मेपिक्वाट क्लोराइड 5 प्रतिशत ए.एस. की 1000 मिलीलीटर मात्रा 500 लीटर पानी में घा ेल बनाकर के प्रति हेक्टेयर की दर से फूल आने की अवस्था में एक छिड़काव कर सकते हैं।
6. मक्का की फसल में इल्ली नियन्त्रण के लिए स्पाईनिटोरम 11.7 प्रतिशत एससी की 6 एमएल मात्रा या मेटाराइजियम एनिसोप्लाए की 100 ग्राम मात्रा प्रति पंप (20 लीटर पानी म ें) घोल बनाकर के छिडकाव करें तथा फेरोमोन टेªप एवं लाइट ट्रैप खेत म लगावे
7. टमाटर की फसल में पत्ति धब्बा रा ेग के नियंत्रण के लिए पूर्व मिश्रित कवकनाशी एजोक्सी स्ट्रोबिन 18.5 प्रतिशत $ डाईफेनाकोनाजा ेल 11.4 प्रतिशत की 20 मिलीलीटर मात्रा प्रति पंप 20 लीटर पानी और पतझड़ क्षेत्र प्रबंधन के लिए गोल आकार में छिड़काव करें हेलील्योर फेरोमोन ट्रैप 3 प्रति बीघा की दर से लगाएं।
8. कर ला, लोकी, गिलकी, तोरई आदि बेलवर्गीय फसलों में फलो को छेद कर खराब करने वाली इल्ली का नियंत्रित करने के लिए क्यूल्लुर 3 से 4 प्रति बीघा की दर से लगावंे तथा सफेद मक्खी के निय ंत्रण के लिए पीली चिपचिपा ट्रैप 5 स े 10 प्रति बीघा की दर से लगावें।
9. भि ंडी एवं बैंगन में फल तथा का ेपलांे में छेद करने वाली इल्ली के नियन्त्रण के लिए फेरोमोन ट्रैप तीन प्रति बीघा की दर से लगावे तथा पूर्व मिश्रित कीटनाशक क्लोरऐंट्रानिलिप्रोल 09.30 प्रतिशत $ लैम्ब्डा-साइहलोथ्रिन 04.60 प्रतिशत जेड.सी. की 8 मिली मात्रा प्रति 20 लीटर पानी में घा ेल बनाकर के छिड ़काव करें ़।
कृषि विज्ञान केन्द्र, मन्दसौर