
दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल
रानीडांगा यशोदा एजुकेशनल सोसाइटी ने प्रकृति संरक्षण और स्थिरता में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रसिद्ध पर्यावरणविद् राघब चंद्र नाथ को प्रतिष्ठित प्रकृति रक्षक पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया।
रानीडांगा यशोदा एजुकेशनल सोसाइटी की महासचिव डॉ. सविता मिश्रा ने पर्यावरण जागरूकता और कार्रवाई को बढ़ावा देने में नाथ के अथक प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “राघब चंद्र नाथ के नारे ‘हर संडे एक पेड़ जरूर लगाना है’ ने दुनिया भर के हजारों हज़ारों लोगों और पर्यावरणविदों को लाखों पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया, जिससे पर्यावरण पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा।”
पर्यावरण के प्रति नाथ के समर्पण और वृक्षारोपण पहल में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उनके अभिनव दृष्टिकोण ने उन्हें पुरस्कार के लिए एक बेहतरीन विकल्प बना दिया।
प्रकृति रक्षक पुरस्कार 2024 उन व्यक्तियों को मान्यता देता है जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण और संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। नाथ के काम ने पर्यावरणविदों और सामुदायिक नेताओं की एक नई पीढ़ी को प्रेरित किया है, जिससे वे प्रकृति संरक्षण के सच्चे चैंपियन बन गए हैं।
रानीडांगा यशोदा एजुकेशनल सोसाइटी ने नाथ को एक ऑनलाइन समारोह में सम्मानित किया, जिसमें सम्मानित अतिथियों और पर्यावरण के प्रति उत्साही लोगों ने भाग लिया। यह पुरस्कार पर्यावरण की रक्षा के लिए नाथ की अटूट प्रतिबद्धता और दूसरों को इस आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का जश्न मनाता है।
विश्व भर के प्रोफेसरों, पर्यावरणविदों और अन्य लोगों ने इस सम्मान के लिए राघब चंद्र नाथ को बधाई दी।