देश रक्षा के लिए हर समय तैनात रहने वाले वीर जांबाज सैनिकों का सम्मान बनाए रखना हमारा फर्ज है – पं भीमाशंकर जी शास्त्री

कारगिल विजय दिवस पर वीर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया
सीतामऊ। कारगिल विजय दिवस नगर के महाराणा प्रताप चौराहे पर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक परिषद के तत्वाधान में एवं प्रसिद्ध पंडित श्री भीमाशंकर जी शास्त्री के अतिथि में मनाया गया। इस अवसर पर पंडित श्री भीमाशंकर जी शर्मा नगर परिषद अध्यक्ष मनोज शुक्ला मंडल अध्यक्ष लाल सिंह देवड़ा जिला योजना समिति सदस्य अनिल पांडे नगर परिषद उपाध्यक्ष सुमित रावत संपादक लक्ष्मीनारायण मांदलिया राजकुमार पोरवाल गौ शाला अध्यक्ष संजय जाट पोरवाल समाज अध्यक्ष मुकेश कारा जितेंद्र सिंह तोमर संजय चौहान पूर्व सैनिक गण सहित जनप्रतिनिधि पत्रकार भाजपा कार्यकर्ताओं ने दीप प्रज्वलित कर वीर जांबाज शाहिद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें नमन करते हुए उनकी शहादत को याद किया गया।
इस अवसर पर पंडित भीमाशंकर जी शास्त्री ने कहा कि देश रक्षा के लिए हर संभव धूप को शाम हो बरसात हो कैसी भी स्थिति हो सैनिक बंधु हर समय भारत माता एवं हमारी रक्षा के लिए तैनाद रहते हैं। हम सब का फर्ज है कि सैनिक बंधुओं का सम्मान बनाए रखना है।
श्री शास्त्री जी ने कहा कि बाहरी देशों से रक्षा हमारा सैनिक बंदूक करते हैं पर देश के अंदर हमें रक्षा के लिए एकजुट तथा मजबूत होना की आवश्यकता है। श्री शास्त्री जी ने एक उदाहरण के माध्यम से बताया कि जिस प्रकार से ही रन हिरण शेर से जान बचाकर घास में छप गया पर जब हिरण द्वारा घास चर कर खत्म कर दी तो शेर को दिख गया और शेर शिकार के लिए घात लगाए बैठा उसकी नजर हिरण पर पढ़ते ही झपट पड़ा। ऐसे ही दुष्ट राक्षसों से बचने के लिए घास में छिपने कि जरूरत नहीं पड़े हमें मजबूत बनना है।
आई लव यू सीतामऊ नहीं मेरा प्यारा सीतामऊ किया जाए
पंडित जी शास्त्री जी ने कहा कि देश में हिंदी को प्राथमिकता होना चाहिए इंदौर से चला आई लव यू इंदौर सीतामऊ तक पहुंच गया। यह अंग्रेजी की निशानी है और हम हिंदुस्तानी हैं तो हमारी हिंदी मातृभाषा को प्राथमिकता मिलना चाहिए। श्री शास्त्री जी ने नपं अध्यक्ष से आग्रह कर कहा कि आई लव यू सीतामऊ की जगह मेरा प्यारा सीतामऊ किया जाए। श्रद्धांजलि कार्यक्रम का संचालन संजय चौहान द्वारा किया गया। एवं राष्ट्र गान के साथ समापन किया गया।