
कोटा। अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन,लखनऊ टीम मंडल के परिचालन विभाग के सहयोग से 12 जुलाई से डबल डेकर रैक का ट्रायल कर रही है। यह ट्रायल डबल डेकर रैक के विभिन्न तकनीकी मानकों के विश्लेषण के लिए किया जा रहा है। जिसमे एयर सस्पेंशन, ब्रेकिंग सिस्टम, घुमाव ट्रैक पर गति इत्यादि का परीक्षण शामिल है। डबल डेकर रैक का ट्रायल 12 जुलाई से 14 जुलाई के बीच 120 से 180 किलोमीटर/घंटा की गति से नागदा-शामगढ़ खण्ड पर डाउन लाइन पर किया गया। 15 जुलाई को इस रैक का ट्रायल कोटा-लबान खण्ड पर गुडला से लबान के मध्य 180 किमी/घंटा की गति से किया गया। जबकि 16 एवं 17 जुलाई को एयर सस्पेंशन स्प्रिंग को पंचर अवस्था में 60 से 105 किमी/घंटा की गति से नागदा-शामगढ़ खण्ड पर ट्रायल किया गया। 21 एवं 22 जुलाई को 120 से 180 किमी/घंटा की रफ्तार से नागदा-शामगढ़ पर सफल ट्रायल डबल डेकर रैक का किया गया जिसमे रोहलखुर्द-लूनी एवं दरा-अलनिया के बीच अधिकतम 180 किमी/घंटा की गति से ट्रायल का किया गया । डबल डेकर रैक का ट्रायल आरडीएसओ के संयुक्त निर्देशक परीक्षण बी एम सिद्दीकी के निर्देशन में किया जा रहा है इस ट्रायल में के ट्रैफिक निरीक्षक अरविंद पाठक, सुशील जेठवानी एवं लोको निरिक्षक आर एन मीना ने लखनऊ टीम के साथ को-आर्डिनेट किया। गुडला से लाखेरी खण्ड पर 23 जुलाई को 160-180 किमी/घंटा से डबल डेकर का परीक्षण किया जाएगा।