शासन के निर्देशों की उड़ाई जा रही धज्जियां पोलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद नगर में धड़ल्ले से किया जा राह उपयोग
चाय काफी डिस्पोजल पर भी लगे रोक
सीतामऊ पॉलिथीन के उपयोग पर शासन द्वारा प्रतिबंध लगाया जा चुका है लेकिन इसका उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है इस संदर्भ में शासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ रही हैं एवं प्रशासनिक अमले की कार्रवाई मात्र कागजी खानापूर्ति हो रही है उल्लेखनीय है कि प्रदेश शासन द्वारा पॉलिथीन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है जहां इसके उपयोग पर शक्ति बढ़ती जा रही है वहां इसके साथक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं लेकिन नगर में इसका उपयोग बिना किसी रोक रोकठोक धड़ल्ले से हो रहा है सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान एवं सब्जी दूध विक्रेतागण एवं होटल व्यावसायिक अपने प्रतिष्ठानों के समान का विक्रय पॉलिथीन के माध्यम से कर रहे हैं जिससे दुष्परिणाम स्वरूप नगर में जगह-जगह पॉलिथीन के ढेर लगे देखे जा रहे हैं कई व्यापारी एवं होटल व्यावसायिक बचे कूचे खाद्यान्न चाय पत्ती पॉलिथीन में भरकर फेंक रहे हैं जिसका सेवन मवेशी व अन्य पशु कर रहे हैं जिससे उनके स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है *वर्तमान परिपेक्ष में चाय दूध काफी डिस्पोजल में दिए जाने की प्रवृत्ति तेजी से पांव पसार रही है इसके भी दुष्परिणाम परिलक्षित हो रहे हैं एवं स्वच्छता अभियान को भी प्रभावित कर रहा है* समय-समय पर नगर परिषद के प्रशासनिक हमला एवं जनप्रतिनिधि पॉलिथीन पर प्रतिबंध की सूचना प्रसारित कर रहे हैं तथा निर्देशों के पालन नहीं करने पर डंड शुल्क भी निर्धारित कर दिया गया है परंतु उक्त कार्रवाई कागजी घोड़ा संबंध साबित हो रही है एवं सोशल मीडिया पर सेल्फी लेने तक सीमित रही है इसी का परिणाम है कि नगर में शासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ रही हैं एवं पॉलीथिन एवं डिस्पोजल का बेर रोक टोक उपयोग हो रहा है इस संदर्भ में जन जागृति का भी अभाव देखा जा रहा है नगर वासियों का कहना है कि शासन की पहल सार्थक तभी संभव है जब इसके उपयोग पर शक्ति से प्रतिबंध लगाया जाए एवं उपयोग करने वालों पर निष्पक्ष एवं ठोस कार्रवाई की जाए