सतना में पांच कारोबारियों पर आयकर का छापा, बराती बन 50 गाड़ियों में पहुंचे, सीढ़ी लगाकर घर में घुसे अधिकारी

सतना में पांच कारोबारियों पर आयकर का छापा, बराती बन 50 गाड़ियों में पहुंचे, सीढ़ी लगाकर घर में घुसे अधिकारी
सतना। आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार सुबह सतना जिला मुख्यालय में पांच बड़े कारोबारियों के घर और संस्थानों पर एक साथ छापे मारे। चौंकाने वाली बात यह है कि आयकर अधिकारी किसी शुक्ला परिवार के बराती बनकर शहर में पहुंचे। उनकी कारों पर सुमन संग संगीता के विवाह के स्टीकर चिपके हुए थे। 50 कारों से जबलपुर, इंदौर, रायपुर और भोपाल से आए 100 से अधिक आयकर अधिकारी-कर्मचारी की टीमों ने कारोबारियों के ठिकानों की जांच शुरू की। सभी जगह छापामार टीमें सुबह छह बजे पहुंचीं और कार्रवाई शुरू की।
शहर में एक साथ पांच कारोबारियों के यहां छापे पड़ने की सूचना के बाद डरे-सहमे नजर आ रहे कई कारोबारियों ने अपने प्रतिष्ठानों के ताले तक नहीं खोले। आयकर विभाग सूत्रों के अनुसार कार्रवाई दो से तीन तक चल सकती है। इसके लिए सतना सिविल लाइन स्थित आयकर भवन को कंट्रोल रूम बनाया गया है। मंगलवार से बैंक खातों व लॉकर की जांच की जाएगी।
आयकर सूत्रों के अनुसार शहर के हुंडी कारोबार सीताराम अग्रवाल के घर पर जब टीम पहुंची, तो अंदर से दरवाजा नहीं खुला। इस पर अधिकारियों ने तत्काल सीढ़ी मंगाकर अंदर प्रवेश किया। सीताराम अग्रवाल मैरिज गार्डन, होटल और हुंडी कारोबारी हैं।
गोयल बंधु भी रडार पर
रामाग्रुप के रामकुमार, सुरेश कुमार व नरेश गोयल के यहां भी छापा मारा गया है। ये कारोबारी सरिया निर्माण के साथ टिंबर कारोबार से भी जुड़े हैं। गोयल बंधुओं के यहां तीन वर्ष पूर्व भी सेंट्रल जीएसटी और करीब 15 वर्ष पहले भी आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की थी।
अतुल मल्होत्रा रेलवे व भवन निर्माण के कारोबारी
अतुल मल्होत्रा के मास्टर प्लांट स्थित दफ्तर और औद्योगिक क्षेत्र में भी दलों ने छापे मारे। वह रेलवे और भवन निर्माण के बड़े ठेकेदार हैं। इनके सतना के अलावा भोपाल समेत कई शहरों में निर्माण कार्य चल रहे हैं। संतोष गुप्ता फ्लोर मिल संचालक हैं।
सुनील सेनानी शिक्षा क्षेत्र से जुड़े
सुनील सेनानी शिक्षा के संचालन से जुड़े हैं। इनके बिट्स कालेज के अलावा गुटखा बेचने का भी बड़ा कारोबार है। यह सेनानी ग्रुप के नाम से संचालित है। जयस्तंभ चौक स्थित सेनानी ग्रुप के गोदाम में ताला तोड़कर दल अंदर गया।
बड़ी जमीन की खरीद बनी कारण
जानकारों के मुताबिक सभी कारोबारी दो साल से आयकर विभाग की रडार पर थे। सतना आयकर कार्यालय से भी रिपोर्ट गई, तो जिसमें बड़ी मात्रा में कर अपवंचन की बात सामने आई थी। इसके बाद एक बड़ी जमीन का सौदा भी सभी ने मिलकर आपस में किया है
खास बात यह है कि सभी व्यवसायी एक ही कारोबारी के इशारे पर संचालित हो रहे थे। हर सौदे में एक खास व्यापारी का नाम भी सामने आ रहा था। जांच दलों ने सभी के आवास और संस्थानों से लैपटाप, कंप्यूटर, बैंक पासबुक समेत कारोबार से जुड़े दस्तावेज खंगाले।