मलेरिया से बचने के लक्षण एवं उपाय
मंदसौर -स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया की बारिश में डेंगू एवं मलेरिया काखतरा ज्यादा रहता है। जब संक्रमित मादा एनोफिलिज किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काटती है तो वहमलेरिया बुखार से ग्रसित हो जाता है, जब मलेरिया से ग्रसित व्यक्ति एक स्वस्थ्य मादा एनोफिलिजकाटती है तो वह संक्रमित हो जाती है। इस प्रकार मलेरिया का फैलाव होता है। मलेरिया मादाएनोफिलिज मच्छर के काटने से फैलता है । यह मच्छर रात के समय काटता है।
मलेरिया का लक्षण-
ठण्ड लगकर बुखार आना एवं पसीना होकर बुखार उतरना सामान्य लक्षण है। एक दिन छोड़करबुखार आना 3 उल्टियां और सिरदर्द होना। सर्दी व कम्पन्न के साथ बुखार आना।
मलेरिया से बचने के उपाय-
मच्छरों की उत्पत्ति रोकने हेतु मॉडल बॉयलाज बनाए गए है उनके क्रियान्वयन करें।ग्राम/मोहल्ले में घरों से निकलने वाले पानी की उचित निकासी व्यवस्था, नालियां साफ रखकरअवांछित जल संग्रहों को मिट्टी (पुरकर) समाप्त करना। दलदली जमीन को सुखा कर वृक्षारोपण करना।स्टाप डेम, कुओं नदियों के रूके पानी में लार्वाभक्षी मछलियां डालकर, घरों के आसपास रखी बेकार सामग्री जिनमें पानी जमा हो सकता है, हटाने की समझाइश देकर, मच्छरों की पैदावार नियंत्रित की जा सकती है।