दो वक्त की रोटी ने उजाड़ दी घर की खुशियां, सीधी में बिलखती मां बोली, 31 साल बाद फिर वही दिन देखा
✍🏻 विकास तिवारी
सीधी। दो वक्त की रोटी ने पूरे परिवार की खुशियां उजाड़ दी है। पति की मौत की खबर से पत्नी का रो-रो कर हाल बेहाल है तो मां बोली कि हे भगवान, पहले मेरी मांग सूनी हुई और अब बहू मांग सूनी कर दी। यह सब देखने से पहले मुझे क्यों नहीं पूछ लेते।यह कहते हुए सुखरजुआ बेटे की बातों को याद कर रोने लगी। मां की ममता को देख सभी की आंखें नम हो गई। स्वजन शव आने का इंतजार कर रहे हैं। सोमवार देर रात तक शव आने की संभावना है। प्रशासन हर संभव मदद के लिए तैयारी में जुटा है।
अभिलाष एक साल का था, तब पिता की मौत
बता दें कि अभिलाष केवट पुत्र छोटेलाल 32 वर्ष निवासी वार्ड 06 मझौली की मां सुखरजुआ ने बताया कि 31 साल पहले, जब बेटा अभिलाष 1 साल का था। उस दौरान मेरे पति छोटे सिंगरौली में मजदूरी करते थे। मजदूरी करने के दौरान उनकी मौत हो गई थी। आज फिर वही दिन देखने को मिला है। पेट की आग ने मेरे घर को जला दिया। मां रोते बिलखते हुए कह रही थी कि गरीबी के कारण बेटा सूरत मजदूरी करने पिछले कई वर्ष से जा रहा है। उसी की आमदनी से पूरे घर की परवरिश हो रही थी। शनिवार को 4 बजे फोन उसकी पत्नी शशिकला को हादसे की जानकारी दी गई। अभिलाष की 3 बेटियां हैं, जो 6 वर्ष, 4 वर्ष एवं 10 माह की है।
शिवपूजन और शौखीलाल सगे भाई
बता दें शिवपूजन 23 वर्ष और प्रवेश पिता शौखीलाल 21 वर्ष निवासी दियाडोल दोनों भाई एक साथ काम करने सूरत गए थे। दोनों बचपन से करीब 10 वर्षों से ही वहां काम करने चले गए थे। छोटा भाई प्रवेश अभी अपनी बच्ची के जन्म पर फरवरी में आया था और मार्च में फिर चला गया था, जबकि पिता शौखीलाल मुंबई में मजदूरी करता है। घर में 5 माह की बच्ची के साथ पत्नी अर्चना केवट है।
हीरामणि और लालजी भाई मृतक
हीरामणि केवट 32 वर्ष निवासी परासी घर का सबसे बड़ा भाई, जिसकी तीन बच्चियां हैं। तीसरे नंबर का भाई मृतक लाल जी केवट पिता बंभोली केवट दोनों बीते एक जून को घर से सूरत गए थे। दोनों भाई तकरीबन एक दशक से सूरत में रह रहे थे। मृतकों के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मृतक कुल चार भाई थे, जिसमें सबसे बड़े भाई एवं तीसरे नंबर के भाई की मौत हुई है।
सांसद ने की व्यवस्था
घटना की जानकारी लगते ही डॉक्टर राजेश मिश्रा ने मृतकों का शव लाने के लिए वाहन की व्यवस्था की है। सांसद ने हर संभव मदद की बात कही है।