शास्त्रीय संगीत गुरुकुल का द्वितीय वार्षिकोत्सव मनाया गया

भारतीय शास्त्रीय संगीत को समर्पित चौधरी बंधु शास्त्रीय संगीत गुरुकुल शामगढ़ के द्वितीय वार्षिकोत्सव का आयोजन जी साब कैफे एंड रेस्टोरेंट में किया गया। संस्था प्रधान एवं संगीत गुरु अजय चौधरी ने बताया की कार्यक्रम में सीनियर इंजीनियर कमल जैन, सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा चौहान एवं डॉ मुकेश चौहान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जिनके द्वारा सरस्वती माता का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। संगीत गुरु अजय चौधरी ने इस अवसर पर “वंदना के स्वर समर्पित है तुम्हें” प्रार्थना गीत से मां सरस्वती की आराधना की। तत् पश्चात आराध्या जोशी, स्वस्ति शर्मा और आराध्या व्यास द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। मंच संचालन करते हुए चंद्र प्रकाश कोठारी द्वारा किया गया। चौधरी बंधु विजय चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम के दूसरे चरण में विद्यार्थियों ने राग देश में छोटे खयाल के रूप में “मेहा रे बन बन डार डार” एवं राग वृंदावनी सारंग के बन बन ढूंढ जाऊं कि तू छुप गए कृष्ण मुरारी की सुमधुर प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में 04 वर्ष की आयु से लेकर 50 वर्ष की आयु तक के लगभग 45 विद्यार्थियों ने एकल गायन के माध्यम से विभिन्न सुमधुर गीतों की प्रस्तुतियां दी गई जिनमें उमा जैन द्वारा गजल तेरे आने की जब खबर महके, खुशबू गोयल द्वारा लग जा गले, प्रतीक्षा वर्मा द्वारा पिया तोसे नैना लागे रे, अंशिका भटेवरा द्वारा रहे ना रहे हम, भाग्यश्री शर्मा द्वारा बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम, कुसुम व्यास द्वारा समा है यह प्यार का, अंजली कुकड़े द्वारा काली काली अल्कों के फंदे, ईशा व्यास द्वारा सिया श्रृंगार करो, हर्ष जोशी द्वारा आ चल के तुझे मैं लेकर चलूं, मोहक वर्मा एवं मोहंशी गोयल द्वारा तू कितनी अच्छी है आदि सदाबहार गीत गाए गए। मुख्य अतिथि कमल जैन संगीत सीखने वाले सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामनाएं करते हुए चौधरी बंधुओं को शुभकामना दी। अंत में सभी विद्यार्थियों को प्रणाम पत्र वितरित किए गए।