हॉस्टल की छात्राओं को धमकी, उठा ले जाएंगे, रेप करेंगे:उज्जैन गर्ल्स हॉस्टल में वार्डन के सामने घटना, थाने में शिकायत की
उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। हालत यह हो गई है कि अब गर्ल्स हॉस्टल भी सुरक्षित नहीं है। दो दिन से बॉयज हॉस्टल के छात्र यहां आकर छात्राओं को रेप करने, जान से मारने, उठा ले जाने और हॉस्टल में आग लगा देने की धमकी दे रहें है। खास बात यह है कि यह सारा घटनाक्रम गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन के सामने ही हुआ। छात्राओं का आरोप है कि वार्डन ने ही छात्रों को गर्ल्स हॉस्टल के गेट से अंदर प्रवेश कराया था। छात्राओं ने माधवनगर थाने में लिखित शिकायत की है। पुलिस का कहना है कि मामले में जांच कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। विक्रम विश्वविद्यालय की स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है। गर्ल्स हॉस्टल में रहने छात्राएं भी सुरक्षित नहीं है। गल्र्स हॉस्टल में रहने वाली एक छात्रा ने बताया रविवार को दोपहर में करीब 15 से 20 छात्र गर्ल्स हॉस्टल आए थे। यहां पर उन्होंने छात्राओं से बदतमीजी करते हुए गालियां दी और जान से मारने की धमकी देने के साथ ही रेप करने और छात्रावास में आग लगा देने जैसी धमकी दी।
इसके बाद सोमवार को करीब 3 से 4 बजे के बीच फिर 15 से 20 छात्र गल्र्स हॉस्टल पहुंचे और दो छात्राओं को उठा ले जाने और हॉस्टल में आग लगाने की धमकी दे दी। दोनो ही दिन हुई घटना के दौरान हॉस्टल की वार्डन निवेदिता वर्मा भी मौजूद थी, लेकिन उन्होंने छात्रों का समर्थन किया। छात्रा ने बताया कि इंस्टाग्राम पोस्ट पर कमेंट करने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। वार्डन की सहायता से छात्र गर्ल्स हॉस्टल के अंदर तक दाखिल हो गए। छात्राओं ने बताया कि ये सभी छात्र भी विक्रम विश्वविद्यालय के बॉयज हॉस्टल में रहते है और कृषि अध्ययनशाला में अध्ययन करते उनके नाम अमन पांडे और रोहित आंजना है। इस घटना के बाद वार्डन ने भी छात्राओं का सपोर्ट नही किया तो छात्राओं ने माधवनगर थाने पहुंचकर पुलिस को लिखित शिकायत की है। मामले को लेकर कुलगुरू प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय का कहना है कि गर्ल्स हॉस्टल और बॉयज हॉस्टल के छात्रों-छात्रों के बीच कहासुनी हुई थी। वार्डन ने बीच बचाव किया है। मैं जांच करवा कर पूरी जानकारी ले रहा हूं। वही माधव नगर सीएसपी दीपिका शिंदे ने कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय की गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं ने बॉयस हॉस्टल के छात्रों के खिलाफ लिखित शिकायत की है। जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
छात्राओं ने फूटेज मांगे तो वार्डन ने कहा कैमरे बंद है
दो दिन से छात्रों द्वारा छात्रावास में पहुंचकर गाली-गलौज करने, जान से मारने की धमकी देने, उठा ले जाने की धमकी देने जैसे घटनाक्रम के बाद जब छात्राओं ने एविडेंस के रूप में गल्र्स हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैमरे के फूटेज मांगे तो गल्र्स हॉस्टल की वार्डन निवेदिता वर्मा ने छात्राओं से कहा कि मुझे पता है हॉस्टल के सभी कैमरे बंद है। ऐसे में सवाल है कि जहां छात्राएं रह रही है। वहां कैमरे बंद होना विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए शर्मनाक स्थिति है। सुरक्षा के लिए गर्ल्स हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरे का होना बहुत जरूरी है। ऐसे में देशभर से आने वाली छात्राओं के अभिभावक विक्रम विश्वविद्यालय के अधिकारी और यहां के शिक्षकों पर किस तरह भरोसा करेंगे।
विक्रम विश्वविद्यालय की प्रशासनिक स्थिति बिगड़ी-
विक्रम विश्वविद्यालय में आए दिनों छात्रों द्वारा छात्राओं को सरेआम धमकी दी जा रही है। विश्वविद्यालय के परिणाम घोषित होने के बाद विक्रम परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कॉलेज से रोज छात्र-छात्राएं पहुंचकर गलत परिणाम जारी करने की शिकायत कर रहे है। समय पर परिणाम घोषित नही हो रहा है। वहीं, अध्ययनशाला के शिक्षक वाट्सअप ग्रुप में धर्म परिवर्तन को लेकर मैसेज दे रहे हैं। ऐसे कई मामलों के बाद स्पष्ट है कि विश्वविद्यालय की प्रशासनिक स्थिति बिगड़ चुकी है, जबकि बता दें की विक्रम विश्वविद्यालय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह जिले और उनकी विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। इसके बावजूद भी आए दिन विक्रम विश्वविद्यालय में इस तरह के हालत होने से बदनामी हो रही है।