ताल –शिवशक्ति शर्मा
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस एक ऐसा लोकपर्व है, जो समाज को संगठित करके एक मंच से एक ही सुर में योग के महत्व के प्रति जागरूक करने का काम करता है। इसी थीम पर 21 जून 2024 अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस पर जावरा नगर से लगभग 9 कि.मी. दूर सूजापुर पहाड़ी पर स्वयं भू आदि शक्तिपीठ पर दुर्गा माता जी की आरती करने के पश्चात ब्रह्माकुमारी शिव कन्या दीदी के द्वारा उपस्थित भाई बहनों को योगाभ्यास करवाया गया योग के महत्त्व को समझाते हुए बी.के. सावित्री ने कहा कि “राजयोग हमारे संस्कारों का शुद्धिकरण और परिवर्तन करता है “योगी संस्कृति में भगवान शिव को आदियोगी (पहला योगी) के रूप में मानते हैं. भगवान शिव को योग का जनक अर्थात पिता माना जाता है l पौराणिक कथाओं के अनुसार योग का पहला प्रसार – प्रचार भगवान शिव द्वारा उनके सात शिष्यों के बीच किया गया था. उन्होंने सप्तरिशियों को गुरु पूर्णिमा के दिन ज्ञान दिया था , वर्तमान मे राजयोगा को प्रचारित करने मे ब्रह्माकुमारी संस्था की विशेष भूमिका रहती है, राज योग के माध्यम से स्वस्थ्य तन और मन के साथ स्वस्थ्य जीवन जीने की कला सीखलाई जाती है l इस अवसर पर मोहनलाल जी नागर, केसरी माल जी कासोट,अखिलेश जी शर्मा, डॉ सालिग़रामजी धाकड़, दानू भाई, महेश जी मावर, योगेश, मंजू बहन , निशा बहन,रामकन्या बहन, जसप्रीत बहन, पायल, किरण माता आदि उपस्थित रहे l