
ताल –शिवशक्ति शर्मा
मालवा क्षेत्र के सबसे बुजुर्ग शतायु संत श्री श्री 1008 श्री पूरणदासजी दास जी त्यागी महाराज के भंडारे में शनिवार को कोट कराड़िया में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। भंडारे में संतों और श्रद्धालुओं का आना शुक्रवार से ही शुरू हो गया था।
शनिवार को भंडारा शुरू होने के पहले गांव में निसान निकाला गया। सभी गुरु भक्त और श्रद्धालु गुरुदेव की जय-जयकार करते हुए चल रहे थे। बालाजी मंदिर पहुंचकर बालाजी पूजन किया गया।समाधि स्थल पर महंत पूर्ण दास जी त्यागी महाराज की संगमरमर की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई। सभी ने गुरु प्रतिमा पर नमन करके गुरुजी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
पूरणदासजी त्यागी महाराज तेरह भाई त्यागी अखाड़े के संत थे। उनके अखाड़े से जुड़े अयोध्या, राजस्थान, गुजरात,पंजाब,नागदा, महिदपुर, आलोट,पावन धाम सहित विभिन्न स्थानों से सैकड़ों साधु संत भंडारे में आये थे। ग्राम वासियों एवं कोट कराड़िया आश्रम की ओर से सभी साधू संतों को सम्मानित कर बिदाई दी गई। गर्मी के मौसम से श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए गांव की सभी गलियों में टेंट लगाकर ग्रामीणों ने छाया की व्यवस्था की। भंडारे में एवं श्रद्धालुओं की सेवा के लिए ग्राम वासियों की सेवा भावना की बाहर से आने वाले सभी लोगों ने सराहना की। भंडारे की पूर्व संध्या पर पधारे साधुओं एवं ग्रामीण श्रृद्धालुओं ने हरिकिर्तन कर उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।