मंदसौरमंदसौर जिला

योग भवन में विश्व हास्य दिवस पर विशाल हास्य योग शिविर आयोजित हुआ

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भटक रही युवा पीढ़ी को योग, संस्कार व जिम्मेदारी से जोड़े- विधायक श्री सिसौदिया
सरलता और सहजता हमें हंसमुख बनाती है-हुडको डायरेक्टर श्री गुर्जर

मन्दसौर। आज युवा पीढ़ी भटक रही है, इस ओर चिंतन की आवश्यकता है। युवा आधुनिकता के रंग में अपने संस्कारों व नैतिकता से दूर होते जा रहे है ऐसे में हमारी जवाबदेही है कि युवाओं को योग, संस्कार एवं जिम्मेदारी के साथ जोडे़े।
उक्त बात वरिष्ठ विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने योग भवन में दशपुर योग शिक्षण संस्थान द्वारा विश्व हास्य दिवस पर आयोजित विशाल हास्य योग शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में कहे। आपने कहा कि 16 वर्षों से यह योग संस्था अनवरत कार्य कर रही है। इतने वर्षाें से यहां गुरू एवं शिष्य का अनोखा संबंध परिलक्षित होता है। योग गुरू सुरेन्द्र जैन साधकों के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित रहते है। साधकों की भी गुरू के प्रति निष्ठा, समर्पण की अनुभूति दिखती है। उन्होंने कहा कि योग गुरू के प्रति ऐसी निष्ठा मैंने पूरे मध्यप्रदेश में कहीं नहीं देखी। इस अवसर पर साधकों की मांग पर विधायक श्री सिसौदिया ने योग भवन मैदान में पेवर ब्लॉक हेतु 2 लाख रू. विधायक निधि से देने की घोषणा की।
विशेष अतिथि हुडको डायरेक्टर बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि जैसे-जैसे विज्ञान तरक्की कर रहा है और सभ्यता आगे बढ़ रही है व्यक्ति व्यस्त होता जा रहा है और उसकी हंसी गायब हो रही है। इस शिविर के माध्यम से उस हंसी को अंदर से लाने का प्रयास किया गया है। आपने कहा कि बहुत गंभीरता जीवन में हंसी पैदा नहीं होने देती। हमारी सरलता व सहजता हमें हंसमुख बनाती है।
नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर ने कहा कि पूर्व समय में माताएं बहने घर का काम करती थी जिससे घर में ही शारीरिक श्रम के माध्यम से योग हो जाता था लेकिन अब मशीनीकरण की वजह से हम घरेलू श्रम से दूर होते जा रहे है। स्वस्थ रहने के लिये घर के छोटे-मोटे काम अवश्य करे। समाजसेवी गुरूचरण बग्गा ने कहा कि केवल इंसान को प्रभु ने हंसने का गुण दिया है। यदि हम हंसते नहीं है तो ईश्वर के दिये गुण का अपमान करते है। इसलिये हंसते व मुस्कराते रहे।
योग गुरू सुरेन्द्र जैन ने कहा कि दूसरों पर हंसकर हम नेगेटिव एनर्जी प्राप्त करते है लेकिन स्वयं के लिये हँंसा जाये तो वह रोगों को दूर करने का काम करती है और व्यक्ति स्वस्थ रहता है।  आपने कहा कि तनाव भरे जीवन में कुछ क्षण व्यक्ति हँस ले तो वह प्रसन्नचित्त हो जाता है।
25 प्रकार की हंसी का हुआ आयोजन- योग संस्था सचिव जितेश फरक्या ने बताया कि ऊँ की ध्वनि के साथ शुरू हुए इस हास्य शिविर में प्रातः मिलन हंसी, हस्त मिलन, आरग्युमेंट हँसी, काम्बिनेशन हँसी, बचपन-जवानी-बुढ़ापा हँसी, मिल्क शेक हँसी, जनरेटर हंसी, फ्लाईंग हंसी, मुख फ्रेश हंसी, गुब्बारा हंसी, पती-पत्नी हंसी, मक्खन हंसी, काबिला हंसी, शाबासी हंसी आदि योग हंसी करवाई और उसके फायदे से सबको अवगत कराया।
मंच पर हास्य योग प्रदर्शन योग शिक्षक लोकेन्द्र जैन एवं जिनेन्द्र उकावत ने किया। शिविर में योग शिक्षक ओम गर्ग, प्रीति जैन, बीना गर्ग, सोनल जैन, प्रेमेन्द्र चौरड़िया, विजयालक्ष्मी रघुवंशी, जापानी भावनानी, आस्था जैन,, महेश सेठिया, राजकुमार अग्रवाल, चेतना जैन, शकुन्तला भट्ट, संध्या शर्मा राजेन्द्र चाष्टा, नरेन्द्र मेहता, मिलिन्द जिल्हेवार, रमेश खत्री, अशोक पालीवाल, अरूण शर्मा,  दिनेश पारिख, कैलाश रिछावरा, राहुल चाष्टा, चंदा चाष्टा, अजय चपरोत, राधेश्याम सोनी, प्र्रकाश कल्याणी, मांगुजी, सुरेश जैन, रमेश काबरा, तेजमल गांधी, कपिल शर्मा, रत्ना सोनी, विजय दुग्गड़, मानकुंवर, कृष्णा सोनी, तेजमल गांधी, पारस जैन, बाबूलाल जैन, अनिल छाबड़ा, ललित जैन, गोपालकृष्ण पलोड़, सुभाष पाटीदार, कोमल कोटवानी, अजय प्रधान, सपना पमनानी, विनिता प्रधान, सी.एस. नाराणिया, आनन्दीलाल भण्डारी, हेमा पारिख, ज्योति चौरड़िया, विक्की बारभाया, जयप्रकाश  सोमानी, सुरेश पारिख, नीलम जैसवानी, शारदा सोमानी, ललिता मेहता, लविना हिरानी, अशोक सेनी, मुकेश जोशी, अनिल जैन, रवि हिरानी, महावीर रघुवंशी, धर्मेन्द्र गोठी,  सहित सैकड़ों साधक उपस्थित थे।

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