सेवामंदसौरमध्यप्रदेश

गायत्री परिवार ने अक्कासी वाली बावड़ी से 5 बार श्रमदान से 8 साल की 4 ट्राली गंदगी बाहर निकाली

 
मन्दसौर। गायत्री परिवार व वर्क संस्था की कालाखेत स्थित वर्षों पुरानी आक्कासी वाली बावड़ी से पांच हफ्तों में पांच बार कुल 10 घण्टे श्रमदान कर यहां से 8 साल से फैली गंदगी निकालकर 4 ट्रालियों के माध्यम से फिकवाई गई। यहां के आसपास के निवासियों ने इस बावड़ी में कचरा, फूलपत्ती व कपड़े डालकर बावड़ी का डस्टबिन का रूप दे दिया था।
श्रमदानियों ने बताया कि यह बावड़ी बरसों पुरानी होकर हमारी धरोहर है लेकिन हम अपनी इनके प्रति अपनी जवाबदेही नहीं निभाते हुए इन्हें खत्म करने पर लगे हुए है। हमारी सरकारों एवं प्रशासन ने इस ओर ध्यान देना बिल्कुल बंद कर दिया है। अगा जल स्त्रोत ही नष्ट हो जायेंगे तो हमारा जीवन कैसे बच पायेगा। हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधियों को इस ओर ठोस कदम उठाने की जरूरत है। ताकि कोई भी जलस्त्रोत का पानी गंदा न रह सके। नागरिकों का कर्तव्य भी है कि अगर वह किसी स्थान की सफाई नहीं कर सकते है तो उन्हें उस स्थल को गंदा करने का अधिकार भी नहीं है।
शासन प्रशासन को चाहिये कि जहां भी पानी के स्त्रोत है उन्हें गंदगी से बचाने के लिये वहां सीसीटीवी कैमरे लगाये जाये तथा जो भी गंदगी करते हुए पाया जाये तो उस पर चालानी कार्यवाही करते हुए दण्ड का प्रावधान किया जाए जिससे सार्वजनिक व धार्मिक स्थान गंदे न हो।
जल स्वच्छता अभियान प्रभारी हर्ष शर्मा ने कहा कि तेजी से फैल रही गंदगी को नहीं रोका तो आने वाले समय में काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी। शासन प्रशासन भी अभियान में सहयोग प्रदान करे। गंदगी को बाहर निकालकर फेका जाए नहीं तो मलेरिया व डेंगू के मच्छर पनपंेगे और बीमारियां फैलेगी।
वर्क संस्था के फिरोज हुसैन व जाफर भाई ने व्याप्त गंदगी के प्रति काफी दुःख  प्रकट किया। आज गायत्री परिवार इतनी बड़ी संस्था होकर जिसने 2011 से नगर में सफाई अभियान चला रखा है तथा सभी का ध्यान इस ओर आकृष्ट कर रही है लेकिन शासन प्रशासन का सहयोग नहीं मिल रहा है। नगरपालिका को भी अपने साधन व मेनपावर इस अभियान के साथ जोड़ना चाहिये।
श्रमदानी रमेश सोनी ने कहा कि कोई भी जल स्वच्छता अभियान में सहयोग नहीं कर रहा है। आज हम जल की कीमत नहीं समझ रहे है लेकिन आने वाले समय पर जल को लेकर विश्व में युद्ध होगा।
योगेशसिंह सोम ने कहा कि कम से कम वार्डवासी व नगरपालिका के कर्मचारी दो घंटे श्रमदान करें। इससे हर वार्ड व वहां स्थित कुएं, बावड़ी व बाग बगीचे साफ रहेंगे। शुद्ध जल व हवा मिलेगी। कुएं बावड़ियों का वाटर लेवर उपर रहेगा।
श्रमदान में कन्हैयालाल शर्मा, जाफर हुसैन, फिरोज खान, साहिद, अशोक धनोतिया, रमेश सोनी, योगेशसिह सोम, हर्ष शर्मा, ललित भाटी, रोहित शर्मा ने श्रमदान किया।

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