नामिनी को पता नहीं और बैंक प्रबंधक ने 43 लाख रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिये

महिला ने की बैंक प्रबंधक व सास के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी की शिकायत
उज्जैन। जयसिंहपुरा में रहने वाली महिला के पति की मृत्यु वर्ष 2018 में हुई। उसे पति के बैंक ऑफ बड़ौदा में संचालित बचत खाते की जानकारी नहीं थी। बाद में जब उसे पता चला तो महिला ने बैंक जांच डिटेल प्राप्त की जिसमें पता चला कि पति की मृत्यु के बाद 43 लाख रुपये से अधिक दूसरे खाते में ट्रंासफर किये गये हैं जबकि पति ने पत्नी को नामिनी बनाया था। महिला ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई
रेणुका पाल पति विजय कुमार निवासी जयसिंहपुरा के पति की 2 अप्रैल 2018 को मृत्यु हो गई थी। कुछ वर्षों बाद उसे सास शकुंतला से पता चला कि विजय का बैंक ऑफ बड़ौदा क्षीरसागर शाखा में बचत खाता था। रेणुका ने बैंक पहुंचकर खाते का विवरण प्राप्त किया जिसमें पता चला कि 6 सितम्बर 2018 को विजय पाल के खाते से 43 लाख 27 हजार रुपये दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर हुए हैं। रेणुका ने जब मैनेजर से इस बारे में पूछताछ की तो मैनेजर ने शकुंतला पाल के खाते में रुपये ट्रांसफर होने की बात बताई।
रेणुका ने मैनेजर को बताया कि खाते में पति द्वारा उसे नामिनी किया गया था। उसके तीन बच्चे भी हैं। नियमानुसार पति की मृत्यु के बाद उसके खाते में जमा राशि का 1/5 हिस्सा होना था।
पांचवें हिस्से की हकदार शकुंतला पाल थीं लेकिन बैंक मैनेजर ने मिली भगत करते हुए धोखे से सारे रुपये शकुंतला पाल के खाते में ट्रांसफर कर दिये। रेणुका ने थाने पहुंचकर बैंक मैनेजर व शकुंतला की शिकायत की है।