तेज गर्मी से पिघलने लगा महु-नीमच मार्ग का डामर, सलवटें पड़ने से हो रहे हादसें
मानसून पूर्व नालियों की सफाई की ओर भी जिम्मेदारों का ध्यान नहीं, जिम्मेदार बोले: मशीनें आ गई जल्द काम शुरू होगा
दलोदा (शुभम धोका)
क्षेत्र से गुजर रहे महू-नीमच फोरलेन की हालत गर्मी के चलते बिगड़ती जा रही है। गर्मी के बढ़ते असर से रोड का डामर पिघल रहा है। इसके चलते दोपहिया वाहन सहित कार चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अप्रैल महीने में क्षेत्र के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। 35 से 40 डिग्री तापमान पर जब वाहन हाइवे पर तेज गति से दौड़ रहे हैं तो डामर पिघल कर ट्रकों व भारी वाहनों के दबाव से एक तरफ इकट्ठा होकर नालीदार सलवटों में बदल जाता है। इसके चलते दोपहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं। समय रहते रोड की मरम्मत ना होने पर क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ेगा।
जानकारी के अनुसार नगर में गुजर रहे फोरलेन मार्ग पर तहसील चौराहा, मंडी चौराहा, बस स्टैंड क्रॉसिंग व प्रगति चौराहे सहित भावगढ़ फंटे पर हादसों को रोकने के लिए रोड निर्माण कंपनी ने स्पीड ब्रेकर बना रखे हैं। यहां बड़े वाहनों द्वारा ब्रेक लगाने के चलते भी डामर पिघल रहा है। इसके चलते चौराहों व क्रॉसिंग व उनके आसपास रोड पर भी डामर पिघल कर करीब 2 इंच तक ऊंचा हो चुका है। इससे दोपहिया वाहनों का संतुलन बिगड़ने के साथ ही छोटे कारो का इंजन भी स्पीड ब्रेकर के यहा रोड़ पर रगड़ा रहा है। दुकानदार व रहवासी अनिल सुराणा, आनंद यादव, गोपाल सोलंकी, राजेश शर्मा, दीपक पंवार, विशाल पोरवाल, अशोक परिहार के अनुसार रगड़ के कारण रात के समय मार्ग से गुजरने वाले छोटी कारो के नीचे चिंगारिया निकलते हुए देखी जा सकती है। वहीं जहां से डामर पिघलकर अलग होता है। वहां भी सतह चिकनी हो रही है। इसके चलते दो पहिया वाहनों के फिसलने का खतरा बढ़ रहा है। हाल ही में बस स्टेंड चौराहे पर स्कूटर चालक भरत मोतियानी व प्रितम सिंह गिरकर घायल हो गए। दोनों के हाथ, पैर व चेहरे पर गंभीर चोंटे आई। गनीमत रही कि पीछे से कोइ बड़ा वाहन नहीं आ रहा था। वरना गंभीर हादसा हो जाता।
नालियों की भी सफाई नहीं हो पा रही, परेशान हो रहे लोग
वहीं दूसरी ओर फोरलेन के साईड में बनी नालियों की भी सफाई नहीं हो पा रही है। इसके चलते दोेनों ओर के दुकानदारों व राहगीरों को बदबू से परेशान होना पड़ रहा है। हाल ही में हुई बारीश से नालियों का जमा कीचड़ रोड पर आ गया व सब तरफ कीचड़ ही कीचड़ हो गया। अजय तातेड़ व विशाल कुमार ने बताया कि नालियाें की सफाई नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। बारिश के दौरान अभी हमें ही नालियों की सफाई करना पड़ रही है। मानसून में यह परेशानी और बढ़ जाएगी। ऐसे में मानसून पूर्व नालियो की सफाई जरूरी है।
मशीनें आ चुकी है, दो से तीन दिनों में काम शुरू हो जाएगा
मामले में रोड निर्माण कंपनी के जनरल मैनेजर अभिलाष जैन ने बताया कि मेंटेनेंस के लिए मशीनें आ चुकी है। दों से तीन दिनों में रोड सुधार को लेकर काम शुरू हो जाएगा।