मध्य प्रदेश में 4 तरह के मौसम, कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का अलर्ट
भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के प्रभाव से प्रदेश के अधिकतर शहरों में एक दिन के 12 घंटे में मौसम के चार तरह रंग देखने को मिल रहे हैं। सुबह के समय आसमान साफ रहने से चटक धूप निकलती है। इस वजह से दोपहर तक तपिश बरकरार रहती है। दो से तीन बजे के आसपास बादल छाने लगते हैं। 20 किलोमीटर प्रति घंटा या उससे भी अधिक की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ गरज-चमक की स्थिति बनने लगती है। इस दौरान कहीं-कहीं वर्षा होने लगती है। साथ ही कहीं-कहीं ओले भी गिर रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है। तापमान बढ़ा हुआ रहने से इस तरह की स्थिति बन रही है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी तीन दिन तक बना रह सकता है। उधर, शुक्रवार को प्रदेश में सबसे अधिक 44.4 डिग्री सेल्सियस तापमान गुना में दर्ज किया गया, जो देश के मैदानी क्षेत्र के गर्म शहरों में आठवें नंबर पर रहा। प्रदेश के 17 शहरों में अधिकतम तापमान 40 से 44.4 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके साथ एक द्रोणिका भी संबद्ध है। राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर मध्य प्रदेश से होकर असम तक एक द्रोणिका बनी हुई है। मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र में हवा के ऊपरी भाग में भी एक चक्रवात मौजूद है। इसके अतिरिक्त अरब सागर एवं उससे लगे गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है कहीं-कहीं वर्षा होने के साथ ही ओलावृष्टि भी मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। हवाओं का रुख भी दक्षिणी है। इस वजह से लगभग पूरे प्रदेश में दोपहर के बाद मौसम का मिजाज बदलने लगता है। तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ गरज-चमक होने लगती है। साथ ही कहीं-कहीं वर्षा होने के साथ ही ओलावृष्टि भी होने लगती है।