कारोबारी के घर से नोट जब्ती मामले में पुलिस की लापरवाही, थाना प्रभारी निलंबित
भोपाल। अशोका गार्डन के पंतनगर इलाके मे रहने वाले 38 वर्षीय कटे-फटे नोट बदलने वाले कारोबारी के यहां पुलिस ने छापामार कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने कटे-फटे नोट समेत करीब 32 लाख रुपये नकदी बरामद की। हालांकि इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय पुलिस की बड़ी लापरवाही भी सामने आई।
फौरी कार्रवाई कर लौटी पुलिस
डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि अशोकागार्डन क्षेत्र में गुरुवार रात को कटे-फटे नोट बदलने का काम करने वाले घर पर छापामारी की गई थी। पुलिस टीम ने कमरा तो बंद कर दिया था, लेकिन वहां निगरानी के लिए किसी पुलिसकर्मी को तैनात नहीं किया था। पता चला कि आरोपित कैलाश खत्री ने पुलिस के जाने के बाद कमरे से रुपयों से भरे कुछ बैग इधर-उधर कर दिए। इस मामले में अशोका गार्डन थाना प्रभारी वंदना लकड़ा की लापरवाही सामने आने पर उन्हें निलंबित किया गया है।
यह है मामला
बता दें कि गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि आचार संहिता के दौरान व्यापारी के घर लाखों रुपये की नकद राशि रखी हुई है जिसका वितरण होना है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी प्रियंका शुक्ला समेत कई पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची थीं। कटे-फटे नोट बदलने वाले कारोबारी कैलाश खत्री ने कार्रवाई के दौरान रिजर्व बैंक आफ इंडिया का अनुमति पत्र दिखाया, जिसमें उन्हें नोट एक्सचेंज करने के लिए अधिकार दिया हुआ था। हालांकि यह काफी पुराना था, उस पर कई खामियां थी। कारोबारी ने पूछताछ में बताया कि वह कटे-फटे नोट एक्सचेंज करने के बाद इन्हें पंजाब नेशनल बैंक में जमा करता आ रहा था। पुलिस को इस मामले में हवाला कारोबार की आशंका है। इसलिए कारोबारी से पूछताछ की जा रही है। एसीपी मयूर खंडेलवाल ने बताया कि कारोबारी ने आचार संहिता में इतनी बड़ी मात्रा में घर में कैश क्यों रखा था, इसका जवाब नहीं दे सका है। इसी के साथ उसके पास मनी एक्सचेंज कारोबार से जुड़े होने का कोई लीगल दस्तावेज नहीं मिला है। उससे पूछताछ की जा रही है। कैलाश के दलाल शहर के सभी प्रमुख मार्केट में सक्रिय हैं। वह दलालों को नोट एक्सचेंज कराने वाले ग्राहक लाने के एवज में कमीशन दिया करता था। मामले में आगे की जांच आयकर विभाग करेगा, उन्हें सूचना दे दी है।