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लोकसभा चुनाव  2024- कम मतदान – किसकी चिंता

लोकसभा चुनाव  2024- कम मतदान – किसकी चिंता

लोकसभा 2024 के चुनाव दो चरणों में अब तक 190 सीटों पर मतदान हो चुका हे इस प्रकार 543 लोकसभा की सीटों में से 35% सीट पर मतदान हो चुका है।

दोनो चरणो की इन 190 सीटो के मतदान मे लगभग 60 प्रतिशत मतदान हुआ हे जो पिछले 2019 के चुनावों की अपेक्षा लगभग 10प्रतिशत मतदान कम हुआ है जो सभी की चिंता का कारण बन गया है फिर चाहे वह चुनाव आयोग अथवा राजनीतिक दल।

दुर्भाग्य है कि चुनाव में मतदाता को उसकी जिम्मेदारी से कभी नहीं जोड़ा गया है ।

बल्कि चुनाव आते ही सभी राजनीतिक दल प्रलोभन देने में जुड़ जाते हैं ओर मतदाता भी प्रलोभन में आ जाता है और वह मतदान को अपनी जिम्मेदारी न समझ कर मतदान से मुझे क्या मिलेगा यह सोच बना बैठा है।

– वैसे मतदाताओं को घर बैठे ही मतदान की व्यवस्था ,चुनाव आयोग ने की हुई है। खासकर उनके लीये जो मतदान केंद्र तक शारिरिक कारणों से जाने में असमर्थ है। अपंग,बीमार,वृद्धावस्था आदि जैसे कुछ कारण हो सकते हैं। जो चुनाव आयोग के नए नियमो में आता हो।

इसके अतिरिक्त भी चुनाव आयोग को मतदान प्रतिशत बढ़ाने / शत् प्रतिशत करने के लिए अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए ।

एक देश- एक चुनाव की व्यवस्था जिसपर देश भर में गंभीर मंथन चल रहा हे ओर सरकार को रामनाथ कोविद कमेटी की रिपोर्ट भी प्राप्त हो चुकी हे।

मतदान अनिवार्य कर दिया जाए।

मतदान का समय एक दिन के बजाय दो-तीन दिन का कर दिया जाए ।

जब तक शत प्रतिशत मतदान नही होता मतदान पूर्ण न समझा जाए ।

मतदान के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया जाए।

मतदान केंद्र के अन्तर्गत आने वाले गांव/मोहल्ले में केम्प लगाया जावे।

मतदान केंद्र पर पहुचने के लिए मतदाताओं को साधन /किराया उपलब्ध कराया जावे । ( जैसे चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों/कर्मचारियों को प्राप्त होता हे।)

मतदान के लिए स्लाट अर्थात समय निर्धारित/आरक्षित कर दिया जावे।

इस प्रकार ओर भी अन्य विकल्प हो सकते हे ।

हालांकि एक देश एक चुनाव की व्यवस्था होने से सभी स्तरों पर स्थानीय,राज्य एवं केन्द्रीय चिंता करेंगे ओर मतदान शत् प्रतिशत होकर सभी संतुष्ट होंगे।

लोकसभा की अभी 353 सीटो पर अभी मतदान शेष है उम्मीद की जाना चाहिए की मतदाता जागरुक होगा ओर मतदान प्रतिशत बढेगा ।

अभय कोठारी, जावरा

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