द्वारिका न्यू अभिनव एजूकेशन सोसाइटी गुना के तत्वाधान में धूम धाम से मनाई गई 2623 वी महावीर स्वामी जयंती

द्वारका फाउंडेशन के संचालक मंडल ने युवाओं को भगवान श्री महावीर के पांच महा अणुव्रत का पालन कर जीवन में सफलता प्राप्त करने और अहिंसा परमो धर्म के लक्ष्य को प्राप्त करने पर व्याख्यान प्रस्तुत किया
जैन धर्म में महावीर जयंती का पर्व हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे भगवान महावीर उनका जन्म हुआ था। आइए जानते हैं इस साल कब मनाया जाएगा महावीर जयंती का पर्व और क्या है इसका महत्व।
महावीर जयंती का पर्व जैन धर्म के लोगों के लिए बेहद खास माना जाता है। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती मनाई जाती है। महावीर जयंती का पर्व जैन धर्म के लोग बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन प्रभात फेरी, शोभा यात्रा आदि का आयोजन किया जाता है। भगवान महावीर ने समाज के लोगों के कल्याण के लिए संदेश दिए थे। आइए जानते हैं इस बार महावीर जयंती कब मनाई जाएगी और उसका क्या है महत्व।
कब है महावीर जयंती
इस साल महावीर जयंती का पर्व 21 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान महावीर का जन्म हुआ था। पौराणिक मान्यताओं और कथाओं के अनुसार, महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे। ये उन 24 लोगों में से जिन्होंने कठिन तपस्या कर आत्मज्ञान प्राप्त किया था।
जैन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, महावीर भगवान ने लगातार 12 साल कठोर तपस्या की थी। उन्होंने मौन तप और जप करने के बाद अपनी इंद्रियों पर काबू पाया था। 12 साल के कठोर मौन तप-जप के बाद भगवान महावीर ने ज्ञान प्राप्त किया था। उन्होंने अपनी इंद्रियों पर पूरी तरह से काबू पा लिया। महावीर जयंती के दिन जैन धर्म के लोग इस दिन प्रभातफेरी, अनुष्ठान, शोभायात्रा निकालते हैं। साथ ही इस दिन भगवान महावीर का सोना और चांदी के कलश से अभिषेक भी किया जाता है।