भोपाल, जबलपुर में आंधी के साथ गिर सकते हैं ओले, इंदौर समेत 8 संभागों में बारिश का अलर्ट
भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के असर से लगातार नमी आ रही है। इसके चलते अधिकतर शहरों में बादल बने हुए हैं। रुक-रुककर कुछ शहरों में वर्षा भी हो रही है। इस वजह से पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में गिरावट आई है। गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 39.2 डिग्री सेल्सियस तापमान ग्वालियर में दर्ज किया गया।
8 संभागों में बारिश की संभावना
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, शुक्रवार को भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडोल, उज्जैन, इंदौर, और ग्वालियर संभाग के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। इस दौरान 50 किलोमीटर प्रति घंटा या इससे अधिक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। जबलपुर, नर्मदापुरम एवं भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। उधर, गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक बैतूल में पांच एवं सिवनी में तीन मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी ईरान के आसपास चक्रवात के रूप में सक्रिय हो गया है। पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू पर एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में मौजूद है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर गुजरात होते हुए कर्नाटक तक एक द्रोणिका बनी हुई है। मराठवाड़ा और उसके आसपास भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
गरज-चमक के साथ बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल बने हुए हैं। साथ ही पूर्वी एवं पश्चिमी मध्य प्रदेश के शहरों में गरज-चमक के साथ रुक-रुककर वर्षा हो रही है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी तीन-चार दिन तक और बना रह सकता है। बादल बने रहने के कारण तपिश से राहत मिली हुई है। प्रदेश के लगभग सभी शहरों में अभी दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम बना रहने की संभावना है।