
शनिवार को शिनाख्ती के बाद दफन किए शव को ,निकाला और परिजनों के सुपूर्द किया

की गुमशुदगी रिपोर्ट के आधार पर परिजनों से पुछताछ की गई, लेकिन उसके बाद भी युवति की शिनाख्त नहीं हो पाई थी, लेकिन शनिवार की दोपहर में युवति की पहचान हुई । जिस पर पुलिस ने परिजनों को जावरा बुलवाया और युवति का शव सुपूर्द किया।
एसडीओपी शक्तिसिंह चौहान ने बताया कि 2 अप्रैल को फोरलने पर रुपनगर फंटे के समीप स्थित होटल भारत पैलेस के पीछे झाडिय़ों में अद्र्धनग्न अवस्था में शव मिला था। युवति के गले पर करीब चाकु ये रेतने के निशान मिले थे, जिससे यह तो स्पष्ट था कि युवति की हत्या की गई है। युवति की शिनाख्त के कई प्रयास किए, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पा रही थी, शनिवार को दोपहर में युवति की शिनाख्त खाचरौद तहसील के ग्राम नरेणीदेरा की सविता कुंवर पिता भारतसिंह के रुप में हुई। शिनाख्ती के बाद परिजनों ने शव को सुपूर्द किए जाने की मांग अनुविभागीय अधिकारी से की।
परिजनों की मांग पर एसडीएम राधा महंत ने दफन किए शव को निकालकर परिजनों को सुपूर्द करने के आदेश जारी करते हुए नायब तहसीलदार वैभव जैन को नियुक्त किया। आदेश के बाद नायब तहसीलदार ने रिंगनोद थाना प्रभारी पीआर डावरे, ढोढर चौकी प्रभारी कन्हैया अवस्या के साथ परिजनों की मौजुदगी में आनंदी हनुमान मुक्तिधाम पर दफन किए शव को निकालकर परिजनों के सुपूर्द किया। युवति की हत्या के मामले में पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
भाई धीरेंद्रसिंह ने बताया कि उनके पिता नहीं है। बहन रतलाम में राम मंदिर के पीछे सखवाल नगर में अकेली रह कर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। राम मंदिर क्षेत्र स्थित सुप्रीम नर्सिंग एकेडमी पर कोचिंग पर वह जाती थी। पिता स्व. भारतसिंह राठौर, का कोरोना में निधन दो साल पहले हो चुका है। घर में मां राजू कुंवर, भाई धीरेंद्र सिंह (18) व एक छोटी 17 वर्षीय बहन है।
रविवार को हुई थी आखरी बार बात – धीरेंद्र सिंह ने बताया रविवार को आखिरी बार शाम को सविता से बात हुई थी। तब नार्मल ही बातचीत हुई थी। सोमवार को कॉल किया तो बंद आया। बहन अधिकतर मोबाइल स्वीच ऑफ रखती थी। हमने इसके बाद भी लगातार कॉल किया। लेकिन मोबाइल बंद ही मिला। इसके बाद चिंतित भाई और परिजन शनिवार सुबह रतलाम पहुंचे। औद्योगिक क्षेत्र थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराने के दौरान उन्हें पता चला कि उसका शव 2 अप्रैल को ढोढर क्षेत्र में पाया गया है।भाई- 9926733547 मामा-7239899210