मल्हारगढ़मंदसौर जिला
शासकीय माध्यमिक स्कूल एवं बालिका छात्रावास केक काटकर मनाया शिक्षक दिवस


हर व्यक्ति के जीवन में शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक टीचर ही एकमात्र मार्गदर्शक होता है जो ज्ञान की लौ प्रज्वलित करता है। एक शिक्षक अपनी मेहनत और लगन से अपने छात्रों को शिक्षित करता है और उनके बेहतर भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
शासकीय माध्यमिक स्कूल गरनाई एवं बालिका छात्रावास संजीत बड़े धूमधाम से छात्र छात्राओं ने शिक्षक दिवस मनाया. बच्चों ने उपहार स्वरूप शिक्षकों साथ केक काटकर बड़े आनंदित रूप शिक्षक दिवस मनाया और शिक्षकों का आशीर्वाद लिया..इस कार्यक्रम दौरान बच्चों ने अपनी पारम्परिक वेश में सांस्कृतिक आयोजन की प्रस्तुतियां दी..छात्र छात्राओं और से शिक्षकों को उपहार भेंट किए. वहीं शिक्षकों और से बच्चों को शुभ आशीर्वाद साथ गिफ्ट दिए गए. इस अवसर पर राज्यपाल से सम्मानित आदर्श शिक्षिका श्रीमती ललिता सिसौदिया ने स्कूल और छात्रावास. छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु यानी अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाने वाला. बच्चे को नैतिकता, ईमानदारी, दया और नम्रता के रास्ते पर स्थापित करने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है.गुरु शब्द का अर्थ ‘ज्ञानदाता’ होता है। हमारे जीवन में गुरु का महत्वपूर्ण स्थान होता है, क्योंकि वो हमारे ज्ञान के मार्गदर्शक होते हैं, हमें सही और गलत के बीच अंतर को समझाते हैं और हमारे व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में मदद करते हैं।शिक्षक दिवस का महत्व यह है कि भारतीय संस्कृति गुरु और शिष्य (शिक्षक और छात्र) के रिश्ते को बहुत महत्व देती है. यह दिन न केवल डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती का उत्सव है, बल्कि यह शिक्षकों की लगन और कड़ी मेहनत का भी सम्मान करता है. पांच सितंबर को शिक्षक दिवस इसी बात का प्रतीक है. जहां छात्रों को अपनी कृतज्ञता और प्रशंसा व्यक्त करने का अवसर मिलता है, वहीं शिक्षकों को आत्मनिरीक्षण करने और छात्रों के लिए एक स्वस्थ और प्रेरक वातावरण बनाने का मौका मिलता है.