महाकाल भस्मारती के दौरान मंदिर में आग लगी, पुजारियों और सेवक सहित 13 लोग झुलसे

सात को इंदौर रेफ़र किया गया
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर में धुलेंडी के अवसर पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्मारती के दौरान आग लग गई। इसकी चपेट में आकर पांच पुजारी झुलस गए। करीब 6 सेवक भी आग से झुलसे हैं। कुल 13 लोग आग की चपेट में आ गए। घटना के दौरान देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु मंदिर में मौजूद थे।।
इस घटना के दौरान सीएम मोहन यादव के बेटे और बेटी भी मंदिर में मौजूद थे। दोनों भस्मारती दर्शन करने गए थे। दोनों सुरक्षित हैं। दो पुजारियों को उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया है। आग गर्भगृह के साथ ही नंदीहॉल के बाहरी हिस्से में लगी।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में होली पर्व मनाते समय हादसे में 13 लोग घायल हो गए , घायल सेवक ने बताया कि अल सुबह भस्म आरती के दौरन जमकर गुलाल उड़ाया जा रहा था। आरती कर रहे संजीव पुजारी पर पीछे से किसी ने गुलाल डाल दिया जिसके चलते गुलाल दीपक पर गिरा और सम्भवतः गुलाल में केमिकल होने की वजह से आग पकड़ ली। कुछ लोगो ने ये भी बताया कि रंग गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को बचाने के लिए वहां फ्लेक्स चिपकाए गए थे और अनादर गर्मी की वजह से उसमे आग लगी। आग लगते ही गर्भगृह में हड़कंप मच गया। जिसके बाद कुछ लोगो ने फायर एक्सटिंग्विशर से आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक गर्भगृह में मौजूद आरती कर रहे संजीव पुजारी,विकास ,मनोज ,सेवाधारी आनंद कमल जोशी सहित कुल 13 लोग घायल हुए है।
एक सेवक ने बताया कि आरती के दौरान किसी पुजारी पर गुलाल डाल दिया गया। यह गुलाल दीपक पर गिरा और आग भभक गई। आशंका जताई जा रही है कि केमिकल युक्त गुलाल से आग लग गई। मंदिर में रंग और गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को सुरक्षित करने के लिए कुछ फ्लैक्स भी लगाए गए हैं। वे भी आग की चपेट में आ गए। आग पर बाद में काबू पा लिया गया।
कलेक्टर नीरज सिंह के ने बताया कि 13 लोग घायल हुए हैं मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में हुई आगजनी की घटना की होगी मजिस्ट्रियल जांच , कलेक्टर नीरज सिंह ने दिये मजिस्ट्रियल जांच के आदेश , तीन दिन में रिपोर्ट देने के दिये निर्देश ।