मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 26 नवंबर 2025 बुधवार

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जिला स्तरीय जनसुनवाई में कलेक्टर, एडीएम, सीईओ द्वारा सुनी गई 43 आवेदकों की समस्याएं

मंदसौर 25 नवंबर 25/ जनसमस्याओं के त्वरित समाधान की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा आज सुशासन भवन सभाकक्ष में जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन किया गया। जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनुकूल जैन द्वारा कुल 43 आवेदकों की समस्याएँ सुनी। कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक आवेदन का शीघ्र और संतोषजनक निराकरण सुनिश्चित किया जाए, ताकि आमजन को शीघ्र राहत मिल सके।

जनसुनवाई के दौरान आए विभिन्न प्रकरणों में त्वरित निर्देश जारी किए गए। मंदसौर निवासी कृष्‍णा शर्मा ने पति से भरण पोषण का खर्चा दिलवाने के संबंध में आवेदन प्रस्‍तुत किया। जिस पर एसडीओपी मंदसौर को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार छायन निवासी बालाराम ने कृषि भूमि का सिमांकन करवाने के संबंध में आवेदन दिया। जिस पर एसडीएम गरोठ को शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए गए। पिपल्‍या जोधा निवासी नारायण ने रास्‍ता खुलवाने के संबंध में आवेदन प्रस्‍तुत किया। जिस पर तहसीलदार मल्‍हारगढ़ को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार साबाखेड़ा निवासी बद्रीलाल ने नल-जल योजना की पाईप लाईन बदलने के संबंध में आवेदन प्रस्‍तुत किया। जल निगम अधिकारी को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।

इसके अतिरिक्त जनसुनवाई में पीएम आवास योजना की राशि खाते में डालने, आर्थिक सहायता दिलवाने, पेयजल की व्‍यवस्‍था करवाने, सीसी लोन दिलवाने, रास्‍ता खुलवाने, अतिक्रमण हटवाने एवं सिमांकन करवाने जैसे विविध प्रकार के आवेदन प्राप्त हुए।

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सांसद खेल महोत्सव में आठ प्रकार की खेल गतिविधियां होगी आयोजित : सांसद श्री गुप्ता

मंदसौर 25 नवंबर 25/ आगामी सांसद खेल महोत्सव के आयोजन को लेकर जिला पंचायत सभागार में सांसद श्री सुधीर गुप्ता की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अनुकूल जैन, जिला अधिकारीगण तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

बैठक में महोत्सव की रूपरेखा, खेलों के आयोजन, प्रतिभागियों की संख्या, स्थानों के चयन, व्यवस्थाओं एवं समन्वय से संबंधित सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। सांसद श्री गुप्ता ने कहा कि महोत्सव का उद्देश्य मंदसौर संसदीय क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों को बेहतर मंच प्रदान करना और खेल भावना को बढ़ावा देना है। सांसद खेल महोत्सव में आठ प्रकार के खेल आयोजित किए जाएंगे। ये सभी प्रतियोगिताएँ पंचायत स्तर, स्कूल स्तर, संकुल स्तर एवं विधानसभा स्तर पर होंगी। खेलों में कबड्डी, खो-खो, रस्सा-कस्सी, वॉलीबॉल, फुटबॉल, मैराथन सहित क्षेत्रीय खेल शामिल रहेंगे।

महोत्सव के सुचारू संचालन के लिए सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए तथा समयबद्ध तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश भी प्रदान किए गए।

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कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने 36 बीएलओ को एसआईआर कार्य की शत-प्रतिशत उपलब्धि पर किया सम्मानित

सुशासन भवन में सुपरवाइजर, सहायिका, कार्यकर्ता, पटवारी व चौकीदार भी हुए सम्मानित

मंदसौर 25 नवंबर 25/ विशेष गहन पुनरीक्षण के अंतर्गत उत्कृष्ट, समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्य करते हुए जिले के मल्हारगढ़ विधानसभा के 15 तथा सुवासरा विधानसभा के 21 बीएलओ ने अपने-अपने मतदान केंद्रों पर शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण किया। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग द्वारा आज सुशासन भवन में इन सभी 36 बीएलओ के साथ सुपरवाइजर, सहायिका, कार्यकर्ता, पटवारी एवं चौकीदारों का सम्मान किया गया।

कलेक्टर श्रीमती गर्ग ने कहा कि सभी कार्मिकों का परिश्रम, जिम्मेदारी और कार्य के प्रति निष्ठा सराहनीय है। समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य निर्वाचन प्रबंधन को मजबूत बनाता है तथा अन्य बीएलओ के लिए प्रेरणा प्रदान करता है।

मल्हारगढ़ विधानसभा के सम्मानित बीएलओ

मतदान केंद्र क्रमांक 28 की श्रीमती किरन पाटीदार, 150 के श्री घनश्याम पाटीदार, 228 की श्रीमती संगीता गुर्जर, 151 की श्रीमती कारीबाई सुर्यवंशी, 138 के श्री रमेशचंद्र पाटीदार, 99 के श्री मोहम्मद हुसैन मंसुरी, 16 के श्री लोमन कुमार ओझा, 180 के श्री फुल सिंह धाकड़, 146 के श्री हीरालाल गुप्ता, 45 के श्री जगदीशचंद्र पाटीदार, 32 के श्री कालूराम राठौर, 4 के श्री कचरूलाल मालवीय, 23 के श्री अनिल प्रजापति, 92 की श्रीमती किरनबाला पंवार तथा 278 के श्री श्यामलाल चौहान।

सुवासरा विधानसभा के सम्मानित बीएलओ

मतदान केंद्र क्रमांक 2 की श्रीमती सुनीता परीहार, 6 की श्रीमती सलमा मेव, 106 की श्रीमती भारती बाला, 72 के श्री विष्णु नारायण चौहान, 153 के श्री गोपाल प्रधान, 144 की श्रीमती सपना कंवर राठौड़, 150 के श्री अजीम खान पठान, 159 की श्रीमती निर्मला धनगर, 197 के श्री अशोक कुमार मालवीय, 296 की श्रीमती अफसाना बी, 299 की श्रीमती रेखा देवड़ा, 298 की श्रीमती संतरा चौहान, 304 की श्रीमती मंजू शर्मा, 303 की श्रीमती कैलाश बाई शर्मा, 265 के श्री भीष्म सोनी, 236 की श्रीमती साधना मोड, 274 के श्री संतोष बोरना, 275 के श्री देवेंद्र पाण्डेय, 237 के श्री कृष्णा मेहर, 263 की श्रीमती ललिता सूर्यवंशी तथा 257 के श्री शार्दुलसिंह देवड़ा।

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मुख्यमंत्री डॉ. यादव के विजन और प्रयासों से म.प्र. बना आइडियल इंवेस्टमेंट स्टेट

मंदसौर 25 नवंबर 25 / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश में निवेश और औ‌द्योगिक विकास की दिशा को एक नई स्पष्टता और मजबूती दे रहे हैं। उनके नेतृत्व में उद्योगों से जुड़े नवाचार अब नीतियाँ और घोषणाओं तक सीमित नहीं रहे, बल्कि वास्तविक परियोजनाओं, निवेशकों के बढ़ते विश्वास और जमीन पर दिखाई देने वाली औ‌द्योगिक गतिविधियों के रूप में सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुरुआत से ही यह लक्ष्य तय किया कि मध्यप्रदेश को ऐसा निवेश-अनुकूल राज्य बनाया जाए, जहाँ उद्‌द्योगों को दीर्घकालिक अवसर मिले, युवाओं के लिए रोजगार का विस्तार हो और प्रदेश की अर्थव्यवस्था अधिक स्थिर, सक्षम और टिकाऊ बने। उनकी कार्यशैली की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि वे प्रत्येक नवाचार को व्यावहारिक और क्रियान्वयन-केंद्रित तरीके से आगे बढ़ाते हैं। निवेशकों से संवाद, नीतियों का सरलीकरण, प्रशासनिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और औ‌द्योगिक अवसंरचना के विस्तार आदि हर स्तर पर उन्होंने समयबद्ध और परिणाम-केंद्रित कार्य शैली को प्राथमिकता दी है। इसी कारण आज प्रदेश में उ‌द्योग स्थापना की गति पहले की तुलना में तेज दिखाई देती है, बड़े निवेश वास्तविक रूप से जमीन पर उतर रहे हैं और नए रोजगार अवसर निरंतर बढ़ रहे हैं। मध्यप्रदेश की वर्तमान औ‌द्योगिक प्रगति यह दर्शाती है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का नेतृत्व दूरदर्शी होने के साथ स्थिर, भरोसेमंद और परिणाम देने वाला है। प्रदेश अब केवल निवेश आकर्षित करने वाला राज्य नहीं, बल्कि उ‌द्योगों के लिए एक विश्वसनीय विकल्प और रोजगार सृजन के लिए एक मजबूत आधार के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर रहा है।

वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रदेश ने औ‌द्योगिक विकास और निवेश आकर्षण के नए आयाम स्थापित किए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में निवेश से जुड़े प्रयास व्यापक और बहु-स्तरीय रहे, जिनमें अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर निवेशक समुदाय के साथ संवाद को नए आयाम दिए गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, जापान, दुबई और स्पेन में आयोजित सत्र महत्वपूर्ण साबित हुए, जिनसे प्रदेश को 89 हजार करोड़ रुपये से अधिक की निवेश अभिरुचि प्राप्त हुई। राष्ट्रीय स्तर पर मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, पुणे, नई दिल्ली, कोयम्बटूर, सूरत, लुधियाना और असम में आयोजित संवादों ने 2.3 लाख करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव और लगभग 2 लाख रोजगार अवसरों का आधार निर्मित किया। प्रदेश के विभिन्न संभागों और जिलों जैसे उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल में आयोजित क्षेत्रीय उ‌द्योग सम्मेलन (RIC) तथा रतलाम के राइज- रीजनल इंडस्ट्री स्किल एंड एम्प्लॉयमेंट कॉन्क्लेव कार्यक्रम ने 2.65 लाख करोड़ रुपये के निवेश और 3 लाख रोजगार अवसरों का सुदृढ़ आधार तैयार किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का उद्देश्य केवल संवाद बढ़ाना नहीं रहा, बल्कि निवेश को वास्तविक रूप से धरातल पर उतारना उनकी प्रमुख प्राथमिकता रही है। इसी दृष्टि से मध्यप्रदेश जन विश्वास (प्रावधानों का संशोधन) अधिनियम 2025 के माध्यम से 20 अधिनियमों के 44 प्रावधानों को अपराधमुक्त किया गया, जिससे निवेशकों और उ‌द्यमियों के लिए अनुपालन प्रक्रिया अधिक सरल, पारदर्शी और उ‌द्योग अनुकूल बनी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयासों के प्रत्यक्ष परिणाम जीआईएस 2025 में स्पष्ट रूप से दिखाई दिए, जहाँ प्रदेश को 26.61 लाख करोड़ रूपये की निवेश प्रस्ताव और लगभग 17 लाख रोजगार सृजित होंगे। इनमें से 6,20,325 करोड़ रुपये का निवेश वास्तविक रूप से जमीन पर उतर चुका है, जो निवेशकों के विश्वास और प्रदेश की निवेश-अनुकूल नीतियों का मजबूत प्रमाण है। औ‌द्योगिक अधोसंरचना के विस्तार में भी प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। पिछले दो वर्षों में 4,237 एकड़ भूमि उद्‌द्योगों को आवंटित की गई, जिससे 2 लाख करोड़ रूपये से अधिक निवेश और करीब 2.5 लाख रोजगार सृजन की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति दर्ज की गई है। प्रदेश के 16,936 हेक्टेयर में विकसित 25 नए औ‌द्योगिक पार्क उ‌द्योगों के विस्तार के नए केंद्र बनकर उभर रहे हैं।

विशेष औ‌द्योगिक पार्कों के विकास में भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव की दूरदर्शिता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। धार में पीएम मिही पार्क वस्त्र उ‌द्योग के लिए नई संभावनाओं का केंद्र बन रहा है। यहाँ 2,158 एकड़ क्षेत्र में विकसित पार्क प्रदेश में 1 लाख प्रत्यक्ष और 2 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा। उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क चिकित्सा उपकरण निर्माण के क्षेत्र में प्रदेश को नई पहचान दे रहा है। मुरैना का मेगा लेदर फुटवियर पार्क चमड़ा और फुटवियर उ‌द्योग के लिए बड़े पैमाने पर अवसर तैयार कर रहा है। मोहासा-बाबई, नर्मदापुरम में विकसित नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण क्षेत्र में दोनों चरणों में 1050 एकड़ से अधिक भूमि अग्रणी कंपनियों को आवंटित की गई है, जो प्रदेश की ग्रीन एनर्जी क्षमता को मजबूत कर रहा है।

नीति सुधारों ने भी प्रदेश में उद्योग-अनुकूल वातावरण तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जीआईएस-2025 के दौरान राज्य सरकार ने 18 नई प्रगतिशील नीतियाँ जारी कीं, जिनमें औ‌द्योगिक प्रोत्साहन नीति 2025, निर्यात प्रोत्साहन नीति 2025 और लॉजिस्टिक्स नीति 2025 जैसी नीतियों विशेष रूप से प्रभावकारी रही हैं। प्रदेश ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट’ कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सिल्वर अवार्ड 2024 प्राप्त किया। समृद्ध मध्यप्रदेश @2047 दृष्टि-पत्र का विमोचन, उ‌द्योग एवं रोजगार वर्ष 2025 की उपलब्धियों का प्रस्तुतीकरण और इन्वेस्ट एमपीपोर्टल का शुभारंभ प्रदेश के निवेश-केंद्रित दृष्टिकोण को और मजबूती प्रदान करते हैं।

इन सभी प्रयासों का सबसे बड़ा प्रभाव यह है कि अब प्रदेश में केवल प्रस्तावों की बात नहीं रही, बल्कि निवेशक वास्तविक रूप से उ‌द्योग स्थापित कर रहे हैं। रोजगार सृजन की गति तेज हुई है, औ‌द्योगिक गतिविधियाँ बढ़ी हैं और निवेशकों तथा सरकार के बीच भरोसे का वातावरण और मजबूत हुआ है। मध्यप्रदेश अपने औ‌द्योगिक सफर के उस चरण में प्रवेश कर चुका है, जहाँ नेतृत्व की स्पष्ट दिशा, प्रशासनिक प्रतिबद्धता और नीति-आधारित स्थिरता मिलकर एक ऐसा निवेश-अनुकूल माहौल निर्मित कर रहे हैं, जो आने वाले वर्षों में प्रदेश को देश के प्रमुख औ‌द्योगिक राज्यों की पंक्ति में मजबूती से स्थापित करता दिखाई देता है।

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पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने की प्रक्रिया में लायें तेजी:मुख्यमंत्री डॉ. यादव

प्रदेश में प्राकृतिक सौंदर्य, विरासत और सांस्कृतिक विविधता का है अद्भुत खजाना

मंदसौर 25 नवंबर 25 / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश के पास प्राकृतिक सौंदर्य, विरासत और सांस्कृतिक विविधता का अद्भुत खजाना है, जिसे और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिलने से पर्यटन क्षेत्र को राज्य सरकार की औद्योगिक नीतियों का लाभ मिल सकेगा। इससे पर्यटन निवेश को बढ़ावा मिलेगा और प्रदेश में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग का दर्जा मिलने पर होटल, रिसॉर्ट, एडवेंचर टूरिज़्म, ट्रेवल सर्विसेज़ सहित पर्यटन से जुड़े अन्य क्षेत्रों को विभिन्न प्रकार की सब्सिडी (अनुदान सहायता), कर रियायतें और अन्य प्रोत्साहन उपलब्ध होंगे। इससे निजी निवेशकों का विश्वास भी बढ़ेगा और पर्यटन ढाँचा और अधिक मजबूत होगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश में पर्यटन विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए बीते दिनों पर्यटन विभाग के अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक ली। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को पर्यटन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने की दिशा में ठोस और त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पर्यटन विकास से जुड़ी सभी प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाया जाए, ताकि इस क्षेत्र में इंट्रेस्ट रखने वाले निवेशकों एवं उद्यमियों को सुगमता हो और मध्यप्रदेश को देश के प्रमुख पर्यटन राज्य के रूप में स्थापित किया जा सके।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार के इस बड़े निर्णय से राज्य में पर्यटन गतिविधियों को नई गति मिलेगी और प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निवेशकों को राज्य की पर्यटन विकास नीति एवं प्रोत्साहन नियमों का भरपूर लाभ मिले।

 

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