डेमू ट्रेन में रतलाम से इंदौर का किराया 60 की जगह 30 रुपये हुआ
रतलाम। पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने बड़ी राहत दी है। कोरोना काल के दौरान की गई किराया वृद्धि को वापस लेते हुए पूर्ववत कर दिया है। रेलवे के नोटिफिकेशन में मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (मेमू) ट्रेन और जीरो नंबर से शुरू होने वाली सभी पैसेंजर ट्रेनों का किराया घटाया गया है। यह बदलाव उन सभी एक्सप्रेस स्पेशल, मेमू, डेमू ट्रेन पर लागू होगा, जिन्हें पहले पैसेंजर ट्रेन कहा जाता था।
किराये में बदलाव के बाद सोमवार को रतलाम से इंदौर के लिए सफर करने वाले यात्री जब टिकट लेने पहुंचे तो उन्हें 60 की जगह 30 रुपये ही देना पड़े। यही स्थिति भोपाल, उज्जैन सहित अन्य स्टेशनों के किराये की भी रही। इससे कई यात्री अचरज में पड़ गए, जब उन्हें पूर्ववत व्यवस्था लागू करने की जानकारी दी तो सभी ने इसे राहतभरा कदम बताया। रेलवे बोर्ड से 27 फरवरी को जारी आदेश के बाद मंडल प्रशासन ने इस पर अमल किया है।
50 किमी का न्यूनतम किराया 10 रुपये
मालूम हो कि कोराना काल में सभी रूटों पर पैसेंजर ट्रेनों का किराया मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों के मान से कर दिया था। इस वजह से कम दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को ज्यादा किराया चुकाना पड़ रहा था। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड ने अब जनरल टिकट का 50 किलोमीटर तक का न्यूनतम किराया भी 30 रुपये प्रति टिकट से घटाकर 10 रुपये कर दिया है। पैसेंजर ट्रेनों का किराया कम करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी।
सामान्य श्रेणी के कोच में ही यात्रा करें एमएसटी टिकट के यात्री
अनियमित एवं गलत टिकट के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों के मध्य जागरूकता लाने के लिए रतलाम मंडल वाणिज्य विभाग द्वारा एमएसटी (मासिक सीजन टिकट) धारकों के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। रेलमंडल जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि अभियान के दौरान जांच में कोई यात्री अवैध एमएसटी के साथ यात्रा करते पाया जाता है या अपर श्रेणी में यात्रा करते पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
मासिक सीजन टिकट धारकों के लिए किसी भी ट्रेन के सामान्य कोच में ही यात्रा करने की वैधता है। यदि वे स्लीपर या एसी कोच में यात्रा करते हैं तो कार्रवाई की जाएगी। परेशानी से बचने के लिए एमएसटी धारक सामान्य श्रेणी के कोच में ही यात्रा करें।