///////////////////
अजमेर में रेलवे अधिकारी को हनीट्रैप में फसाने का मामला सामने आया है। पीड़ित अधिकारी ने एक महिला पर फेसबुक पर दोस्ती कर फिजिकल रिलेशन बनाकर पैसों की डिमांड करने का और पैसे नहीं देने पर रेप के झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़ित की ओर से अलवर गेट थाने में इसकी शिकायत दी गई है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अलवर गेट थाना पुलिस के अनुसार पीड़ित रेलवे अधिकारी की और से थाने पर मुकदमा दर्ज करवाया गया हैं। पीड़ित ने शिकायत देकर बताया कि जनवरी 2024 में मनीषा नाम की एक फेसबुक प्रोफाईल वाली महिला से दोस्ती हुई थी। महिला लगातार उससे बातचीत करती रही और बार-बार मिलने के लिए भीलवाड़ा बुलाया। 23 जनवरी को महिला ने रिचार्ज करवाने के लिए बोला और कहा कि पैसे वह मेरे भीलवाडा आने पर दे देगी। जिसके बाद उसने रिचार्ज करवा दिया।
पीड़ित अधिकारी ने बताया कि 08 फरवरी वह ट्रैन से भीलवाडा पहुंचा और महिला के द्वारा बताई गई लोकेशन पर ऑटो में निकल गया। लोकेशन पर पहुंचने के बाद उसने ऑटो वाले से महिला की बात कराई जिस पर उसके द्वारा ऑटो वाले को फोन पर लोकेशन बताई और बाद में महिला रास्ते में मिली और वह साथ में ऑटो में बैठकर अपने घर ले गई।
पीड़ित ने बताया कि घर पहुंचने के बाद उसे घर में बैठाया और दरवाजा बंद कर दिया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि बाद में महिला ने फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए उसे उत्प्रेरित किया। बाद में महिला ने उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाएं थे। कुछ समय बाद एक युवक घर पर आया जिसे महिला ने उसे अपना बेटा बताया था। जिसके बाद उक्त लड़के को यह कहा कि तुम अंकल को भीलवाडा के डी-मार्ट तक छोड आओ। उक्त लड़का स्कूटर पर छोड़कर चला गया। जिसके बाद वह ट्रैन से चला गया।
पीड़ित ने बताया कि जब वह घर पंहुचा और फोन चैक किया तो उक्त मनीषा शर्मा नाम से फेसबुक आईडी वाली महिला ने उसे अनफ्रेंड कर दिया था। उसने महिला को फोन पर कांटेक्ट किया तो महिला ने फोन नहीं उठाया। बाद में महिला ने उसके साथ की चैट्स को भी डिलीट कर आईडी डिलीट कर दी।
पीड़ित ने शिकायत में बताया की 13 फरवरी को उसे उसके साथी को एक अक्षय गुप्ता नाम के व्यक्ति ने फोन कर कहा कि स्टेशन अधीक्षक को से कहो कि उससे बात करें। उनका एक चेक बाउंस का मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके बाद साथी के द्वारा उसे बताने पर उसने व्यक्ति से संपर्क किया तो उसने खुद का नाम अक्षय गुप्ता बताया और कहां की वह वकील के पास बैठा हैं वकील से बात कर लो।
उसने वकील से बात की तो उसने व्हाट्सएप्प कॉलिंग करने के लिए कहा था। बाद में बात की तो उसने कहा कि भीलवाड़ा थाने में एक रिपोर्ट दर्ज हुई है, जिसमें आरोप लगाए गए हैं कि मेरे द्वारा किसी महिला के साथ दुष्कर्म किया गया है। इसके बाद वकील ने कहा कि तुम आकर सेटलमेंट कर लो वरना परेशानी में पड़ जाओगे।
पीड़ित अधिकारी ने पुलिस को बताया कि 20 फरवरी को बांदनवाड़ा रेलवे स्टेशन पर कुछ पुलिस वाले आए और कहां की हमारे साथ भीलवाड़ा चलो। लेकिन उसे वक्त ड्यूटी पर होने के कारण उसने जाने से मना कर दिया। उसी दिन वकील ने उसे वापस फोन किया और कहा कि वह भीलवाड़ा आकर पैसे देकर राजीनामा कर लो जिससे वह मामले को रफा-दफा कर देगा।
पीड़ित ने बताया कि इसके बाद उसे स्पष्ट हुआ कि उसके खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र रचकर उसे हनीट्रैप के मामले में फसाया गया है। उसे हनीट्रैप में फंसा कर पैसों की डिमांड की जा रही है। पैसे नहीं देने पर उसे दुष्कर्म के झूठे मुकदमे में फसाने के लिए धमकियां भी दी जा रही है। पीड़ित की शिकायत पर अलवर गेट थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच एएसआई शंकरलाल के द्वारा की जा रही है