भगवान श्री विश्वकर्मा का प्राकट्य दिवस हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया

सुवासरा- बृहस्पते भगिनी भुवना ब्रह्मवादिनी।,प्रभासस्य तस्य भार्या बसूनामष्टमस्य च। विश्वकर्मा सुतस्तस्यशिल्पकर्ता प्रजापतिः॥
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ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार आराध्य देव भगवान श्री विश्वकर्मा के प्राकट्य दिवस पर रतलाम के विश्वकर्माधाम में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। भगवान का आकर्षक मनमोहक श्रृंगार किया, विशाल शोभा यात्रा निकाली गई जिसमे सैकड़ों लोग शामिल हुए,मंदिर के शिखर पर नई ध्वजा चढ़ाई गई। उक्त धर्ममय कार्यक्रम में रतलाम जिला श्री मालवी लोहार समाज कल्याण विकास और उत्थान सेवा समिति के पदाधिकारि सदस्यों गौरीशंकर पांचाल, सुरेश पांचाल, राजेश पांचाल, शांतिलाल पांचाल, गोविंद पांचाल, अनुज पांचाल, महेश पांचाल, ओ.पी. मालवीय, सत्यनारायण गौराणा, अंबालाल मलासिया, गोपाल गौराणा, रामचंद्र गौराणा, मनोज चंडावला, राजेश चौहान और महेश चौहान आदि के अलावा विशेष रूप से उपस्थित संत, पुजारी, धर्म समाज समिति की महिला अध्यक्षा एवम बुद्धपथ समाचार पत्र की संपादिका एडवोकेट सुश्री हेमा निरंजनी भी पूजा, हवन तथा महाप्रसादी में सम्मिलित रहीं।
अपने सारगर्भित उद्बोधन में सुश्री हेमाजी ने कार्यक्रम के सभी सम्माननीय आयोजकों और संयोजकों के साथ साथ उपस्थिति धर्मावलंबियों को ईश्वर से प्रार्थना कर बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि ईश्वर की कृपा भगवान श्री विश्वकर्मा की संतानों पर बनी रहे और वे सभी को अपने अपने कार्य क्षेत्र में समृद्धि ,खुशहाली व प्रसन्नता प्रदान करे।