समाचार मध्यप्रदेश नीमच 03 फरवरी 2024

*******************
गणतंत्र चैम्पियन ट्रॉफी टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेंट 2024 का समापन आज
दो सेमीफाइनल के बाद खेला जाएगा फाइनल मुकाबला, खेल प्रेमियों का दशहरा मैदान में उमड़ेगा सैलाब
नीमच। स्थानीय दशहरा मैदान में दस दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता का समापन आज रविवार को होगा, सुबह 11 बजे से इस दौरान तीन मैच खेले जाएंगे जिसमें दो सेमीफाइनल और एक फाइनल मुकाबला सेमीफाइनल की विजेता टीमों के बीच होगा। न.वन न्यूज इंडिया के तत्वाधान में आयोजित इस भव्य क्रिकेट टूर्नामेंट को लेकर शहर सहित आसपास के क्रिकेट प्रेमियों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। आज होने वाले मुकाबलो में चार टीमों के बीच दो सेमीफाइनल होंगे, जो कि यंग ब्लड जावरा, सांवरा 11 डीकेन, चित्तौड़ और छोटी सादड़ी के बीच खेले जाएंगे। जिसके बाद टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला दो विजेता टीमों के बीच खेला जाएगा। चैम्पियन ट्रॉफी के समापन आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में सांसद सुधीर गुप्ता, नीमच विधायक दिलीपसिंह परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जन सिंह चौहान, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राकेश पप्पू जैन, नगरपालिका अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा, समाजसेवी अरूल गंगानगर, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य महेन्द्र भटनागर, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार, वरिष्ठ पत्रकार एवं जागरण मंच के कपीलसिंह चौहान, नीमच जिला प्रेस क्लब अध्यक्ष श्याम गुर्जर एवं अभिभाषक संघ अध्यक्ष मनीष जोशी उपस्थित रहेंगे। उक्त जानकारी आयोजक पंकज श्रीवास्तव व दीपक चौहान ने दी।
====================
जिले में सभी निर्माणाधीन कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूर्ण करवाये- श्री गुप्ता
सांसद श्री सुधीर गुप्ता की अध्यक्षता में दिशा कमेटी की बैठक सम्पन्न
नीमच 03 फरवरी 2024, गांधी सागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना, सौर ऊर्जा परियोनाओं एवं सिंचाई
योजनाओं, तालाब निर्माण के सभी निर्माणाधीन कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ समय-सीमा
में पूर्ण करवाना सुनिश्चित किया जाये। निर्माण कार्यो की थर्ड पार्टी क्वालिटी जांच भी समय-समय पर हो।
यह बात सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने शनिवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित जिला स्तरीय
विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा कमेटी) की बैठक में जल निगम, सौर ऊर्जा परियोजनाओं,
जल संसाधन विभाग की सिंचाई परियोजना के कार्यो की प्रगति की समीक्षा करते हुए दिए।
बैठक में विधायक मनासा श्री अनिरूद्ध मारू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सज्जन सिह चौहान,
विधायक प्रतिनिधि श्री हेमंत हरित, जनपद अध्यक्ष श्रीमती शारदा धनगर, पूर्व न.पा.अध्यक्ष श्री राकेश
पप्पु जैन, समिति के सदस्यगण, कलेक्टर श्री दिनेश जैन, एसपी श्री अमित कुमार तोलानी व अन्य
जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने जल निगम व्दारा नीमच, मंदसौर जिले के लिए गांधीसागर-2
समूह जल प्रदाय योजना की विस्तार से समीक्षा की। इस योजना के तहत नीमच जिले के 646 और
मंदसौर जिले के 269 कुल 915 गांवों व सात नगरीय क्षेत्रों में 55 लीटर प्रति दिन प्रति व्यक्ति के मान
से घरेलु नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध जल उपलब्ध कराया जावेगा। वर्तमान में पाईप लाईन
बिछाने और जल शोधन संयंत्र का कार्य निर्माणाधीन है। इस योजना का कार्य दिसम्बर 2024 तक पूर्ण
किया जावेगा।
विधायक श्री अनिरूद्ध मारू ने गांधी सागर जल प्रदाय योजना के तहत पाईप लाईन बिछाने के कार्य
में ठेकेदार व्दारा सडक के आसपास के पेडों को बगैर अनुमति के काटने की ओर ध्यान आकृष्ट करवाते
हुए इस पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही करने का सुझाव दिया।
सांसद ने जल निगम के अधिकारियों से कहा, कि वे तिथि निर्धारित कर सांसद, विधायक एवं समिति
सदस्यों को समूह जल प्रदाय योजना के कार्यो का निरीक्षण करवाये।
बैठक में जिले में संचालित सौर ऊर्जा परियोजनाओं के कार्यो की समीक्षा भी की गई। सांसद श्री गुप्ता
ने सौर ऊर्जा परियोजना सिंगोली, सौर ऊर्जा परियोजना रामपुरा एवं खिमला मनासा में 1440 मेगावाट के
ग्रीनको पावर प्रोजेक्ट परियोजना के कार्यो की समीक्षा की। उन्होने प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना की
जानकारी देते हुए आम नागरिकों को अपने घरों की छतों पर घरेलु उपयोग के लिए सौर ऊर्जा प्लांट
लगवाने हेतु प्रेरित करने का सुझाव भी दिया। बैठक में अगोरा तालाब, लालपुरा तालाब, ढंढेरी चारभुजा जी
बेराज, बत्तीसडी बेराज, गंगाबावडी तालाब योजना के कार्यो की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
बैठक में जल संसाधन, आबकारी, नवकरणीय ऊर्जा विभाग की योजनाओं, कार्यो की समीक्षा भी की
गई। बैठक में जनपद सदस्य श्री रतनलाल मालावत, सांसद प्रतिनिधि श्री आदित्य मालू सहित समिति
सदस्य, जिला पंचायत सीईओ श्री गुरूप्रसाद, संयुक्त कलेक्टर श्री राजेश शाह व अन्य जिला अधिकारी
उपस्थित थे।
====================
तालाबों व जल स्त्रोतों के संरक्षण के लिए जनभागीदारी से अभियान चलाया जाएगा – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रदेश के वेटलैंड क्षेत्रों की रामसर साइट्स के रूप में पहचान के लिए होंगे प्रयास
विश्व वेटलैंड दिवस पर रामसर साइट सिरपुर इंदौर में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
नीमच : 03 फरवरी, 2024, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि तालाबों व जल स्त्रोतो के संरक्षण
के लिए प्रदेश में जनभागीदारी से गतिविधियों को अभियान का रूप दिया जाएगा। इंदौर के तालाबों
के साथ-साथ प्रदेश के अन्य वेटलैंड क्षेत्रों को रामसर साइट के रूप में घोषित कराने का प्रयास किया
जाएगा। विश्व के सभी देशों में केवल भारत में ही देश को माता स्वरूप माना जाता है। वसुधैव
कुटुम्बकम का सिद्धांत यह प्रतिपादित करता है कि संपूर्ण वसुधा हमारे लिए कुटुम्ब के समान है।
हमारी संस्कृति में सभी प्रकार के जीव-जंतु, नदी-पहाड़-पर्वत में ईश्वर का स्वरूप माना गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पौधों में जीवन होने के तथ्य को प्रमाणित करने वाले नोबल
पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक श्री हरगोविंद खुराना ने कहा था कि पेड़-पौधों में प्राण होने का
विश्वास भारतीय मानस में सांस्कृतिक रूप से रचा-बसा है। उन्होंने विश्व में इस मान्यता को
स्थापित करने मात्र के लिए वैज्ञानिक रूप से इसे प्रमाणित किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विश्व
वेटलैंड दिवस 2024 पर इंदौर के रामसर साईट सिरपुर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे
थे।
यशवंत सागर के कमल और सिरपुर की जलकुंभी से बने पुष्पगुच्छों से हुआ अतिथियों का स्वागत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्व वेटलैंड दिवस पर देश में वेटलैंड के क्षेत्र में किए गए
उल्लेखनीय कार्यों और वेटलैंड से प्राप्त होने वाले विभिन्न प्रकार के पदार्थ तथा उत्पादों पर लगाई
गई प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ कर प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को
यशवंत सागर के कमल और सिरपुर की जलकुंभी से बने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया
गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि काल के प्रवाह में आई विसंगतियों के परिणामस्वरूप हमारे
प्राकृतिक संसाधन प्रदूषित हुए। इंदौर में 300 साल पहले निर्मित हुआ सिरपुर तालाब पेयजल की
आपूर्ति करता था। बदली जीवनशैली के परिणामस्वरूप घरों से निकलने वाले वेस्ट वॉटर के कारण
हमारे कई जल स्त्रोत प्रदूषित हुए हैं। परिणामस्वरूप केवल जल ही नहीं खराब हुआ अपितु सम्पूर्ण
पारस्थितिकी तंत्र में असंतुलन आया है, पेड़-पौधे-पक्षी प्रभावित हुए हैं। इस परिस्थिति में इन जल
स्त्रोतों को बचाने की बहुत आवश्यकता है। यशवंत सागर, रामसर साइट पहले से ही था और सिरपुर
भी रामसर साइट बना है। अब इंदौर को रामसर सिटी बनाने की बात स्वागत और बधाई योग्य है।
राज्य सरकार तालाबों को बचाने लिए रामसर सचिवालय को हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जल स्त्रोतों में परस्पर संबंध होने के परिणामस्वरूप इंदौर
के तालाबों की परिस्थिति में सुधार से क्षिप्रा नदी में भी सुधार आएगा। जल का बढ़ता दुरूपयोग हम
सभी के लिए चिंता का विषय है।
इसमें सुधार के लिए संबंधित विभागों के साथ समन्वित रूप से कार्ययोजना बनाकर समाज
को साथ लेते हुए इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। राज्य सरकार तालाबों को बचाने के
पुनीत कार्य में रामसर सचिवालय को हरसंभव सहयोग देने के लिए सदैव तत्पर रहेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देश के रामसर साइट्स के फूलों की डॉक्यूमेंट्री सहित किया अन्य पुस्तकों का विमोचन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा वेटलैंड के रखरखाव पर विकसित
मार्गदर्शिका, जर्नी ऑफ़ वैटलैंड कंजर्वेशन इन इंडिया, भारत की रामसर साइट्स पर केंद्रित पुस्तिका तथा
बोटैनिकल सर्वे ऑफ़ इंडियन फ्लोरल डॉक्यूमेंट्री आफ रामसर साइट्स पुस्तकों का विमोचन किया। मुख्यमंत्री
डॉ. यादव ने वेटलैंड अमृत धरोहर और वेटलैंड के गाइड्स के लिए प्रशिक्षण सामग्री का डिजिटल विमोचन भी
किया। इसके साथ ही वेटलैंड फॉर लाइफ विषय पर होने वाले फिल्म फेस्टिवल का टीजर भी जारी किया
गया। कार्यक्रम में बलोदा बाजार छत्तीसगढ़ के बच्चों द्वारा वेटलैंड के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण पर केंद्रित
नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया।
कुंओं, तालाबों और जल स्त्रोतों का सम्मान हमारे संस्कार से जुड़ा है – मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय
नगरीय प्रशासन मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कुंओं, तालाबों और जल स्त्रोतों का सम्मान
और उनके प्रति श्रद्धा भाव हमारी संस्कृति का हिस्सा रहे हैं और यह हमारे संस्कार से जुड़े हैं। उनकी बर्बादी
के लिए भी हम ही जिम्मेदार हैं, लेकिन अब जल स्त्रोतों के संरक्षण और उन्हें साफ-सुथरा रखने के लिए
समाज में जागरूकता आई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस दिशा में हुए कार्यों से लोगों की
सोच बदली है। जल स्त्रोतों के संरक्षण में जनभागीदारी को निरंतर प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इंदौर
क्लीन सिटी तो बन गई है, साथ ही इंदौर को वेटलैंड सिटी के रूप में भी पहचान मिले इस दिशा में भी प्रयास
करने की जरूरत है।
तालाबों के संरक्षण में भी इंदौर मिसाल प्रस्तुत करेगा – मंत्री श्री सिलावट
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने अतिथियों का देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में
स्वागत करते हुए कहा कि इंदौर जो भी करता है, वह अद्भुत करता है और उसकी छाप राष्ट्र के पटल पर
अंकित होती है। तालाबों व अन्य जल स्त्रोतों के संरक्षण के क्षेत्र में भी इंदौर मिसाल प्रस्तुत करेगा।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत में जल संरक्षण और जैव विविधता को बचाने के लिए सराहनीय कार्यहुआ – डॉ. मुम्बा
रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसोंदा मुम्बा ने कहा कि भारत में 1982 में मात्र दो रामसर
साइट्स थीं, जो अब बढ़कर 80 हो गई हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत में जल संरक्षण और
जैव विविधता को बचाने के लिए जारी कार्य सराहनीय और प्रेरणास्पद है। शीघ्र ही इंदौर को रामसर सिटी के
रूप में जाना जाएगा।
कार्यक्रम में रामसर साइट्स के प्रबंधकों सहित 200 से अधिक विशेषज्ञ हुए सम्मिलित
कार्यक्रम में पर्यावरण एवं वन मंत्री श्री नागर सिंह चौहान, पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री श्री दिलीप
अहिरवार, इंदौर के महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, स्थानीय विधायक श्रीमती मालिनी गौड़ तथा देश के सभी
राज्यों वेटलैंड प्राधिकरण के अधिकारी, वैज्ञानिक और देश के रामसर साइट्स के प्रबंधकों सहित 200 से
अधिक विशेषज्ञ सम्मिलित हुए।
तालाबों के प्रति जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है विश्व वेटलैण्ड्स दिवस
उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष 02 फरवरी को विश्व वेटलैण्ड्स दिवस मनाया जाता है। इस दिन 1971
में ईरान के रामसर शहर में तालाबों को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। तालाबों के
प्रति जागृति लाने के उद्देश्य से ये दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘‘Wetlands and Human
Wellbeing’’ है। इसका मुख्य उद्देश्य यह रेखांकित करना है कि तालाबों का संरक्षण और मनुष्यों के कल्याण
का अंर्तसंबंध हैं और तालाब और मनुष्य परस्पर एक दूसरे पर निर्भर हैं।
=====================
उज्जैन में व्यापार मेला, इन्वेस्टर्स समिट और विक्रमोत्सव एक मार्च को
आयोजन की जोर-शोर से चल रही हैं तैयारियाँ
नीमच : 3 फरवरी 2024, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गत दिनों भोपाल में आयोजित बैठक में उज्जैन
व्यापार मेला, विक्रमोत्सव और इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को
निर्देश दिये थे। उन्होंने बैठक में निर्देश दिये थे कि इन्वेस्टर्स समिट में गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और
मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों के निवेशकों को आमंत्रित किया जाये। समिट में गारमेंट्स, टेक्सटाइल और
फूड प्रोसेसिंग यूनिट के जरिये स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ाने के प्रयास किये जायेंगे। मुख्यमंत्री
डॉ. यादव के निर्देशानुसार उज्जैन में एक मार्च को विक्रम व्यापार मेला, इन्वेस्टर्स समिट और विक्रमोत्सव
आयोजित किया जा रहा है। इन आयोजनों के लेकर उज्जैन में व्यापक स्तर पर तैयारियाँ चल रही हैं।
आयोजन की प्रस्तावित गतिविधियों की सूची बनाई जा रही है। इसके साथ ही इन्वेस्टर्स समिट में आमंत्रित
उद्योगपतियों और उनकी उद्योग इकाइयों की जानकारी अपडेट की जा रही है।
व्यापार मेला
उज्जैयनी विक्रय व्यापार मेले की तैयारियाँ भी की जा रही है। व्यापार मेले का आयोजन नगर
निगम उज्जैन द्वारा किया जा रहा है। व्यापार मेले में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर की दुकानें प्रमुख
रूप से लगाई जायेगी। इनमें उज्जैन के स्थानीय व्यापारियों को वरीयता दी जा रही है। इसके साथ ही
व्यापार मेले के अन्य सेक्टरों में विभिन्न वस्तुओं के डीलर्स को भी आमंत्रित किया जा रहा है। मेले में
नागरिकों के लिये फूड जोन आकर्षण का केन्द्र रहेगा। इस जोन में विशेष रूप से मालवा के व्यंजनों का
लुत्फ नागरिक उठा सकेंगे। व्यापार मेले में पर्यटन, संस्कृति. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कुटीर एवं ग्रामोद्योग
विभाग के माध्यम से वस्तुओं का प्रदर्शन और बिक्री की जायेगी।
वाणिज्यिक कर विभाग
इलेक्ट्रॉनिक, घरेलू उपकरण और वाहनों की बिक्री पर एसजीएसटी में छूट संबंधी प्रावधान का परीक्षण
करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं। पर्यटन विभाग महाकाल दर्शन के साथ होटलों में
रियायती दर पर रुकने की सुविधा उपलब्ध करायेगा।
वरिष्ठ अधिकारियों ने की समीक्षा
एक मार्च को विक्रम व्यापार मेला, इन्वेस्टर्स समिट और विक्रमोत्सव के भव्य आयोजन की सचिव
एमएसएमई श्री पी. नरहरि और एमपीआईडीसी के एमडी श्री नवनीत कोठारी ने स्थानीय स्तर पर
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की।
स्वच्छता पर दिया जायेगा विशेष ध्यान
उज्जैन में एक मार्च से होने वाले आयोजनों में नागरिकों के सुविधाजनक आवागमन के साथ
व्यापार मेला स्थल पर नगर निगम द्वारा स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। इन आयोजनों में जन-
भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
===================
राजस्व महाअभियान में अब तक सवा लाख प्रकरणों का निराकरण
नीमच : 3 फरवरी, 2024,प्रदेश में 15 जनवरी से शुरू हुए राजस्व महाअभियान में अब तक एक लाख 24
हजार राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। महाअभियान 29 फरवरी, 2024 तक चलेगा और
इसमें समय-सीमा पार कर चुके नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन और अभिलेख दुरुस्ती के 2 लाख 44 हजार
352 प्रकरणों का निराकरण किया जाना है। राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ
जिला और संभाग स्तर पर पहुँचकर महाअभियान की गतिविधियों की स्वयं समीक्षा कर रहे हैं।
महाअभियान में राजस्व प्रकरणों के निराकरण में सीमांकन प्रकरणों दतिया जिले ने 100 प्रतिशत
सीमांकन प्रकरणों का निराकरण कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। बंटवारा प्रकरणों के निराकरण में
शिवपुरी जिला 93 प्रतिशत बंटवारा प्रकरणों का निराकरण कर प्रदेश में पहले स्थान पर है। नामांतरण
प्रकरणों के निराकरण में सीहोर जिले ने 88 प्रतिशत नामांतरण प्रकरणों का निराकरण कर प्रदेश में
नामांतरण प्रकरणों के निराकरण में पहला स्थान बनाया है, जबकि अभिलेख दुरुस्ती में खण्डवा जिला कुल
लंबित प्रकरणों में 52 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण कर पहले स्थान पर है।
प्रमुख सचिव राजस्व श्री निकुंज श्रीवास्तव ने बताया कि 15 जनवरी से शुरू हुए राजस्व
महाअभियान में 31 जनवरी तक कुल प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा में नामांतरण के समय-सीमा पार
कर लंबित एक लाख 54 हजार 595 प्रकरणों में से महाअभियान के दौरान 89 हजार 718 प्रकरणों का
निराकरण किया जा चुका है। इसमें सीहोर और शिवपुरी ने 88 प्रतिशत, अनूपपुर ने 83, देवास और
ग्वालियर ने 78 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण किया है। बंटवारा के लंबित 31 हजार 180 प्रकरणों में से
15 हजार 82 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। इसमें शिवपुरी ने 93 प्रतिशत, झाबुआ-खरगौन ने
82 प्रतिशत और मण्डला-देवास ने 81 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण किया है। सीमांकन के 31 हजार 880
लंबित प्रकरणों में से 14 हजार 657 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। इसमें दतिया, पांढुर्णा ने
100 प्रतिशत, शिवपुरी ने 99, अशोक नगर ने 95 और ग्वालियर ने 92 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण
किया है। अभिलेख दुरुस्ती के लंबित 26 हजार 697 प्रकरणों में से 4 हजार 554 प्रकरणों का निराकरण
किया गया है। इसमें खण्डवा 52 प्रतिशत, अलीराजपुर 50, उज्जैन 50, छिंदवाड़ा और सीहोर ने लंबित 45
प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण किया है।
प्रमुख सचिव राजस्व ने बताया कि राजस्व महाअभियान के दौरान लगभग एक लाख प्रकरण दर्ज
किये गये, जिनके निराकरण की कार्यवाही की जा रही है। राजस्व महाअभियान में बी-1 वाचन का कार्य
जिलों द्वारा पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि राजस्व अभियान में राजस्व रिकॉर्ड के वाचन,
राजस्व न्यायालयों (आरसीएमएस) में लंबित प्रकरणों जैसे नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा और रिकॉर्ड दुरुस्ती
का समय-सीमा में निराकरण और नक्शे में तरमीम आदि गतिविधियों को संपादित किया जा रहा है।
राजस्व महाअभियान में की जा रही गतिविधियों की सतत निगरानी भी की जा रही है। इसके लिये
महाअभियान डेशबोर्ड का संचालन राजस्व विभाग द्वारा किया जा रहा है, जिससे राज्य, जिला और तहसील
स्तर पर अभियान के दौरान हो रहे कार्यों की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। अभियान के लिये राज्य
शासन द्वारा सभी जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। कलेक्टर्स की निगरानी में चिन्हित
गतिविधियों को संबंधित कार्य पूर्ण करने का कार्य प्रगति पर है। पटवारियों को मुख्यालय पर रहकर कार्यों
को संपादित करने के निर्देश दिये गये हैं।
=================
मध्यप्रदेश को कृषि उत्पादों के निर्यात में मिली बड़ी सफलता
ओमान के लिये शुष्क सोयाबीन दूध पावडर की पहली खेप रवाना
नीमच :3 फरवरी 2024,कृषि प्र-संस्कृत खाद्य निर्यात प्राधिकरण (एपीडा) ने प्रदेश के कृषि निर्यात
के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। एपीडा के सहयोग से मध्यप्रदेश के एक्सपोर्टर द्वारा
ओमान के लिये शुष्क सोयाबीन दूध पावडर की पहली खेप की गाड़ी को हरी-झण्डी दिखाकर
शुक्रवार को रवाना किया गया। इस अवसर पर एपीडा के जनरल मैनेजर डॉ. वी.के. विद्यार्थी,
एपीडा के बोर्ड मेम्बर श्री संतोष गोयल, एक्सपोर्टर मैसर्स बॉयोनाइट्रेंट्स प्रायवेट लिमिटेड भोपाल के
प्रतिनिधि और इम्पोर्टर मैसर्स इंटरनेशनल टूरिज्म रेस्टॉरेंट कम्पनी ओमान के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
भारत सरकार द्वारा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एपीडा निर्यातकों को
अपने उत्पाद विदेशों में निर्यात करने में आवश्यक सहयोग मुहैया कराता है। एपीडा की मध्यस्थता
से ओमान के साथ बॉयोन्यूट्रेंट (इण्डिया) प्रायवेट लिमिटेड के मध्य दीर्घकालिक अनुबंध हुआ है,
जिसमें एक निश्चित मात्रा में शुष्क सोयाबीन मिल्क पावडर नियमित रूप से ओमान भेजा जायेगा।
इसका प्रत्यक्ष वित्तीय लाभ प्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसानों को मिलेगा तथा कृषि उत्पादों के
निर्यात की नई संभावनाओं का उदय होगा। एपीडा का मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय बाजार में
अनुसूचित उत्पादों को बढ़ावा देना है। एपीडा के प्रयासों से देश के विभिन्न राज्यों से कई नये
उत्पाद विदेशों में सफलतापूर्वक निर्यात किये जा रहे हैं।
ओमान को शुष्क दूध पावडर भेजने वाले निर्यातक ने बताया कि देश में उच्च प्र-संस्करण
लागत के कारण सीमित मात्रा में विनिर्माण कम्पनियाँ सोया मिल्क पावडर का उत्पादन कर रही
है। उन्होंने बताया कि उनकी कम्पनी देश में रियल, हल्दीराम और अन्य कम्पनियों को सोया
मिल्क पावडर की आपूर्ति कर रहे हैं।
ओमान के इम्पोर्टर ने बताया कि मध्य पूर्व के देशों में भारतीय उत्पादों की बहुत माँग है।
उन्होंने बताया कि गुणवत्ता मानकों और खाद्य सुरक्षा मानदण्डों के पालन में कड़ाई होने से बाजार
में स्थापित होने में अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि भारत के
एक्सपोर्टर द्वारा सप्लाई किया जा रहा सोया मिल्क पावडर सभी परीक्षण मानकों पर खरा उतरा
है। इसीलिये कम्पनी से दीर्घकालिक अनुबंध किया है और आशा है कि भविष्य में और भी इम्पोर्टर
भारतीय उत्पादों का आयात करेंगे।
==================